श्रम और रोजगार मंत्रालय के स्वायत्त निकाय, वी.वी. गिरि राष्ट्रीय श्रम संस्थान (वीवीजीएनएलआई) और एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) ने रणनीतिक गठबंधन के तहत एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये। दोनों संगठनों के बीच हुए रणनीतिक गठजोड़ का उद्देश्य क्षेत्र में हितधारकों को लाभ पहुंचाने वाली विकास से जुड़ी पहलों की संयुक्त रूप से पहचान करके और उन्हें क्रियान्वित करके श्रम और रोजगार से संबंधित क्षेत्रों में पेशेवर और संगठनात्मक विकास को बढ़ावा देना है।
गठबंधन का उद्देश्य दोनों संगठनों की विशेषज्ञता का लाभ उठाना है और शिक्षा, अनुसंधान, प्रशिक्षण तथा अन्य गतिविधियों से संबंधित पहलों के लिए सहयोग करना है, जो सरकार द्वारा किये जा रहे श्रम सुधारों के निष्पक्ष और पारदर्शी कार्यान्वयन को बढ़ावा देते हैं। यह तालमेल, वैश्विक नीति मानकों और मानक तौर-तरीकों के संदर्भ में श्रम कानूनों और कल्याण के लिए भारत की अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता के अनुरूप और अधिक सहयोग के जरिये लाभकारी प्रभाव पैदा करना चाहता है। साझेदारी गैर-बाध्यकारी और गैर-विशिष्ट है और दोनों संगठन भारत में प्रवासी और महिला श्रमिकों सहित श्रम अधिकारों की सुरक्षा और श्रमिकों के सुरक्षित कार्य वातावरण को बढ़ावा देने के लिए एक लचीले और सहकारी तरीके से एक साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
गठबंधन के दायरे में समकालीन श्रम नीति के मुद्दों पर संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों, सेमिनारों, वेबिनार, बैठकों और कार्यशालाओं के माध्यम से क्षमता निर्माण सहित विभिन्न पहल शामिल हैं। संगठन पेशेवर विकास को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर खुले ऑनलाइन पाठ्यक्रम (एमओओसीएस) और आमने-सामने सीखने के बारे में भी पता लगाएंगे। इसके अलावा, गठबंधन द्वारा भारत में श्रम सुधारों और रोजगार से संबंधित केस स्टडीज और राष्ट्रीय सर्वेक्षणों को साझा किया जाएगा। गठबंधन पारस्परिक हित के क्षेत्रों में अनुसंधान, ज्ञान विनिमय और संयुक्त प्रकाशनों के लिए भी सहयोग करेगा।
साझेदारी में नीतियों का समर्थन करने वाले संगठन शामिल हैं, जो श्रम और रोजगार से संबंधित मुद्दों में कार्यरत हितधारकों के कल्याण को बढ़ावा देने वाली नीतियों के समर्थन के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। वी.वी. गिरि राष्ट्रीय श्रम संस्थान के महानिदेशक अमित निर्मल और एसोचैम की सहायक महासचिव सुश्री पूजा अहलूवालिया ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। हस्ताक्षर समारोह के दौरान वरिष्ठ संकाय सदस्य और दोनों संस्थानों के अधिकारी उपस्थित थे।