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काशी विद्यापीठ में बड़े उत्साह के साथ मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

योग कार्यक्रम  का प्रारंभ योगा प्रोटोकाल से शुरू किया गया। इस क्रम में सबसे पहले सूर्य नमस्कार के साथ प्रारम्भ किया गया

वाराणसी: माननीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा एवं राजभवन उत्तर प्रदेश की परिकल्पना एवं माननीय कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी के मार्गदर्शन में  महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के विभिन्न विभागों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को बड़े-बड़े उत्साह के साथ मनाया गया एवं योग से जुड़ी हुई अन्य गतिविधियां संचालित की गई। पं. जवाहर लाल नेहरू क्रीड़ांगन में मनोविज्ञान विभाग के संगीत चिकित्सा प्रकोष्ठ एवं शोध केंद्र के समन्वयक डॉ. दुर्गेश कुमार उपाध्याय द्वारा संगीत चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। राग मिश्र पहाड़ी पर आधारित बाँसुरी की धुन का कुल 15 प्रयोज्यों के रक्तचाप एवं नाड़ी गति पर प्रभाव का प्री-पोस्ट मूल्यांकन कर सकारात्मक प्रभाव देखा गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुल सचिव डॉक्टर सुनीता पांडे, सहायक कुलसचिव हरिश्चंद्र तथा विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर रश्मि सिंह आदि उपस्थित रहे।

इसके अतिरिक्त मां गंगा के घाट पर भी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा योग किया गया। अस्सी घाट से नमो घाट तक बोट पर योग कार्यक्रम का आयोजन सफलतापूर्वक  सम्पन्न किया गया। योग कार्यक्रम  का प्रारंभ योगा प्रोटोकाल से शुरू किया गया। इस क्रम में सबसे पहले सूर्य नमस्कार के साथ प्रारम्भ किया गया उसी क्रम में अनुलोम विलोम, वृक्षासन, ताड़ आसन, वजरासन, राजकपोत आसन, पूर्णचक्रासन, एकपाद आसन, वक्रसान, पूर्णधनुर आसन, पूर्ण अण्ड्रासन, कर्णप्रिणासन, मयुर आसन शिर्षासन,पद्म आसन आदि करते हुए बोट  अस्सी घाट, तुलसी घाट, राजेन्द्र घाट,  दशास्वमेध घाट, काशी विश्वनाथ मंदिर घाट, मणिकर्णिका घाट, होते हुए नमो घाट तक  बोट गयी। जहाँ नमो घाट पर योग हेतु सामूहिक रूप से संकल्प शपथ  ली गयी।  पूरी यात्रा के दौरान जल पुलिस के अधिकारी एवम सिपाही बोट पर उपस्थित लोगों की सुरक्षा हेतु साथ साथ थे। सम्पूर्ण कार्यक्रम का आयोजन का समन्वय प्रो0 कृष्ण कुमार सिंह, छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष,  द्वारा किया गया।

 ललित कला विभाग में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन एवं राज्य ललित कला अकादमी तथा विभाग के तत्वाधान में 20 दिवसीय ग्रीष्मकालीन कला शिविर के समापन के अवसर पर चित्रकला एवं मूर्तिकला का प्रदर्शनी का आयोजन दिनांक 21/06/2023 को विभाग के सभागार में संपन्न हुआ।

   इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग विषय पर लाइन,रूप,रंग के माध्यम से अभिव्यक्ति को साकार किया है।व्यक्ति के जिंदगी में योग कितना महत्वपूर्ण होता है ओ चित्रों में दिखता है। राज्य ललित कला अकादमी एवं ललित कला विभाग के तत्वाधान में 20 दिवसीय ग्रीष्मकालीन कला शिविर के समापन अवसर पर चित्रकला  एवं मूर्तिकला  प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।  प्रदर्शनी में लगभग 100 कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया । 

शिक्षाशास्त्र विभाग में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में वाद-संवाद प्रतियोगिता* आयोजित की गई। यह *वाद-संवाद* *प्रतियोगिता “संपूर्ण व्यक्तित्व विकास में योग शिक्षा की उपादेयता”विषय* पर आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में बी॰ एड॰ द्वितीय सेमेस्टर एवं बी॰एड॰ चतुर्थ सेमेस्टर के छात्राध्यापकों ने योग शिक्षा के महत्व पर अपना-अपना विचार प्रस्तुत किया। शिक्षाशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम समन्वयक प्रो॰शैलेंद्र कुमार वर्मा ने योग की विभिन्न विधाओं जैसे विपश्यना एवं ध्यान को अपनाकर चिंता मुक्त तथा स्वस्थ जीवन जीने के महत्व को बताया।

  महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ के सौजन्य से ज़िला कारागार वाराणासी के महिला बंदियों को योग कराया गया । माननीय कुलपति प्रो आनंद त्यागी ने उक्त कार्यक्रम की प्रभारी  प्रो शैला परवीन को बनाया किया ।योग इन्स्ट्रक्टर गरिमा ने योग कराया तथा योगा के विभिन्न आसनो की उपयोगिता बतायी गयी । प्रो शैला परवीन ने अपने वक्तव्य में कहा  की योगा सिर्फ़ एक दिन नहीं करना है बल्कि इसको अपनी दिनचर्या में शामिल करने की आवश्यकता है । योगा से सिर्फ़ शारीरिक लाभ ही नहीं होता बल्कि मानसिक तनाव तथा अवसाद भी दूर होता है । अंत में सभी महिलाओं को धन्यवाद योग इन्स्ट्रक्टर गरिमा द्वारा दिया गया । उक्त कार्यक्रम चीफ़ प्रोक्टर प्रो अमिता सिंह के निर्देशन में संपन्न हुआ । योगा कार्यक्रम में  ज़िला कारागार की ५० माहिलाओं से अधिक की सहभागिता रही ।विद्यापीठ में होगा प्राकृतिक चिकित्सा के गांधीवादी मार्ग पर मंथन अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा  परिषद, कोलकाता एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षा केन्द्र, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में “भारतीय ज्ञान परम्परा एवं प्राकृतिक चिकित्सा का गांधीवादी मार्ग” विषय पर अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा परिषद, कोलकाता  का 40वां राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। जिसमें देश भर से 200 से भी ज्यादा प्राकृतिक चिकित्सा क्षेत्र के विद्वान प्रतिभाग करेंगे।

           सम्मेलन का उदघाटन दिनांक 22/06/2023 को प्रातः 10:00 उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी के द्वारा किया जायेगा। समारोह की अध्यक्षता प्रो. ए. के. त्यागी कुलपति महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ करेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में उ.प्र. सरकार के आयुष मंत्री डा०दया शंकर मिश्र “दयालु जी” तथा मुख्य वक्ता के रुप में अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा  परिषद, कोलकाता के अध्यक्ष प्रो० शंकर कुमार सान्याल एवं सम्मानित अतिथि के रूप में श्री कुंवर शेखर विजेंद्र, कुलाधिपति, शोभित यूनिवर्सिटी तथा प्रो०श्रीकांत पाटिल अमरावती विश्वविद्यालय होंगे।

         सम्मेलन में प्राकृतिक चिकित्सा के वर्तमान स्वरूप के साथ साथ भविष्य में इसकी उपयोगिता पर विचार विमर्श किया जायेगा।दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान दो दर्जन से अधिक शोध पत्र  प्रस्तुत किए जायेंगे साथ ही सम्पूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों से आए प्राकृतिक चिकित्सा से जुड़े विद्वान एवं प्रैक्टिशनर भी अपने विचार एवं अनुभव साझा करेंगे।

सम्मेलन के अंतिम दिन समापन समोराह में प्रतिवेदन प्रस्तुतिकरण  तथा प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरण के साथ सम्मेलन अपनी पूर्णता को प्राप्त करेगा।  उद्घाटन सत्र के दौरान सम्मेलन से सम्बन्धित प्रोसीडिंग एवं हीलिंग विथ सत्य- वैदिक साइंस तो गांधियन वे ऑफ नेचुरोपैथी पुस्तक विमोचन माननीय  राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा द्वारा किया जायेगाl

         आयोजन को सफल बनाने के लिए योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षा केन्द्र (मगांकावि)के 50 से भी ज्यादा छात्र छात्राएं  विभिन्न स्थलों पर उपस्थित रहेंगे ताकि आगंतुक अतिथिगण एवं प्रतिनिधिगण को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की समस्त अध्यापक तथा अधिकारी और कर्मचारी सम्मिलित रहे l

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