Site icon AVK NEWS SERVICES

जल है तो बेहतर हमारा कल है

जल जीवन का सबसे बड़ा आधार होता है। जिस प्रकार नहाने से शरीर के बाहर की सफाई होती है, ठीक उसी प्रकार पानी पीने से शरीर के अंदर की सफाई होती है। ठीक मात्रा में पानी पीने से हम सेहतमंद रहते हैं। और अगर हमारे शरीर में पानी की मात्रा कम है, तो शरीर में बनने वाले विषाक्त पदार्थ बाहर नहीं जाएंगे और इससे कई समस्याएं जैसे त्वचा का सूखापन, कब्ज, सिरदर्द आदि हो सकती हैं। चूंकि हमारे शरीर का 3/4 तिहाई हिस्सा पानी या तरल पदार्थ का बना होता है। रक्त, जिसे हम मानवशरीर की जीवनरेखा कहते हैं, उसका भी 83 प्रतिशत पानी ही होता है। रक्त शरीर के हर अंग तक विटामिन, मिनरल्स, अन्य जरूरी पोषक तत्त्व जैसे हीमोग्लोबिन, ऑक्सीजन आदि को पहुंचाने का काम करता है। अगर हम उचित मात्रा में पानी नहीं पियेगें तो शरीर में पानी की कमी हो जाएगी जिससे चक्‍कर आने लगेगा और ब्‍लड प्रेशर लो हो जाएगा। तो आइये जानते हैं कि हमें पानी अधिक पीना क्‍यूं जरुरी हैः-

शरीर के तापमान को बनाए रखता

पानी हमारे शरीर में प्राकृतिक तौर पर तापमान को सामान्य बनाए रखने का काम करता है। एक सामान्य शरीर का तापमान 35 डिग्री सैल्सियस या 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है। इसलिए जब हम धूप में गरम तापमान में जाते हैं तो हमारे शरीर से बहुत पसीना निकलता है, जिस से शरीर का तापमान कम हो जाता है। पानी हमें गर्मी से बचाता है। अगर आप जरुरत के हिसाब से पानी नहीं पियेगे तो आपके शरीर का तापमान घातक तरह से बढ़ सकता है।

बनाए रखता है शारीरिक संतुलन

अधिक पानी पीने से शरीर का लसिका तंत्र संतुलन में रहता है। दैनिक कार्यों में क्षमता बढ़ाने और शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता के लिए यह बेहद जरूरी है। कब्ज का मुख्य कारण डीहाइड्रेशन यानि शरीर में पानी की कमी है। पानी पीना दिन की अच्छी शुरुआत का मंत्र है। इलैक्ट्रोलाइट्स, सोडियम या पोटैशियम जैसे मिनरल होते हैं और डीहाइड्रेशन से बचने के लिए इनका शरीर में संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है। मिनरल शरीर में कई कामों के लिए अहम होते हैंः- जैसे रक्त का पीएच स्तर बनाए रखना, नसों का काम और मस्तिष्क व शरीर के अन्य अंगों के बीच संतुलन बनाए रखना। आमतौर पर बहुत ज्यादा पसीना निकलने से शरीर में इलैक्ट्रोलाइट के स्तर में गिरावट आती है, जिस की वजह से थकावट, चक्कर आना आदि समस्याएं होती हैं।

शरीर की अंद्रुनी गंदगियों की सफाई

पानी पीने से शरीर में पैदा हुए अनचाहे हानिकारक तत्व निकल जाते हैं। जब हम सोते हैं तो शरीर में मरम्मत का काम चल रहा होता है, इसमें कई हानिकारक तत्व भी निकलते हैं। इन तत्वों के धुल जाने से त्वचा साफ और चमकदार होती है। हर दिन हम न जाने कितनी गंदगी से रूबरू होते हैं। कभी प्रदूषण तो कभी अनहेल्दी खाना आदि। पानी इन सब गंदगियों को शरीर से बाहर निकालता है। पानी में न्यूट्रियंट्स होते हैं जो शरीर से गंदगी को साफ करते हैं। इसलिये खुद को हाइड्रेट रखने के लिये खूब पानी पियें।

मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ाता है

पानी पेट को भर देता है और मैटाबॉलिक रेट को बढ़ाता है। इसलिये सुबह उठते ही खूब सारा पानी पेट करके पी लेना चाहिये। पानी पीने से वजन घटाने में भी मदद मिलती है। सुबह उठ कर ऐसा करने के फायदे सबसे ज्यादा है। इससे शरीर की दिन भर कैलोरी खर्च करने की क्षमता बढ़ती है। सही तरह से पानी न पीने से शरीर की काम करने की गति घट जाती है, वह थक जाता है और उसका मेटाबॉलिज्‍म धीमा पड़ने लगता है।

पोषक तत्व को बनाए रखने के लिए

पोषक तत्वों की आपूर्ति के लिए पानी का अधिक सेवन करना बहुत जरूरी होता है। चूंकि खाली पेट में पानी पीने से आंतों की सफाई होती है. इससे शरीर को पोषक तत्वों को सोखने में मदद मिलती है। पानी की कमी से सब से ज्यादा प्रभाव हमारे पाचनतंत्र पर पड़ता है. खाना पचाने के लिए मुंह में बनने वाली राल बेहद जरूरी होती है, जबकि शुष्क मुंह में चबाने और भोजन को अंदर तक ले जाने में समस्या होती है, जिस से अपच की समस्या हो सकती है। हमारी आंखों को भी पानी की जरूरत होती है ताकि जमा गंदगी को साफ किया जा सके।

दमकती त्‍वचा के लिए

पानी, त्‍वचा से पिंपल, दाग और एक्‍ने को हटाता है, जिससे त्‍वचा एकदम साफ और चमकदार बन जाती हैं। हमारे शरीर के बेहद नाजुक हिस्सों जैसे आंख, पाचनतंत्र, मुंह आदि को भी पर्याप्त पानी की जरूरत होती है।

हड्डियों को रखता है मजबूत

शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए हमें विटामिन डी और कैल्सियम के साथ-साथ पानी की भी बहुत जरूरत होती है। शरीर के सभी जाॅइंट्स जैसे एड़़ी का जाॅइंट, घुटने का जाॅइंट आदि में नरमी बनाए रखने के लिए पानी की जरूरत होती है। कम पानी की वजह से प्रौढ़ावस्था में ही हड्डियों से जुड़ी समस्याएं जैसे आर्थ्राइटिस, झुकाव, चोट आदि हो जाती हैं। अगर आपके जोड़ बहुत ही नाजुक हैं जैसे किसी मशीन के ज्वाइंट होते हैं। तो आपको लुब्रिकेट की जरुरत पडे़गी जिससे कभी आपको मोंच न आए या फिर जोड़ दर्द न हो। पानी जोड़ों को चिकना बनाता है जो काम करने में सहायता देता है। इसके अलावा हमारे मसापेशियों का 80 प्रतिशत भाग पानी से बना हुआ है। तो अगर आप जरुरत के हिसाब से पानी नहीं पियेगें तो आपकी मासपेशियों में ऐठन शुरु हो जाएगी।

विनीता झा
Exit mobile version