करूणा पांडे ऊर्फ ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ की पुष्पा, “मैं भगवान शिव की सच्ची भक्त हूँ और भोलेनाथ की दिल से प्रार्थना करने के लिये अपने परिवार के साथ मंदिर जाने की अपनी हर साल की परंपरा को लेकर बहुत समर्पित हूँ। उन्होंने मुझे जो अनगिनत आशीर्वाद दिये हैं, उनके लिये मैं आभारी हूँ, जिनमें मेरे मौजूदा शो ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ की सफलता भी शामिल है। हालांकि, शूटिंग शेड्यूल के चलते मैं इस साल घर पर महाशिवरात्रि नहीं मना सकूंगी। बल्कि अलीबाग के एक प्रसिद्ध शिव मंदिर जाकर अपनी भक्ति को जारी रखूंगी। भगवान शिव बुराई को खत्म करने और अच्छाई के साथ खड़े रहने के अपने संदेश से लगातार मुझे प्रेरित करते हैं। उनका शक्तिशाली त्रिशूल यही दिखाता है और अहम्, दिमाग तथा बुद्धि पर नियंत्रण का प्रतीक है।”
दीपाली पंसारे ऊर्फ ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ की वसुंधरा, “मेरे पति और मैं हर साल जम्मू में अपने घर पर पूजा और हवन अभिषेक करते हुए भगवान शिव से प्रार्थना करने का भव्य समारोह रखते हैं। लेकिन इस बार चूंकि मेरी शूटिंग रहेगी, तो मैं अपने पति और ससुराल वालों के साथ मुंबई में ही त्यौहार मनाऊंगी। भगवान शिव मेरे प्रेरणा स्रोत हैं और बुराई पर अच्छाई की जीत दिखाते हैं। वह मुझे अपनी जिन्दगी में ऐसा ही नजरिया रखने की प्रेरणा देते हैं, क्योंकि खराब दिमाग जिन्दगी को भी खराब कर सकता है।सफलता पाने और अपनी आकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिए फोकस बनाए रखना और इच्छाओं तथा दोषों के चलते पीछे न हटना महत्वपूर्ण है। भगवान शिव की तरह जीने के लिये भौतिक चीजों से अलगाव की भावना रखनी चाहिये और वास्तव में उन चीजों पर ध्यान देना चाहिये जिनके वाकई में मायने में हों।”
रिया शर्मा ऊर्फ ‘ध्रुव तारा’ की राजकुमारी ताराप्रिया, “शांति और दृढ़ता के प्रतीक शिव मेरे प्रेरणा स्रोत हैं। उन्हें ‘महान योगी’ के रूप में जाना जाता है और उन्होंने संसार की भलाई के लिये अनंतकाल तक ध्यान किया है। महाशिवरात्रि देशभर में बड़ी श्रद्धा और उत्साह से मनाया जाने वाला त्यौहार है और यह भगवान शिव से आशीर्वाद लेने और अपनी सफलता तथा आध्यात्मिक उन्नति की बाधाओं को हटाने पर ध्यान देने का मौका है। यह सीमित मान्यताओं से ऊपर उठने और सकारात्मकता को अपनाने का मौका है। महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर मैं हर किसी को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूँ और प्रार्थना करती हूँ कि भगवान शिव हमें अपना अलौकिक आशीर्वाद प्रदान करें और अपने लक्ष्यों की ओर सच, निष्ठा तथा आध्यात्मिकता के साथ बढ़ने में हमारा मार्गदर्शन करें।” मुस्कान सिंह