शहर की पेयजल व्यवस्था में सुधार का बीड़ा नगर आयुक्त ने उठाया

सोमवार को अपने कार्यालय में नगर आयुक्त अमित आसेरी अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव संग जलकल विभाग के अधीनस्थों के साथ मैराथन 4 घंटे समीक्षा की समीक्षा। बैठक में नगर आयुक्त के सख़्त तेवर देखकर अधीनस्थों के पसीने छूटने लगे। नगर आयुक्त ने पेयजल की किल्लत लीकेज दूषित जल जैसी समस्याओं का संज्ञान लेते हुए महाप्रबंधक जल सहायक अभियंता जल अवर अभियंता जल सहित सभी पेयजल प्रभारी को दो टूक लफ़्ज़ों में  सुधार के लिये 48 घंटे की मोहल्लत दी है। बैठक में नागरिकों की पेयजल समस्याओं पर तत्काल एक्शन लेने के लिए पूर्व से संचालित पेयजल कंट्रोल रूम 8477881979 को नगर निगम इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में संचालित कॉल सेंटर नंबर 1533 में मर्ज कर दिया है।

नगर आयुक्त ने बताया बढ़ती हुई गर्मी में पेयजल व्यवस्था को प्रभावी बनाए जाना एक चैलेंज है और इस चैलेंज को पूरी शिद्दत के साथ नगर निगम शहर वासियों के सहयोग से हासिल करेगा। रोजाना पेयजल आपूर्ति, पेयजल किल्लत वाले क्षेत्रों में आपूर्ति हेतु कार्रवाई, लीकेज हैंड पंप मरम्मत की रोज़ाना मॉनिटरिंग व समीक्षा स्वयं करूंगा और यदि कहीं इसमें कोई भी कोताई बढ़ती जाती है तो सख्त एक्शन लिया जाएगा

महाप्रबंधक जल अनवर ख्वाजा ने बताया पेयजलापूर्ति को को प्रभावी बनाए जाने के उद्देश्य से 10 मिनी ट्यूबवेल लगाए जाने का कार्य प्रगति में है जिसमें वार्ड 27 में ब्रह्मानपुरी चौक वार्ड 20 पक्की सराय वार्ड 63 श्याम नगर वार्ड 10 सराय दीनदयाल वार्ड 56 सराय रहमान व वार्ड 37 सब्जी मंडी शामिल है जिसमें सारी दीनदयाल का ट्यूबवेल मिनी ट्यूबवेल चालू हो गया है। उन्होंने बताया विस्तारित क्षेत्र में भी पेयजल आपूर्ति को प्रभावी बनाने के लिए नगर निगम ने ठोस कदम उठाए हैं जहां 4 ट्यूबवेल में से वार्ड 23 बरौदी फतेह खा और वार्ड 16 हाजीपुर चौहटा में ट्यूबवेल स्थापित हो गए हैं और चालू है शेष 2 का कार्य प्रगति पर है।

उन्होंने बताया कि नगरीय क्षेत्र में पेयजल के गिरते स्तर पर भी नगर निगम में प्रभावी कार्रवाई की है शहर के प्रमुख पोखरो की खुदाई जल संचय के उद्देश्य से निरंतर की जा रही है इसके साथ-साथ 25 पेयजल टैंकरों से भी आवश्यकता अनुसार पेयजल सप्लाई दी जा रही है उदय सिंह जैन रोड पर बरसों पुरानी लाइन को बदलकर उसे ठीक किया गया है साथ ही साथ अवंतिका फेज 1 और काशीराम कॉलोनी की टंकी में कैपेसिटी की कमी थी लीकेज ज्यादा थी जिनको भी ठीक कर दिया गया है और इस क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति ठीक हो गयी है।