प्यार कीजिए।
अजी प्यार कीजिए।
चाहे कोई आप सा हो
या अलग, पराया।
जान वार दीजिए।
प्यार कीजिए
अजी प्यार कीजिए।
किसी दिल में तो दिखेगी तेरी सूरत।
किसी दिल में तो होगी तेरी मोहब्बत।
दुश्मन को भी लग के गले दुलार दीजिए।
प्यार कीजिए।
अजी प्यार कीजिए।
नफ़रत की दुनिया में क्या रखा है।
वहाँ धरती बंजर और हर तरफ़ सूखा है।
जलन को मन से अपने मार दीजिए।
प्यार कीजिए।
अजी प्यार कीजिए।
रौनक द्विवेदी
(करथ, आरा)