केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश के उज्जैन में एस. जी. एम. एल. नेत्र अस्पताल  का उद्घाटन किया

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश के उज्जैन में एस. जी. एम. एल. नेत्र अस्पताल  का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। अपने संबोधन की शुरूआत अमित शाह ने महात्मा गांधी की 75वीं पुण्यतिथि पर बापू को श्रद्धांजलि देकर की। उन्होंने कहा कि बापू ने पूरे विश्व में भारत के अहिंसा के संदेश को ना सिर्फ प्रचारित किया, बल्कि उसे प्रस्थापित भी किया।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज वीडियो

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश का उज्जैन धाम देश के करोड़ों भक्तों के लिए हमेशा से आस्था का केन्द्र रहा है और भगवान महाकाल का मंदिर वेदों के समय से ही हमारे देश की कालगणना में बहुत मह्त्वपूर्ण रहा है। उन्होंने कहा कि उज्जैन में कई मंदिर पूरे विश्व के आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं और हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने महाकाल लोक के भव्य कॉरिडोर को उज्जैन की भव्यता और इसकी आस्था के पुनर्निर्माण के लिए शुरू किया है। महाकाल लोक बनने के साथ ही देशभर के करोड़ों लोगों की श्रद्धा के केन्द्र को और अधिक मज़बूत करने का काम हुआ है। अमित शाह ने कहा कि आज यहां एक नेत्र चिकित्सालय का उद्घाटन हो रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान स्वामीनारायण ने उत्तर प्रदेश से गुजरात आकर स्थायी निवास किया था और देशभर में विचरण करके ज्ञान प्राप्त करके उसे लोकभोग्य बनाकर वचनामृत के माध्यम से पूरे विश्व, विशेषकर गुजरात के लोगों के कल्याण के लिए कई काम किए।  नेत्र चिकित्सालय 50 बेड के साथ अनेक प्रकार के नेत्र के रोगों से लोगों को मुक्ति देने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि 15 करोड़ के खर्च से बना ये नेत्र चिकित्सालय उज्जैन धाम और आस-पास के लोगों के लिए आंखों के कई रोगों के इलाज में मदद देने का काम करेगा।

सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से देश के 80 करोड गरीबों को 5 लाख रूपए तक के स्वास्थ्य के सभी खर्चों से मुक्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में 80 करोड लोगों को 5 लाख रूपए तक के स्वास्थ्य का पूरा खर्चा देने का ये पहला और एकमात्र उदाहरण है। मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 से बढ़ाकर 596 की गई है, एमबीबीएस सीटों की संख्या 51000 से बढ़ाकर 89000 हुई है और पीजी सीटों की संख्या 31000 से बढ़ाकर 60000 करने का काम सरकार ने किया है। कॉलेजों की संख्या में 55% की वृद्धि, एमबीबीएस सीटों में डेढ़ गुना और एमएस और एमडी की सीटों में दोगुना वृद्धि भारत की स्वास्थ्य रचना को बहुत मजबूत करेगी। सरकार ने 22 नए एम्स की स्थापना की है जिससे गरीबों को बीमारियों के इलाज में बहुत फायदा मिलेगा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी को पूरे भारत में पहली बार भारतीय भाषा में मेडिकल की शिक्षा की शुरूआत करने के लिए बधाई दी और कहा कि एमबीबीएस के सभी कोर्सो का पूर्णतया हिंदी में अनुवाद करके, शिवराज जी ने हमारी भारतीय भाषाओं को एक नई गति देने का काम किया है।