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प्राकृतिक रूप से पाएं चमकदार त्वचा

क्या आप प्राकृतिक रूप से चमकती त्वचा चाहती हैं? यदि हां तो इसका जवाब है योगा आसन। योग से मस्तिष्क और शरीर स्वस्थ होते हैं जिससे आपकी त्वचा चमकदार होती है। अलका सिंह योगा एक्सपर्ट का कहना है कि योगासन मुद्राओं से आप अपनी चाहत वाली चमकदार त्वचा पा सकती हैं। किसी की त्वचा उसके स्वास्थ्य का सूचक होती है और त्वचा को स्वस्थ दिखने के लिए उसे भरपूर मात्रा में रक्त संचार की आवश्यकता होती है, शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन चाहिये और सभी आन्तरिक अंग ठीक ढंग से काम करें।

तो आइये जानते है उन आसनों के बारे में जो आपके चेहरे में रक्त संचार बढ़ाते हैं, पाचन तन्त्र को बेहतर बनाते हैं और रक्त को ऑक्सीकृत करते हैं जिससे आप अधिक जवां, स्वस्थ और सुन्दर दिख सकती हैं।

यह सांस लेने की एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके दृारा फेफड़े बिल्‍कुल साफ हो जाते हैं। इसमें ज्‍यादा से ज्‍यादा ऑक्‍सीजन अंदर जाती है और कार्बन डाइऑक्‍साइड बाहर आती है। अगर आप इसे 6 महीने तक करेंगी तो आपकी स्‍किन में शाइन आएगी। इसे दिन में 2 बार 15 मिनट के लिये जरुर करें।

अलका सिंह योगा एक्सपर्ट का कहना है कि यह आगे की तरफ झुकने वाली मुद्रा हो जिसमें चेहरे में रक्त संचार होता है। इसके अलावा इसे उदर बेहतर कार्य करता है, जाँघ की माँसपेशियाँ मजबूत होती हैं और पीठ तथा बाँहों को आराम मिलता है। ध्यान रहे – यदि आपको पीठ या रीढ़ सम्बन्धी किसी प्रकार की समस्या है तो इसे कदापि न करें। इसके साथ ही धीरज से काम लें, हो सकता है कि आप अपने माथे को घुटने से न छुआ पायें। इस बात को जान लें कि यदि आप ऐसा कर पाते हैं तो आप अपना लचीलापन वापस पा सकते हैं और मुद्रा को बेहतर ढंग से कर पायेंगे।

इस मुद्रा से चेहरे की माँसपेशियों को आराम मिलता है और गर्दन तथा पीठ की माँसपेशियाँ मजबूत होती हैं। इससे चेहरे में नियन्त्रित मात्रा में रक्त का संचार होता है और रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। ध्यान रहे – यदि आपको उच्च रक्त चाप, गर्दन या पीठ दर्द की शिकायत है तो इस आसन को करने से बचें।

अलका सिंह योगा एक्सपर्ट का कहना है कि यह मुद्रा उन लोगों के लिये लाभदायक है जो लम्बे समय के लिये बैठते हैं और उनकी बैठने की मुद्र खराब है। यह आसन थायरॉइड, पैराथायरॉइड ग्रन्थियों, फेफड़ों और उदर के अंगों को प्रेरित करते हैं जिससे आपके सिर और चेहरे में खून का दौड़ान होता है, पाचन बेहतर होता है और हार्मोन का स्तर नियन्त्रित रहता है। ध्यान रहे – यदि आपको यकृत या तिल्ली के रोग, तनाव, डायरिया, माहवारी चल रही हो या गर्दन पर कोई चोट लगी हो तो इस आसन को न करें।

अलका सिंह योगा एक्सपर्ट का कहना है कि गहरी साँस लेने और छोड़ने से रक्त ऑक्सीकृत होता है संचार बेहतर होता है। इससे मन भी शान्त होता है और थकावट भरी तन्त्रिकाओं को आवश्यक आराम मिलता है। यह तनावमुक्त और सुन्दर रहने के लिये सबसे कारगर है।

योगनिद्रा या शवासन पूर्ण रूप से आराम के अहसास का तरीका है। आप लेटकर अपने हाथ-पैर तथा जोड़ों को शिथिल कर दें। आँखे बन्द कर लें। एक शव के समान लेटे रहें।

शीर्षासन थोड़ा कठिन है लेकिन यदि आप चेहरे को लम्बे समय तक चमकदार और स्वस्थ बनाये रखना चाहते हैं तो यह बहुत कारगर है। चूँकि आप अपने सिर पर खड़े होते हैं इसलिये रक्त संचार नीचे की तरफ होने लगता है और चेहरे की तरफ रक्त संचार बेहतर होता है। गुरूत्वाकर्षण शक्ति का प्रभाव विपरीत दिशा में होने से सिर पर खड़े होने से चेहरे की त्वचा उल्टी दिशा में लटकती है जिससे झुर्रियाँ गायब हो जाती हैं। उल्टा खड़े होने की स्थिति में ताजा पोषण और ऑक्सीजन चेहरे की तरफ संचारित होते हैं जिससे त्वचा चमकदार हो जाती है।

विनीता झा

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