AVK NEWS SERVICES

दिल के दौरे के कारण मृत्यु दर में कमी लाने के लिए अधिक उम्र के लोगों में अतिरिक्त देखभाल जरूरी

कार्डियोलॉजिस्ट्स के लिए अधिक उम्र में गुर्दे, फेफड़े, सेरेब्रोवास्कुलर और कमजोरी जैसी को-मॉर्बिडिटी से निपटना बड़ी चुनौती : डॉ.बलबीर

लखनऊ, 30 दिसंबर 2022 : जैसे ही हम 2023 की भोर में पहुंचते हैं और पिछले साल हृदय रोगियों की देखभाल और प्रगति को पीछे जाकर देखने की कोशिश करते हैं, हमें देश में हृदय रोगियों की बढ़ती संख्या का एहसास होता है। हम इस आबादी में हाई रिस्क और अधिक मृत्यु दर को भी समझते हैं। इसका मतलब है कि हमें कार्डियोलॉजिस्ट के तौर पर अधिक अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी, कमियों को दूर करना होगा और अधिक तकनीकी कौशल सीखना होगा और अधिक लोगों का जीवन बचाना होगा। मरीजों के लिए ये अच्छी खबर है कि डाक्टर नई और सुरक्षित प्रक्रिया अपना रहे है और डॉक्टर्स ये महसूस करते हैं कि उनकी ये कोशिश और अधिक स्किल्स के साथ और अधिक लोगों का जीवन बचाएं। इसी को लेकर मैक्स हॉस्पिटल, साकेत के चेयरमैन-कार्डियोलॉजी (पैन मैक्स) डॉ.बलबीर सिंह ने पत्रकारों को संबोधित किया। मैक्स हॉस्पिटल साकेत में जो नई तकनीक अपनाई गई है और अतिरिक्त लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है, उनमें मित्रा क्लिप, क्रायोब्लेशन और खतरनाक कार्डियक रिदम की रिमोट मॉनिटरिंग का उपयोग। इन सभी नई थेरेपी के लिए अग्रणी अन्वेषक होने के नाते कई ऐसे रोगी लाभान्वित हो रहे हैं, जिनका उपचार नहीं किया जा सकता था। पहला क्रायोब्लेशन पिछले साल नवंबर महीने में एक एट्रियल फिब्रिलेशन वाले मरीज में किया गया था और करीब एक साल तक फॉलोअप में मरीज एसिम्टोमैटिक है।
डॉ.बलबीर ने आगे कहा, कार्डियोलॉजिस्ट्स के लिए अधिक उम्र की आबादी में गुर्दे, फेफड़े, सेरेब्रोवास्कुलर और कमजोरी जैसी को-मॉर्बिडिटी से निपटना बड़ी चुनौती है जो इन्हें कार्डियक सर्जरी के लिए अधिक संवेदनशील बनाती है। लेकिन नवीनतम अविष्कार जो इन चिंताओं से निर्देशित हैं, प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित और सफल बनाने के लिए मिनिमली इनवेसिव इंटरवेंशन पर जोर देते हैं। हार्डवेयर के अलावा परक्यूटीनियस इंटरवेंशन (पीसीआई) में आंशिक या पूरी तरह से अवशोषित करने योग्य स्टेंट प्लेटफॉर्म पर जोर दिया जाता है। वे स्टेंट से जुड़ी घटनाएं कम करने और संभावित रूप से डुअल एंटीप्लेटलेट थेरेपी की समयावधि में कमी लाने की परिकल्पना कर रहे हैं।
ऐसा अक्सर देखने में आया है कि कई मामलों में लोगों को अपने जीवनशैली विकल्प से जुड़ी समस्याएं पता थीं, इसके बावजूद उन्होंने वैसा करना जारी रखा। उम्र से हटकर समस्या के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार अनियमित नींद चक्र, खानपान की गलत आदत, तनाव, हाइपरटेंशन, प्रदूषण, हाई कोलेस्ट्रॉल, तंबाकू, शराब और भी बहुत कुछ हैं। इसलिए, मैक्स हॉस्पिटल साकेत ने जानकारी और जागरूक करने के लिए इस मंच का उपयोग करने की पहल की है कि कैसे लोग खुद को दिल की बीमारियों का शिकार बना लेते हैं। विशेषज्ञों ने ये तरीका भी बताया कि दिल के दौरे के शुरुआती लक्षण किस तरह नोटिस करें और मेडिकल सहायता के लिए नजदीकी हॉस्पिटल तक पहुंचें।

Exit mobile version