भारी उद्योग मंत्रालय (एमएचआई) अपने केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई)/ स्वायत्त निकायों के साथ आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय और जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से ‘स्वच्छता ही सेवा 2024’ अभियान में साफ-सफाई के लिए सक्रिय रूप से हिस्सा ले रहा है। अभियान का उद्देश्य स्वच्छता के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता फैलाना और नागरिक भागीदारी को सुविधाजनक बनाना, गंदे और भारी कचरा स्थलों (ब्लैक स्पॉट) को साफ करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए वृहद सफाई अभियान चलाना, सफाई कर्मचारियों के योगदान को मान्यता देना, पिछले दशक की उपलब्धियों को दर्शाना और ‘संपूर्ण स्वच्छता’ के लिए राष्ट्र की प्रतिबद्धता की पुष्टि करना है।
अभियान की थीम ‘स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’ को ध्यान में रखते हुए, अभियान के शुरुआती चरण में 200 से अधिक गतिविधियों की पहचान की गई है, जो इस राष्ट्रव्यापी अभियान के लिए आधार तैयार करती हैं और 100 से अधिक स्थलों को स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों (सीटीयू) के रूप में चुना गया है। इसका उद्देश्य इन उपेक्षित/चुनौतीपूर्ण स्थानों, जिन्हें अक्सर ब्लैक स्पॉट कहा जाता है को स्वच्छ और स्वस्थ स्थानों में बदलना है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 5 जून, 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण अभियान #एक_पेड़_माँ_के_नाम और #प्लांट4मदर का शुभारंभ किया गया। इस अभियान का उद्देश्य भूमि क्षरण को रोकना, सूखा प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण करना और मरूस्थलीकरण को रोकना है। इसका लक्ष्य समाज के सभी हितधारकों को शामिल करके सितंबर 2024 तक 80 करोड़ पेड़ और मार्च 2025 तक 140 करोड़ पेड़ लगाना है। प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए, 21 सितंबर, 2024 को सीमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड आवासीय टाउनशिप, बोकाजन, असम में भारी उद्योग और इस्पात मंत्री श्री एच. डी. कुमारस्वामी की अगुवाई में वृक्षारोपण अभियान शुरू किया गया।
इसके अलावा, भारी उद्योग मंत्रालय के तहत सीपीएसई और स्वायत्त निकायों में वृक्षारोपण अभियान प्रगति पर है, जिसके परिणामस्वरूप अब तक 92 हजार से अधिक पेड़ लगाए गए हैं।