थीम वेडिंग की धूम
मार्डन जमाने में शादी का मतलब सिर्फ सात फेरे लेना या एक पार्टी नहीं है, बल्कि एक ऐसा मौका बन गया है, जहां आप अपने भारी गहनों, डिजाइनर कपड़ों, तरह-तरह के व्यंजनों की एक नुमाइश कर सकते हैं। आज के समय में शादियों का आयोजन करना व कराना एक नया व्यवसाय बन गया है। विवाह आयोजकों के अनुसार शादी से पहले कॉकटेल पार्टी का सबसे अधिक महत्व होता है। जितने भी मेहमानों को आमंत्रित किया जाता है, बड़ी ही आव भगत से उनका स्वागत किया जाता है और चलन के अनुसार उन्हें एक बढिया सा तोफहा भी दिया जाता है। ये सभी तोहफे अच्छे व महंगे भी होते हैं। लैदर बैग,सजावट का सामान,शो-पीस,मूर्तियां आदि विवाह में आए मेहमानों को तोहफे के रूप में दी जाती हैं। यदि शादियों की बात की जाए और शादी के कार्ड्स की चर्र्चा न चले यह तो नामुमकिन है। विवाह आयोजक बताते हैं कि दिन पर दिन नए, खूबसूरत और फैशनेबल काडर््स का चलन बढ़ता जा रहा है। आजकल तो शीशे व सिरेमिक्स आदि के प्रयोग से भी कार्ड्स छापे जाते हैं। हर शादी बिना ज्वैलरी के अधूरी ही है और डायमण्ड तो हमेशा ही लोगों की पहली पसंद है।
और इन सबके बाद दुल्हनें भी आधुनिक ढंग से ही तैयार होती हैं। डिजाइनर लहंगे, ब्रांडेड मेकअप, डिजाइनर ज्वैलरी से सजी हुई दुल्हनें भी देखने लायक होती हैं। शादी या विवाह का सारा आयोजन अधूरा रह जाएगा अगर खाने-पीने की बात न की जाए। तो शादियों में मेहमानों के आने के बाद उन्हें मेन्यू दिया जाता है जिसमें सभी प्रकार की वेरायटी जैसे इटैलियन, थाई, मंगोलियन, लैबेनिस आदि शामिल होती हैं और यह सब तो बेहद आवश्यक है। इसके साथ ही कुछ जगहों की खास प्रसिद्ध खाने पीने की चीजें जैसे यू.पी.का चाट, बनारस का पान, कीवी चौरी आदि का भी खासा प्रबंध किया जाता है। तो पूरी तरह से कहने का तात्पर्य तो यही हुआ कि आज बढिया शादी करने का मतलब है कि बैंक खाते से कम से कम कई लाख रूपये ढीले करना। मगर उन पैसों में शादियां होती हैं आलीशान मानो सारा आसमान व धरती ध्यान से उस शादी को निहार रहे हों। आधुनिक काल की ये शादियां इस धरती को भी जन्नत में परिवर्तित कर देती है। सोनी राय