परम्परागत ऊर्जा के विकल्प के रूप में सौर ऊर्जा की बढ़ती सम्भावनाओं पर कार्यशाला

वाराणसी: संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल कोइराजपुर वाराणसी के ज्ञानपीठ सभागार में स्वामी अतुलानंद हिन्दू महाविद्यालय एवं कोइराजपुर परिसर के विद्यार्थियों के लिए सौर ऊर्जा के प्रति जागरूकता के संदर्भ में “Six point understanding of Climate change and corrective Actions” विषय से सम्बन्धित कार्यशाला का आयोजन किया गया, जो सोलर मैन ऑफ इण्डिया के नाम से विख्यात  आई आई टी मुंबई में माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के प्रोफेसर चेतन सिंह सोलंकी जी (संस्थापक- एनर्जी स्वराज फाउन्डेशन) के कुशल  निर्देशन में सम्पन्न हुई। प्रोफेसर सोलंकी जी पिछले 11 साल से अपना घर त्याग कर सोलर बस में ही भ्रमण कर रहें हैं और लोगो को जागरूक करने का कार्य कर रहें हैं। 

जिसके लिए उन्हे जनता द्वारा सोलर गाँधी की उपाधि भी दी गयी है। उन्होने अपनी कार्यशाला  में बताया कि किस प्रकार हमारी दैनिक दिनचर्या की प्रत्येक गतिविधि कार्बन डाई आक्साइड को बढ़ावा देकर ग्लोबल वार्मिंग में योगदान दे रही है जिस पर रोकथाम लगाने का एक मात्र विकल्प हमारे द्वारा उपभोग की जाने वाली परम्परागत ऊर्जा का सोलर ऊर्जा द्वारा प्रतिस्थापन ही है l

वास्तविकता में तुरन्त इस विकल्प को अंगीकार करना इतना सरल न होने के कारण प्रोफेसर सोलंकी जी ने थ्री स्टेप मॉडल (AMत)के बारे में बताया जिसमे ऊर्जा के परम्परागत तरीके से बचाव करने, उसके प्रयोग को कम करने तथा नवीन शुद्ध ऊर्जा को उत्पन्न करने के तीन मुख्य चरणों पर प्रकाश डाला। डॉ. सोलंकी का यह विशेष सुझाव था कि इस शुरुआत  के लिए जनमानस को अपनी दैनिक दिनचर्या में बदलाव लाने की आवश्यकता है। मात्र सरकार पर निर्भर रहने से इसका समाधान सम्भव नहीं हैं।

संस्था सचिव श्री राहुल सिंह जी ने कहा कि वर्तमान समय में इस संदर्भ में निश्चित रूप से जन आन्दोलन की  आवश्यकता है और हम सभी इस एनर्जी स्वराज अभियान में राष्ट्र के सजग प्रहरी के रूप में सम्मिलित होने का पूर्ण आश्वासन देते है। इस संदर्भ में संस्था की निदेशिक़ा डॉ. वन्दना सिंह जी, प्रधानाचार्या डॉ. नीलम सिंह जी तथा स्वामी अतुलानंद हिन्दू महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. श्रीकान्त शुक्ला जी सहित दोनो विद्यालयों के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने शपथ ग्रहण की कि वे सभी इस अभियान को सफल बना कर तथा सौर ऊर्जा के विकल्प का प्रचार-प्रसार करके वैश्विक पटल पर श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को सार्थक करेंगे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती शेफाली श्रीवास्तव द्वारा किया गया।