जिनके उर में राम हैं, मन में बसे न काम।
दृष्टि चित्त निर्मल हुए, सब जग दिखते राम।।
राम सुखद शुभ नाम हैं, राम परम परितोष।
राम नाम आनंद है, अक्षय नेहिल कोष।।
राम राम भज जीव को, मिले जन्म से मुक्ति।
प्रभु चरणों में प्रीति हो, मलय सनेही युक्ति।।
राम नाम जो जन जपे, बालक नारी वृद्ध।
निर्मल मन सुरभित रहे, जीवन बने समृद्ध।।
जिनके हृदय सुवास है, राम सदा हैं साथ।
वंदित ऐसे भक्तजन, मलय झुकावे माथ।।
प्रमोद दीक्षित मलय
शिक्षक, बाँदा (उ.प्र.)