कथा-वीथिका-2023 का समापन समारोह सम्पन्न
वाराणसी: संत अतुलानंद काॅन्वेंट स्कूल कोइराजपुर हरहुआ, वाराणसी में ”अदाकार थियेटर सोसाइटी“ के तत्वावधान में कथा-वीथिका -2023 (एनुअल लिटरेरी फेस्ट) का समापन समारोह सम्पन्न हुआ। आज के दिन भी बच्चांे में अभूतपूर्व उत्साह एवं जोश दिखाई दिया।
उल्लेखनीय है कि विद्यालय दिनांक 10 दिसम्बर से ही वाराणसी के ख्यातिलब्ध साहित्यिक विभूतियों एवं मुख्य ऐतिहासिक स्थलो के नजारांे से सुसज्जित है। प्रसिद्ध कथाकार प्रिंस राजपूत एवं निधि सहलत के साथ शुभम मिश्रा, गुनीत सिंह तथा हिम्मत सिंह जी ने विद्यार्थियों को इन ऐतिहासिक धरोहरों के गौरवशाली इतिहास की कहानियांे के माध्यम से न केवल परिचित कराया अपितु उनमें जीवन मूल्यों एवं आदर्शों को कलात्मक रूप में सृजित किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रेरणादायी समूह गीत ”कर हर मैदान फतह“ की प्रस्तुति के साथ-साथ गिटार एवं सितार पर वेदांश सिंह एवं जागृति दीक्षित की जुगलबन्दी ने सात सुरों को एक सूत्र में पिरोते हुए एक अलग ही समा बँाधा। आस्था के सार्वभौमिक केन्द मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के चरणों में समर्पित समूह नृत्य ‘राम स्तुति‘ द्वारा विद्यार्थियों ने श्री राम को नमन करते हुए पूरे वातावरण को राममय कर दिया जिससे दर्शक दीर्घा में बैठे सभी गणमान्य जन भक्ति रस से सराबोर हो उठे। एक बार पुनः इस कथा वीथिका का मुख्य आकर्शण दास्तान-गोई में आज की दास्तान ‘साहिबजादे’ जीवन्त हुई। यह देश एवं अपने स्वाभिमान की रक्षा हेतु समर्पण को अभिव्यक्ति करती गुरू गोविन्द सिंह जी के चार पुत्रों के अमर बलिदान की कथा है, जिसमें उन्होंने केसरिया की रक्षा हेतु हँसते-हँसते अपने प्राणों का बलिदान कर दिया।
संस्था सचिव राहुल सिंह जी ने कहा कि बचपन की कहानियाँ कहीं खो गयी है। आज फिर उन्हीं कहानियों से जुड़ने की आवश्यकता है। जब हम उनमें संस्कार, जीवन मूल्यों एवं आदर्शों का बीज रोपित करेंगे तभी यह बगिया पुष्पित एवं पल्लवित हो सकेगी।
संस्था निदेशिका डाॅ. वन्दना सिंह जी ने कहा कि विद्यार्थी अपना बहुमूल्य समय व्यर्थ न गवँाकर आज फिर इन्हीं कहानियों से जुड़े एवं उन्हें आत्मसात करते हुए अपने आस-पास की समस्याओं के प्रति सजग रहकर सृजनात्मक कौशलका विकास करें। इस अवसर पर संस्था के उप-निदेशक आयुष्मान सिंह जी भी उपस्थित रहे।