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दाद खाज खुजली न बन जाए गंभीर समस्या

आज की इस भाग-दौड़ भरी जीवनशैली में इंसान अनेकों बीमारियों से जकड़ता जा रहा है। हाल ये हो गया है कि एक छोटी सी बीमारी भी कब गंभीर हो जाती है, पता ही नहीं चलता है। अक्सर ये साधारण सी दिखने वाली बीमारियां कई अन्य नई बीमारियों को जन्म देती हैं। एक व्यक्ति की सहनशक्ति इतनी कमजोर हो गई है कि यदि कोई बीमारी हो भी जाती है तो उसका इलाज कराने से पहले ही ये सोच लेते हैं कि ये परेशानी ठीक हो ही नहीं सकती है, और इस चक्कर में वे इलाज कराने में देर कर देते हैं जिससे बीमारी गंभीर हो जाती है।

त्वचा मानव शरीर का एक ऐसा हिस्सा होती है जिसमें आए दिन कोई न कोई परेशानी देखने को मिल ही जाती है। त्वचा की बीमारियों की बात की जाए तो सबसे पहले ख्याल दाद खाज खुजली का आता है, जो गर्मियों में ज्यादा परेशान करते हैं। हम अक्सर इन्हें मामूली परेशानी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन ये मामूली सी परेशानी कब भयानक रूप ले लेती है, इसकी खबर भी नहीं होती। यह एक ऐसी बीमारी हैं जो देश में 1 से 3 प्रतिशत व्यक्तियों को इस प्रकार प्रभावित करती है कि वे कुछ ही समय में बहुत ज्यादा परेशान हो जाते हैं।

जब दाद खाज शरीर के अलग-अलग हिस्सों में एकसाथ हो जाए तो उसे ठीक कर पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। यह समस्या देखने में तो बहुत ही साधारण सी लगती है लेकिन असल में किसी भी व्यक्ति को अत्यधिक परेशान करने के लिए काफी है। अब ऐसे वक्त में व्यक्ति को खुजाने के अलावा कुछ नजर नहीं आता है। खुजाने से उस क्षण तो बहुत राहत मिलती है, लेकिन यही राहत बाद में परेशानी को गंभीर करने का कारण बन जाती है, जिससे दाद या खाज की जगह पर इंफेक्शन होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। खुजली करने की जगह यदि इस बीमारी का समय पर इलाज किया जाए तो इसे बढ़ने से रोका जा सकता है।

आमतौर पर लोग दाद और खाज को एक ही बीमारी समझ बैठते हैं लेकिन दोनों में काफी अंतर है। दाद एक चर्म रोग है जिसमें त्वचा पर लाल चकत्ते उभर आते हैं। इन चकत्तों का सही समय पर इलाज न करने से ये शरीर के दूसरें हिस्सों में भी फैलने लगते हैं। दाद में अत्यधिक खुजली महसूस होती है जिसके कारण व्यक्ति मजबूर होकर जब दाद को खुजाता है तो उसे परम आनंद महसूस होता है, लेकिन यही आनंद कुछ ही वक्त में दाद को और फैलने में मदद करता है।

वहीं अगर खाज की बात करें, तो खाज एक तरह का इंफेक्शन है जो अक्सर हमें उंगलियों की बीच, घुटने के पीछे, कलाई पर और, कुल्हों पर और प्राइवेट पार्ट के किनारों पर देखने को मिलता है। आमतौर पर यह अंगों के गीले रहने पर जन्म लेता है जैसे की गीले मौजे पहनना, लगातार पसीना आना, बार-बार पानी में जाना, गीले कपड़े पहनना, जरूरत से ज्यादा कसे कपड़े पहनना आदि।

दवाओं का ज्यादा सेवन करने से शरीर में साइड इफेक्ट हो सकता है। जिससे खुजली की परेशानी हो सकती है। मच्छरों और कीटों के काटने से खुजली की समस्या होती है। साफ-सफाई न रखने से त्वचा में इंफेक्शन हो सकता है जो दाद-खाज खुजली का रूप ले सकता है। दाद, सोरायसिस, एक्जिमा जेसे चर्म रोग होने से भी खुजली होती है। गीले कपड़े पहनने से खाज खुजली होती है। यदि किसी व्यक्ति को किसी चीज से एलर्जी है तो उससे खुजली जन्म ले सकती है। रूखी त्वचा, चिलचिलाती धूप, इंफेक्टेड व्यक्ति के संपर्क में आना।

यदि आपको हर दिन खुजली की समस्या रहती है तो ये खाज के लक्षण हैं त्वचा पर लाल चकत्ते उभर रहे हों जिसे आपको बार-बार खुजली करने का दिल करे, वह दाद का लक्षण है त्वचा पर खिचाव के साथ खुजली महसूस हो तो यह खाज के ही लक्षण हैं। त्वचा पर दाने होना।

आजकल बाजार में हर बीमारी की दवा उप्लब्ध है। यदि आप दाद खाज से परेशान हैं तो आप डॉक्टर की सलाह से दावओं का सेवन कर सकते हैं या जेल के उपयोग से इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। दाद खाज की समस्या का शुरुआत में ही इलाज कराने से यह आसानी से ठीक हो जाता है लेकिन इलाज में देरी करने से इसे ठीक कर पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। इस तरह की परेशानी के लिए चर्म रोग विशेषज्ञ या किसी अच्छे डॉक्टर से ही परामर्श लें।

उमेश कुमार सिंह

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