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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के अहमदाबाद में गांधीनगर प्रीमियर लीग का उद्घाटन किया

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के अहमदाबाद में गांधीनगर प्रीमियर लीग का उद्घाटन किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में कुछ दिन पहले सांसद खेलकूद महोत्सव की शुरूआत गांधीनगर क्षेत्र से हुई थी। उन्होंने कहा कि आज 1,37,000 से अधिक खिलाड़ियों ने 42 खेल स्पर्धाओं में भाग लिया है और कई खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने एक से अधिक खेल स्पर्धा में भाग लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश के सांसदो से सांसद खेलकूद स्पर्धा का आयोजन करने और खेलों को बच्चों को संस्कार के रुप में देकर लोकप्रिय बनाने का प्रयास करने की अपील की थी। श्री शाह ने कहा कि हमारे देश में ऐसे कई खेल हैं जिनके माध्यम से खेलकूद के संस्कार बच्चों को दिए जा सकते हैं।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि क्रिकेट को सांसद खेलकूद महोत्सव से बाहर रखा गया था जिससे इसके पीछे बाकी खेल न छुप जाएं और आज ये महोत्सव समाप्त होने पर गांधीनगर प्रीमियर लीग (GPL) की शुरुआत हो रही है। इसमें गांधीनगर क्षेत्र की 1,078 क्रिकेट टीमें भाग ले रही हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे आयोजन में 1078 टीमों के 16,170 खिलाड़ी 1071 मैच खेलेंगे। श्री शाह ने कहा कि हारने से ही जीतने का जुनून पैदा होता है और जीत के बाद मिली हार से जीत का अहंकार खत्म होता है। उन्होंने कहा कि सभी के मन में हार-जीत एक सामान्य स्वभाव बनना चाहिए और न तो जीत का अभिमान होना चाहिए और न हार से निराशा।

श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पहले गुजरात और फिर पूरे देश में खेलों को महत्व देने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आज 66 लाख लोग इस खेलकूद महोत्सव में भाग ले रहे हैं, ऐसा पहले कभी देखने को नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मोदी जी के दस साल के कार्यकाल में 2014 से 2024 तक खेलों के क्षेत्र में कई नई पहल की गईं। श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने हर एथलीट को 50 हजार रुपए प्रतिमाह, उसकी ट्रेनिंग और अच्छे स्टेडियम के साथ संसाधनो की व्यवस्था करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में कई अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने हर राज्य में खेलकूद महोत्सव और राष्ट्रीय स्तर के खेलों का प्रसारण लाइव कर खिलाड़ियों को प्रेत्साहन देने और योग्यता के आधार पर उनके सेलेक्शन का काम किया है। उन्होंने कहा कि इन सब प्रयासों का परिणाम रहा कि 2014 एशियन गेम्स में भारत को 57 मेडल मिले थे, जो 2023 में बढ़कर 107 हो गए। इसी प्रकार, पैरा एशियाई खेलों में 2014 में भारत को 33 मेडल मिले और 2022 में भारतीय खिलाड़ियों ने 111 मेडल जीते। श्री शाह ने कहा कि भारत ने 2016 ओलम्पिक में 2 मेडल जीते थे, जबकि 2020 एलम्पिक में हमें 7 मेडल मिले। इसी तरह, 2014 के कॉमनवेल्थ खेलों में भारत को 15 स्वर्ण पदक मिले थे, जो 2018 में बढ़कर 26 गोल्ड मेडल हो गए।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जो आजादी की शताब्दी के समय ओलम्पिक की पदक तालिका में स्वर्ण पदकों के मामले में शीर्ष पर हो। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा खेलों के क्षेत्र में डाली गई मज़बूत नींव पर अगले 25 वर्षों में एक भव्य इमारत खड़ी करने का काम देश के युवाओं का है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में स्पोटर्स इनफ्रास्ट्रक्चर, खिलाडियों की ट्रेनिंग, पारदर्शी सिलेक्शन और खिलाडियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने की पूरी वैज्ञानिक व्यवस्था देश में बनेगी।

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