जब भी कभी हमारे कानों को “जब प्यार किया तो डरना क्या” सुनाई देता है तो हमें मुगल ए आज़म की याद आती है, और याद आते है मुगल ए आजम फिल्म के निर्देशक, के आसिफ जो इटावा की गालियों से निकल कर मायानगरी मुंबई में पहुंचे और फिर सलीम और अनारकली के प्रेम की दास्तान दुनिया के सामने लाए और मुगल ए आज़म नाम एक शाहकार ( फिल्म ) दुनिया को देकर गए । आज उसी फिल्म को थियेटर में नाटक के रूप में देश विदेशों में फिरोज अब्बास के निर्देशन में दिखाया जाता है, इस ड्रामा की भव्यता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि खेल ,सिनेमा सामाजिक और राजनैतिक जगत की बड़ी बड़ी हस्तियां इसको देखने के लिए थियेटर में जाती है बॉलीवुड के कई बड़े कलाकार इस शो का हिस्सा है ऐसा ही एक कलाकार है जो इटावा शहर से निकलकर मायानगरी मुम्बई में अपने अभिनय से थियेटर की दुनिया में काफी शौहरत हासिल कर रहा है
स्वभाव से बेहद नर्म दिल और हँसमुख स्वभाव के और अभिनय प्रतिभा के धनी इस कलाकर का नाम है अमित मुरारी। अमित मुरारी मुगल ए आज़म में एक महत्वपूर्ण हास्य किरदार को कई बरसों से जीते आ रहें जिल्ले इलाही के दरबार में सस्ती शायरी करने वाले इस महंगे शायर अमित मुरारी जो कि मुगल ए आजम के दो दर्जन से अधिक शो विदेशी धरती पर जाकर प्रदर्शित कर चुके हैं अपनी हास्य क्षमता से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करने वाले हर दिल अजीज कलाकर अमित मुरारी ने बताया कि अभिनय करने की चाहत उनको बचपन से ही थी, इस मुकाम पर पहुंच कर वो बेहद खुश है आज वो उस मुगल ए आज़म फिल्म पर आधारित मुगल ए आज़म नाटक में काम कर रहे हैं, जिसका निर्देशन इटावा की मिट्टी से निकले निर्देशक के आसिफ ने किया था , आज इटावा की मिट्टी से निकले अभिनेता अमित मुरारी, के आसिफ जैसे दिग्गज निर्देशक के ध्वज वाहक के रूप में काम कर रहे है, अमित मुरारी ने बताया कि वो अपने आप को बेहद भाग्यशाली मानते हैं क्योंकि मुगल ए आज़म वो शो है , जिसका प्रदर्शन दुनिया भर के 28 देशों में होता है, उसमें बतौर अभिनेता काम करना गर्व की बात है । शो में काम करने की वजह से अमित अब तो 16 देशों की यात्रा चुके हैं , जिनमें अमेरिका , कनाडा रूस , दुबई , सिंगापुर श्रीलंका , ग्रेट ब्रिटेन आदि शामिल हैं ।अमित मुरारी ने बताया कि आने वाले समय में वो कई फिल्मों में बतौर कलाकर दिखने वाले है । जिनके निर्देशक जेनी दीपायन, एस एस राजा और सुरेंद्र नामदेव है।