ज्वॉइंट सर्जरी के लिए लॉन्च किया नया रोबोटिक सिस्टम

रोबोटिक सर्जिकल प्रोग्राम, लॉन्च किया नेक्स्ट जनरेशन रोबोटिक सिस्टम

रोहतक : 
दिल्ली के बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने अपने रोबोटिक सर्जिकल प्रोग्राम को विस्तार दिया है. अब अस्पताल ने जोड़ों के रिप्लेसमेंट की सर्जरी के लिए ऐसा रोबोटिक सिस्टम शुरू किया है, जो आर्टिफिशिय इंटेलिजेंस से लैस है. ये रोबोटिक सिस्टम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित है, जिससे डॉक्टरों को काफी मदद मिलेगी. इसकी मदद से डॉक्टर ज्यादा सटीकता से ऑपरेशन कर सकेंगे, खून का बहाव कम से कम होगा और इससे ये सुनिश्चित होगा कि जॉइंट ठीक से अपनी जगह बैठ जाएं. ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट के लिए रोबोट आने से मरीजों को लाभ पहुंचेगा, उनका इलाज करने वाले डॉक्टर मजबूत तकनीक के साथ उपलब्ध रहेंगे. इस तकनीक को इस तरह डिजाइन किया गया है जिससे मरीज के जॉइंट स्ट्रक्चर को रिप्लेस किया जा सके और उसे गलत रिप्लेसमेंट से होने वाले दर्द से बचाया जा सके. ये रोबोटिक डिवाइस जोड़ों की नियमित गति पैटर्न की नकल करता है और मांसपेशियों, नसों, टेंडन और स्नायु पर किसी भी अत्यधिक दबाव को कम करता है. ये सटीक सर्जरी करने में डॉक्टरों की मदद करता है.
बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सेंटर फॉर ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट के हेड एवं सीनियर डायरेक्टर डॉ. भूषण नरियानी ने कहा, यह नई रोबोटिक नेविगेशन तकनीक सर्जन को मरीज की स्थिति का आकलन करके सर्जरी की प्लानिंग बनाने में मदद करती है. इससे सटीक ऑपरेशन सुनिश्चित होता है और रिप्लेसमेंट के खराब होने की आशंका कम रहती है. परंपरागत ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट और रोबोटिक ज्वॉइंट सर्जरी की तुलना की जाए तो इसमें कई तरह के फायदे हैं. इसमें मरीज को कम से कम घाव किया जाता है, सटीक ऑपरेशन होता है, रिजल्ट अच्छे आते हैं, तुरंत आराम मिलता है, और रिकवरी बहुत तेजी से होती है.
 रोबोटिक ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट लॉन्च के बारे में मैक्स हेल्थकेयर के क्लस्टर-1 के चीफ  ऑपरेटिंग ऑफिसर और ऑपरेशंस व प्लानिंग के सीनियर डायरेक्टर डॉ.मृदुल कौशिक ने कहा, ‘मरीज की सेफ्टी, बेहतर इलाज के लिए हम एडवांस तकनीक लाते रहता है. रोबोट असिस्टेड सर्जरी आजकल डॉक्टरों के लिए एक बड़ा टूल बन गया है और अब लगभग सभी तरह के मरीजों की सर्जरी की इसकी मदद से की जाने लगी हैं.’ मौजूदा वक्त में अस्पताल के पास दो ‘द विंसी एक्स आई’ रोबोट हैं और इनका इस्तेमाल कैंसर, लिवर, किडनी ट्रांसप्लांट, हार्ट, यूरोलॉजी, गाइनेकोलॉजी और पीडिएट्रिक समेत सभी तरह के मरीजों के लिए किया जा रहा है. अस्पताल में 1200 से ज्यादा रोबोटिक सर्जरी सफलता के साथ की जा चुकी हैं.