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गैस्ट्रो और एचपीबी कैंसर के मरीजों को बड़ौत में मिलेंगे एक्सपर्ट डॉक्टर

महीने के हर चौथे मंगलवार को इस ओपीडी में मरीज डॉक्टर को दिखा सकेंगे

बड़ौत : ग्लोबाकैन इंडिया 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कैंसर के जितने कुल मरीज हैं, उनमें गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और एचपीबी कैंसर के मरीजों की संख्या 18 फीसदी से ज्यादा है। हर गुजरते साल के साथ ये संख्या बढ़ती ही जा रही है। मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पटपड़गंज ने बड़ौत में अपनी ओपीडी सेवा लॉन्च की। ये ओपीडी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और हेपाटो पैनक्रिएटोबिलियरी (एचपीबी) कैंसर के मरीजों के लिए शुरू की गई है। ओपीडी की शुरुआत मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पटपड़गंज में जीआई एंड एचपीबी ऑनकोसर्जरी के कंसल्टेंट डॉ. सुभाशीष दास की मौजूदगी में हुई। बड़ौत में ये ओपीडी शुरू होने से न सिर्फ स्थानीय लोगों को इसका फायदा मिलेगा, बल्कि आसपास के लोग भी यहां आकर विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श ले सकेंगे। आस्था अस्पताल में महीने के हर चौथे मंगलवार को इस ओपीडी में मरीज डॉक्टर को दिखा सकेंगे।
मैक्स पटपड़गंज के डॉ.सुभाशीष दास ने कहा,‘’ पिछले कुछ वर्षों से, हमारे देश में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और एचपीबी कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसा इसलिए भी ज्यादा हो रहा है कि क्योंकि लोग इस विषय के बारे में जागरूक नहीं हैं। ऐसे रोगों से मृत्यु दर को रोकने में रोग का जल्दी पता चलना और फिर उसका सही वक्त पर इलाज बेहद महत्वपूर्ण रहता है। दूसरी तरफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में लगातार हो रही तरक्की से भी काफी फायदा मिली है। मिनिमली इनवेसिव तकनीक से अब जीआई सर्जरी हो रही हैं, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और रोबोटिक सर्जरी हो रही हैं, जिन्होंने कैंसर के मामलों में सर्जरी को पूरी तरह बदल कर रख दिया है। कैंसर के इलाज में जीआई मिनिमली इनवेसिव सर्जरी एक शानदार माध्यम है जिसमें ब्लड लॉस काफी कम होता है, मरीज की जल्दी रिकवरी होती है और अस्पताल में भी कम वक्त तक रुकना पड़ता है।’’
डॉ. सुभाशीष दास ने कहा, ‘’इस तरह के कैंसर जानलेवा होते हैं और इनसे मानव शरीर को अलग-अलग तरह से नुकसान होते हैं। एक ही छत के नीचे मरीजों को कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी दी जा रही हैं। इस तरह के नए ट्रीटमेंट मेथड्स मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहे हैं। बड़ौत में ये ओपीडी शुरू करने का हमारा मकसद यहां के मरीजों को सही परामर्श देना है, ताकि वो सही वक्त पर इस जानलेवा बीमारी के बारे में समझ सकें और वक्त पर अच्छा इलाज पाकर अपना सामान्य जीवन जी सकें।’’
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एंड हेपाटो पैनक्रिएटोबिलियरी सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. विवेक मंगला ने कहा, ‘’ हाल के आंकड़ों से पता चलता है कि विकासशील देशों में कैंसर की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हो रही है। हालांकि, इसके साथ ही कैंसर के इलाज में भी काफी तरक्की हुई है। लेकिन असल समस्या ये है कि ज्यादातर लोगों को इसके बारे में जानकारी उतनी नहीं है, जिसके चलते वो बीमारी होने पर भी सुविधा का लाभ नहीं उठा पाते। इस ओपीडी के लॉन्च के माध्यम से, बड़ौत के लोग न केवल वर्ल्ड क्लास सर्विस का उपयोग करने में सक्षम होंगे, बल्कि बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने से उन्हें बेहतर और स्वस्थ जीवन शैली के लिए भी बढ़ावा मिलेगा।’’

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