तनाव और परेशानी आज हमारे जीवन का हिस्सा बनती जा रही है। कभी-कभी इन तनाव भरी स्थितियों का और अपनी जिम्मेदारियों का प्रबंधन करना बहुत मुश्किल हो जाता है। यदि आपको हमेशा तनाव महसुस होता है तो आर्ट थैरेपी आपके तनाव को दूर करने का सबसे बेहतरीन उपचार साबित हो सकता है। आर्ट थैरेपी के लाभ और किस तरह उससे तनावमुक्त हो सकते है, हम बताते हैः- यह आपको अपनी बातों और भावनाओं को प्रकट करने में मदद करता है। आर्ट एक ऐसी तकनीकी है जो मौखिक और बिना बोले लब्जों को भी बयां कर देता है।
बनाए एक लाइन
आर्ट थैरेपी आपसे यह नहीं कहता की आप एक मास्टर पीस बनाओं या फिर एक तनावमुक्त सोच को स्थापित करों। इसका मुख्य उद्देश्य होता है कि आप पेसिंल उठाए और कुछ भी बनाए चूंकि आर्ट थैरेपी आपको प्राकृतिक तौर प्रकट होने को कहना चाहता है। किसी तरह का कोई बनावटी रूप धारण करने को नहीं कहता। यदि आप परेशानी है तो आप उस समय जरूरी नहीं कि एक बेहतरीन चित्र बनाए बल्कि बुक पर एक लक्ष्यहीन चित्रकारी कर सकते है या अखबार पर रेखाएं भी खिंचना आर्ट थैरेपी का ही हिस्सा है।
फोकस करें
एक प्रकाशित सर्वे में पेन(दर्द मैनेजमेंट रिर्पोट के अनुसार बताया गया कि आर्ट से तनाव दूर होता ही है साथ ही कैंसर जैसे दर्द को भी कम करती है। यदि आप शारीरिक तौर पर महसुस कर रहे है कि आप आर्ट नहीं कर पा रहे है तो जरूरी नहीं की आप चित्र बनाए ही। आप उसकी जगह प्राकृतिक दूसरी चीजों पर भी अपना ध्यान केंद्रित कर सकते है। जैसे आप पार्क में घूमने जा सकते है और पेड़ पर चिड़ियों को देख सकते है, जब तक आप उसमें पूरी तरह डुब ना जाए। या फिर आर्ट प्रर्दशनी में जा सकते है और कारीगरी के हर ब्रास करने के तरीके को गहराई से देख समझ सकते है कि उसने वे रचना कैसे की है। यह तरीका आपको पूर्णता समक्ष और आकर्षित करता है।
ध्यान लगाओं और टेंशन भगाओ
आर्ट थैरेपी एक ऐसी थैरेपी है जिसमें एक बार अगर व्यक्ति डुब जाए तो उसकी कलाकारी में डुबता ही चला जाता है। यह पुरानी मेडिकेंशन की तुलना में एक बेहतरीन उपचार प्रक्रिया तनाव को दूर करने में साबित हो रही है। यह फ्लो आर्ट के रूप में कल्पित होता है जिसमें किसी तरह का कोई नियम, सोफ्टवेयर प्रोग्राम या मेडिकल औजार नहीं होते है। इसलिए अधिकांश लोग मोजैइक करना पंसद करते है। जिसके अंतर्गत ग्लैसिंस के टुकड़े होते है जिनके साथ काम करने में काफी खूशी महसुस होती है और किसी तरह का कोई डर भी नहीं होता। वैसे ही यदि आपको मिट्टी पसंद है तो आप उससे भी बहुत सारी रचनात्मक चीजें बना सकते है और उसके धब्बेदार, धुधंली पेसटल आॕयल के साथ आॕयल पेटिंग करने में डूब जाए और अपने तनाव को दूर होता महसुस कर सकते है।
बच्चे के साथ बन जाए बच्चा
बच्चों को प्राकृतिक प्रवृत्ति की रचनात्मक चीजें बहुत पंसद होती है। उनके लिए यह मान्यें नहीं रखता की वे चीज कैसे बनी है। लेकिन वही बड़े लोग अंतिम परिणाम पर फोकस करते है या फिर चित्र प्राइज विनिंग है या नहीं इस बात पर निर्भर होते है जोकि आपके तनाव को दूर नहीं करता बल्कि बढ़ता ही है। इसलिए अगली बार जब आप कलरस का नया बाॅक्स लाए तो उसे चेयर पर रखें और अपने बच्चों के साथ रंग करें। उनकी बातों और काम को ध्यान से देखें और सुने और वैसे भी करने की कोशिश करें। जब आप ऐसा करेगें तो आप भी बच्चे की तरह ही बच्चा होना महसुस करेंगे जो आपको हर तरह के तनाव से दूर रखेगा। इसके साथ ही बनाई गई पिक्चर को यदि बच्चा फ्रीज पर लगता है तो आप भी जाए आप भी अपना चित्र लगाए।
बनाए लेकिन प्यार से
यदि आप कोई क्रिएटिव हैंडमेड क्राफ्ट बना रहे है तो यह आर्ट थैरेपी का सबसे अच्छी परिभाषा होगी। अधिकाश लोगों का मानना है कि सिलाई, बुनाई का काम औरतों का होता है लेकिन अब यह केवल महिलाओं का काम ही नहीं रह गया है क्योंकि अब औरतें सिर्फ हाउसमेकर बनकर ही रहना नहीं चाहती। अब लोगों ने इस धारण को फिर से खोज निकला है कि क्राफ्ट का काम जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है चूंकि यह हाथ से बनाई रचनाएं होती है, जो हमें वास्तविक दुनिया से जोड़ती है और तो और जिस समय हम वे क्राफ्ट बना रहे होते है उस समय को भी आनन्दमय बनाता है। विनीता झा