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प्रथम डिजिटल अर्थव्यवस्था कार्य-समूह का बैठक

भारतीय स्टार्ट-अप कंपनियों ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिये नवाचार समाधान प्रदर्शित किये


लखनऊ : भारत की जी-20 अध्यक्षता के अंतर्गत तीन दिवसीय प्रथम डिजिटल अर्थव्यवस्था कार्य-समूह की बैठक का आज लखनऊ में शुरू हो गई। बैठक का उद्घाटन उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी, संचार एवं रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया। इस अवसर पर केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अलकेश कुमार शर्मा, उत्तरप्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र तथा विदेशी प्रतिनिधि व अन्य उपस्थित थे।

इस अवसर पर एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया, जिसमें वर्चुअल वास्तविकता और कृत्रिम बौद्धिकता तथा एएसके एआई, एएसके जीआईटीए, एआई चेस, दैनिक जीवन में कृत्रिम बौद्धिकता, डिजिटल भारत यात्रा, लखनऊ वीआर पर्यटन और केंद्र सरकार व उत्तरप्रदेश सरकार की विभिन्न पहलों जैसे नवोन्मेषी समाधान शामिल थे।

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 से 12 फरवरी, 2023 तक हाल में आयोजित होने वाले वैश्विक निवेशक शीर्ष सम्मेलन करते हुये बताया कि उक्त कार्यक्रम के दौरान 33,50,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इलेक्ट्रॉनिकी व सूचना प्रौद्योगिकी, संचार और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने श्रोताओं को सम्बोधित किया तथा इस बात पर प्रकाश डाला कि इंडिया-स्टैक को कोई भी देश कैसे विकसित और उपयोग कर सकता है, जिसके तहत सार्वजनिक-निजी साझेदारी के जरिये डिजिटल प्रौद्योगिकी की क्षमता प्रकट होती है। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने रोबोटिक्स, ड्रोन, एडेटिव विनिर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा नियंत्रण जैसे क्षेत्रों में विभिन्न पहलों को स्वीकृति दी जा चुकी है, ताकि उद्योग 4.0 को प्रोत्साहन दिया जा सके। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि लोगों के जीवन तथा शासन और लोकतंत्र के सार-तत्त्व को कैसे प्रौद्योगिकी बदल सकती है।

लखनऊ में डिजिटल अर्थव्यवस्था कार्य-समहू की बैठक का पहला दिन बहुत सफल रहा। उसमें 36 जाने-माने वक्ताओं ने 700 से अधिक पंजीकृत उपस्थितजनों के साथ अपनी विशेषज्ञता और नजरिया साझा किया। दूसरा दिन भी इतना ही विचारोत्तेजक होगा, जिसमें मुख्य व्याख्यान भारत, इंडोनेशिया और ब्राजील (ट्रोइका सदस्यों) का होगा। विषयगत सत्रों में डिजिटल जन अवसंरचना, साइबर सुरक्षा और डिजिटल अर्थव्यवस्था में डिजिटल कौशल जैसे महत्त्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जायेगी। डिजिटल अर्थव्यवस्था कार्य-समूह के लिये ये प्राथमिक एजेंडा हैं।

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