हमने पिछले एपिसोड में देखा, रीता को पता है कि नयन का बच्चा मरा नहीं है, और उसे शक है कि पंडित जी की पोती नयन की बेटी है। आज हम देखेंगे कि, नयन और देवांश की जिंदगी में एक खुशी का पल आएगा।
आज, हम देखेंगे कि देवांश, पंडित जी की सहमति से, नयन की खुशी के लिए दृष्टि को घर लाने का फैसला करता है। देवांश का यह फैसला उन् दोनों को अपनी बेटी के करीब लायेगा। दूसरी तरफ साजिशो का सिलसिला अभी रुका नहीं है, क्योंकि रीता को पता चला कि नयन की बेटी मरी नहीं है। रीटा और पोम्पी अपनी असली पहचान छिपाने के लिए नई रणनीतियाँ लेकर आ रहे हैं।
क्या रीता को पता है कि दृष्टि नयन की ही बेटी है? क्या देवांश का फैसला अपने बेटी दृष्टि की जिंदगी के लिए सही है या गलत ? यह जानने के लिए, नयन-जो वेखे उनवेखा का आज का एपिसोड देखना न भूलें, रात 8:30 बजे केवल ज़ी पंजाबी पर।