रंगों में पाये जाने वाले रसायनों से खुजली और रेशैज पड़ सकते हैं और इन्हें खुजलाने से घाव पड़ सकते हैं। अगर आपको चोट लगी है, कोई घाव है या कहीं से त्वचा कटी है तो होली खेलने से पहले पट्टी कर लें या बेंडेड लगा लें। इससे हानिकारक रसायन आपके रक्त में नहीं पहुंचेंगे, रसायनों के रक्त के प्रवाह में मिलने से कैंसर हो सकता है और आंखों की रोशनी जा सकती है। रंगों के हानिकारक रसायनों से एलर्जी, खुजली और एक्जिमा हो सकता है। जिन लोगों को पहले से ही त्वचा से संबंधित कोई समस्या है तो उन्हें होली खेलने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले लेना चाहिए।
होली के त्योहार के पहले त्वचा की सुरक्षा के लिए क्या-क्या उपाय करना चाहिए?
होली का त्योहार आने वाला है ऐसे में रंगों से बचना तो संभव नहीं है लेकिन हम अपनी त्वचा और बालों की सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय तो कर ही सकते हैं। अगर आप रंगों का आनंद लेते समय अपनी त्वचा का ध्यान नहीं रखेंगे तो आपको त्वचा संबंधी कईं समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए जरूरी है की होली का त्योहार शुरू होने से पहले ही कुछ जरूरी उपाय कर लिए जाएः
· धूप में निकलने से 20 मिनिट पहले सनस्क्रीन लोशन लगाएं। सनस्क्रीन लगाने के दस मिनिट बाद ‘कवर क्रीम’ या हल्का फाउंडेशन लगाएं ताकि त्वचा पर एक सुरक्षा कवच बन जाए।
· होली खेलने से पहले बालों पर लीव-ऑन कंडीशनर या हेयर सीरम लगाएं। यह बालों को सूरज की हानिकारक किरणों और रंगों के कारण होने वाली ड्रायनेस से बचाता है।
· नाखूनों पर पारदर्शी नेल वार्निश लगाएं। ये नाखूनों की सुरक्षा करेगा और नाखून रंगों को अवशोषित भी नहीं कर पाएंगे।