भारत की थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की इसकी सभ्यतागत मूल्य परंपरा में निहित
जी-20 की अध्यक्षता के ढांचे के तहत युवा कार्यक्रम विभाग को यूथ 20 समिट-2023 के आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके आलोक में, युवा कार्यक्रम विभाग 6 से 8 फरवरी, 2023 के दौरान असम के गुवाहाटी में यूथ 20 की स्थापना बैठक आयोजित कर रहा है। केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री द्वारा 08 फरवरी, 2023 को श्वेत पत्र जारी किए जाने के साथ इसका समापन समारोह संपन्न होगा। भारत ने 1 दिसंबर, 2022 को एक वर्ष की अवधि यानी 30 नवंबर, 2023 तक के लिए जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की है। इस अध्यक्षता के लिए भारत की थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की इसकी सभ्यतागत मूल्य परंपरा में निहित है। इसलिए हमारी थीम है – ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’।
यूथ20, जी20 के विभिन्न आधिकारिक संवाद समूहों में से एक है। यूथ20 (वाई20) संवाद समूह बेहतर भविष्य से संबंधित सुझावों के बारे में देश के युवाओं से परामर्श करने और एक कार्रवाई एजेंडा तैयार करने के लिए अखिल भारतीय स्तर पर चर्चाओं का आयोजन करेगा। वाई20 युवाओं को जी20 की प्राथमिकताओं के बारे में अपने दृष्टिकोण और विचार व्यक्त करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
आज नई दिल्ली में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए युवा कार्यक्रम विभाग की सचिव सुश्री मीता राजीवलोचन ने कहा कि बेहतर भविष्य से संबंधित सुझावों के बारे में देश के युवाओं से परामर्श करने के लिए देश भर में चर्चाएं आयोजित की जायेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि वाई20 देश भर के युवाओं को जी20 समूह के देशों की प्राथमिकताओं के बारे में अपने दृष्टिकोण एवं विचारों को व्यक्त करने का एक मंच प्रदान करने की उम्मीद रखता है। उन्होंने आगे कहा कि भारत दुनिया की सबसे युवा आबादी वाले देशों में से एक है और देश के युवा ऊर्जा एवं रचनात्मकता से लैस हैं। युवा कार्यक्रम विभाग का यह प्रयास है कि युवाओं की इस ऊर्जा को रचनात्मक विचारों में व्यक्त करने का एक मंच प्रदान किया जाए।
यूथ20 समिट-2023 के तहत, आगामी आठ महीनों के दौरान वाई20 के पांच विषयों पर विचार-विमर्श के साथ-साथ अंतिम यूथ-20 समिट से पहले विभिन्न राज्यों में स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, शहरी स्थानीय निकायों और पेशेवर संघों के स्तर पर विभिन्न चर्चाएं आयोजित की जायेंगी। इन गतिविधियों का मुख्य ध्यान सुशासन एवं लोकतंत्र के लिए युवाओं के बीच एक साझा दृष्टिकोण विकसित करने और विभिन्न प्रकार के कौशल को बेहतर बनाने हेतु प्रौद्योगिकी के सदुपयोग पर होगा।
आईआईटी गुवाहाटी हरित हाइड्रोजन के उत्पादन जैसी विभिन्न अग्रणी प्रौद्योगिकियों का एक प्रमुख अनुसंधान केंद्र है। इनमें से कुछ प्रौद्योगिकियां उद्योग जगत को हस्तांतरित किए जाने की प्रक्रिया में हैं। काम के भविष्य, इक्कीसवीं सदी के कौशल, जलवायु परिवर्तन, स्थिरता को जीने का एक तरीका बनाने और शांति की परिस्थिति का निर्माण एवं सुलह पर मुख्य चर्चा 7 फरवरी को आईआईटी गुवाहाटी में आयोजित की जाएगी। साभार: पीआईबी