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रक्षा मंत्रालय एवं एफएसएसएआई ने सशस्त्र बलों के बीच मोटे अनाज के उपयोग और स्वस्थ भोजन परम्पराओं को बढ़ावा देने व सुरक्षित और पौष्टिक भोजन सुनिश्चित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

सशस्त्र बलों के बीच मोटे अनाज के उपयोग और स्वस्थ भोजन परम्पराओं को बढ़ावा देने और सुरक्षित व पौष्टिक भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया की उपस्थिति में रक्षा मंत्रालय (एमओडी) और खाद्य सुरक्षा तथा भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने आज यहां एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। दोनों मंत्रियों ने श्री अन्न (मोटे अनाज) की खपत और इसके स्वास्थ्य लाभों को बढ़ावा देने के लिए ‘हेल्दी रेसिपीज़ फॉर डिफेंस’ नामक पुस्तक का भी विमोचन किया।

एमओयू पर रक्षा मंत्रालय की ओर से महानिदेशक (आपूर्ति और परिवहन) लेफ्टिनेंट जनरल प्रीत मोहिंदरा सिंह और भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) की कार्यकारी निदेशक सुश्री इनोशी शर्मा ने हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य कर्मियों के बीच आहार विविधता और मोटे अनाज-आधारित खाद्य उत्पादों के पोषण संबंधी लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करना है। एमओयू रक्षा मंत्रालय के तहत मेस, कैंटीन और अन्य खाद्य दुकानों में मोटे अनाज आधारित व्यंजन सूची की शुरुआत का मार्ग भी प्रशस्त करेगा।

यह सहयोग खाद्य संरक्षा और मानक कानून 2006 के अनुसार खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता पर मेस, सशस्त्र बलों की कैंटीन और अन्य खाद्य दुकानों के खाद्य संचालकों और रसोइयों का प्रशिक्षण भी सुनिश्चित करेगा। यह सशस्त्र बलों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक साझी प्रतिबद्धता का प्रतीक है ताकि वे राष्ट्र के प्रति अपनी सेवा में दृढ़ता और लचीलापन बनाये रखने में सक्षम बने रहें। समझौता ज्ञापन सशस्त्र बलों के परिवारों और बड़े पैमाने पर समुदाय को पौष्टिक आहार अपनाने, स्वस्थ भोजन विकल्प चुनने और खाद्य सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

एफएसएसएआई द्वारा तैयार पुस्तक ‘हेल्दी रेसिपीज फॉर डिफेंस’ में मोटे अनाज आधारित व्यंजनों की एक श्रृंखला शामिल है। यह रक्षा मंत्रालय के तहत विभिन्न कैंटीनों और खाद्य दुकानों के लिए एक मूल्यवान संसाधन के रूप में काम करेगा। रक्षाकर्मियों के सामने कठिन इलाकों में आने वाली चुनौतियों और विविध जलवायु परिस्थितियों को देखते हुए, आहार में विविधता का बेहद महत्व है। मोटे अनाज अपने पोषण मूल्य के लिए जाने जाते हैं और एक संतुलित और विविध आहार में योगदान दे सकते हैं।

इस अवसर पर थल सेना अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव श्री गिरिधर अरमने, केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण, एफएसएसएआई के सीईओ श्री जी कमला वर्धन राव और रक्षा मत्रालय तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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