नजरिये से पहचाने उसकी योग्यता को अधिकांश माता-पिता सबसे पहले प्रश्र
हो सकता है कि आप का बच्चा बहुत कौशल न हो, लेकिन उसमें स्वभाविक योग्यता हो जो कि आप ने अभी तक खोज न पाएं हो। अपने विकेंड का इस्तेमाल कर के यह देखें कि आप का बच्चा किस चीज में निपुण है। क्या आप ने कभी गौर किया है कि आप की बेटी के पैर गाना सुनते ही डांस करने के लिए हिलने लगते है? क्या आप ने कभी देखा है कि आप का बेटा अपने शॉपिग के खर्चे को एक ही क्षण में गणना कर लेता है? या गाना सुनते हुए गाना बानने लगता है?
क्या आप ने अपनी पारिवारिक तस्वीरों को देखते समय यह एहसास किया है कि आप की बेटी का चेहरा फोटोग्राफी के लिए कितना उचित है? शायद ही आपने गौर किया होगा या ध्यान दिया होगा कि परिवार के सदस्यो के मिलने पर, आप अपने बच्चे को गाने या डांस करने या गणितीय योग्यता दिखाने के लिए प्रोत्साहित करते है, लेकिन क्या यह काफी है? क्या आप ने यह सोचने में कुछ पल बिताएं है कि आप की छोटी बेटी जो डांस करती है, हो सकता है कि वह एक अच्छा डांसर बनना चाहती हो? या आप का बेटा जो तुरंत ही गणना कर लेता है गणित में जिनियस बनना चाहता हो?
नजरिये से पहचाने उसकी योग्यता को अधिकांश माता-पिता सबसे पहले प्रश्र पूछते है कि वह कैसे जान पाएंगे कि उनका बच्चा किसमें अच्छा है? उसकी क्या योग्यता है? आइए जाने कि हर कोई स्वभाविक रूप से उपहारित नहीं होता या हर कोई मोर्जाट.जो 6 वर्ष की आयु से क्लेवियर, ऑर्गन और वॉयलेन बजाने लगा और संगीत के यंत्र बजाने में निपुण था जैसे पैदा नहीं होता, यह प्राकृतिक का नियम है कि हर किसी में एक न एक गुण मौजूद होते है। हर बच्चे में एक प्रवृति, किसी चीज या पाठ्यक्रम के लिए योग्यता होती है। यदि बच्चे के लिए किसी विशिष्टि क्षेत्र में सही राह चुनी जाएं तो वह बहुत बेहतर कर सकता है।
आप इस नजरिए को कैसे पहचानेगे? विशेषज्ञों का कहना है कि ,बच्चे की योग्यता को पहचानना एक दिन की बात नहीं है, आप एक दिन में अपने बच्चे के साथ 24 घंटे बिताकर उसकी योग्यता के बारें मे नहीं जान पाएगें, यह एक निरंतर प्रक्रिया है कुछ केसों में यहां बहुत से स्पष्ट संकेत होते हैं यदि आप का बच्चा विभिन्न गानों का बहुत जल्द पहचान लेता हैं तो उसके अंदर संगीत की दिलचस्पी है यदि वह रेडियो या टीवी को ठीक करने में लगा रहता है तो हो सकता है कि उसमें तकनीकी योग्यता के प्रति अधिक दिलचस्पी हो या यदि वह भीड़ में लोगो को कहानियंा सुनाकर बहुत खुश रहता है तो हो सकता है वह एक अच्छा वक्ता बनें।
वैकल्पिक तरीका
यहां ध्यान देने के लिए अन्य वैकल्पिक तरीके भी है, यहां कुछ मानक बताते है जो कि प्रश्रों की सूची ¬द्वाारा बच्चों की योग्यता को स्पष्ट करते हैं यद्यपि भारत में यह सामान्य नहीं है यह जांचे बच्चे की क्षमताओ के अंतर्गत विभिन्न शीर्षकों जैसे विस्तृत बहुभाषी,तकनीकी और वैज्ञानिक आदि में वर्गीकृत कर दिए जाते हैं, इसी तरह, सभी विशेषज्ञ कहते है कि योग्यता को जानने का तरीका कोई भी हो, आज्ञाकारी व विवेकी होना ही काफी नहीं है, इसमे कोई शक नही है कि पहला कदम उठाना बच्चे की योग्यता को पहचानने के लिए काफी नहीं है, बल्कि माता-पिता के लिए अपने बच्चे में छुपी हुई योग्यता को पहचानने की क्षमता रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
विशेषज्ञों का मानना है कि,कुछ बच्चों में इस प्रकार के संकेत बहुत स्पष्ट होते है लेकिन सभी ही महत्वपूर्ण है कि माता-पिता अपने बच्चे के लिए सही मार्ग उपलब्ध करवाएं,उन्हें ऐसी स्थिति में डालें जहां पर छुपी हुई योग्यता फिर से सामने आ सके, एक सही दिशा उपलब्ध करवाना हमेशा से दुसरा कदम रखने के बराबर होता है उदाहरण के लिए आप के बच्चे में एक अभिनेता बनने का गुण व क्षमता है लेकिन दुर्भाग्यवश आप उसे खेलों में डाल देते और उसे कॉलोनी के उत्सव में भाग लेने के लिए प्रोत्साहत करते है,तो ऐसे में आप कभी भी उसे कुछ नहीं बना पाएंगे।
संगीता मानती है कि वह कीबोर्ड के साथ उत्सव की क्षमता को नहीं पहचान पाई थी, उन्होंने इसे अचानक से पाया यदि वह उसे संगीत की कक्षा में नहीं डालती, तो आज उत्सव एक बहुत योग्यशाली पियानिस्ट नहीं होता भाग्यपूर्ण, दिल्ली में इस प्रकार के स्कुलो की विभिन्न क्रियाओ, रचनात्मक लेखन से लेकर थिएटर तक के लिए बहुत परिपूर्ण है, इस प्रकार की क्रियाओं को करके कुछ हफ्ते बिताना,देखे कि आप के बच्चे को क्या करना है यदि यहां कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिलता है तो आप ट्राइल एंड एरर तरीका इस्तेमाल करके जांच सकते है। इस तरह अपने बच्चे को एक अलग स्थिति में डालना, ध्यान देना समझना और फिर दिशा निर्धारित करना।
इतिहास के पेजो द्वारा झांकना और आप एहसास करेगे कि मोजार्ट या पिकासो की बजाएं अपूर्व बुद्वि के मनुष्य के लिये प्रकृति और इस लिए अब विकेंड अपने बच्चे की योग्यता को पहचानने में अपना समय उनके साथ बिताएं।