अब ऑफिस से आने में ना होगी देरी… या अब ऑफिस दूर नहीं…

वर्क फ्रॉम होम यानी घर से काम, यह वो कीवर्ड है, जो भारत में गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाता है, क्योंकि हर कोई घर बैठे कमाई करना चाहता है, वो चाहे पार्ट टाइम काम हो या फिर फुल टाइम। खास तौर से हाउस वाइफ के लिए तो यह किसी वरदान से कम नहीं। इंटरनेट पर वर्क फ्रॉम होम के तमाम ऐसे विकल्प हैं, जो युवाओं के लिये बेहतरीन विकल्प साबित हो सकते हैं। अगर आपके पास कोई अच्छी डिग्री है और हुनर है, तो आप घर बैठे पैसा कमा सकते हैं।

मार्केट में ढ़ेरों ऐसी जॉब आपका इंतजार कर रही हैं जहां आप घर बैठ कर भी सालाना लाखों की कमाई कर सकते हैं। जरुरी नहीं कि जॉब एक चारदिवारी में बंद दफ्तरों में ही की जाए, बल्कि आज तो कई लोग इससे अच्छा विकल्प घर बैठकर नौकरी करने को मानते हैं। आपने फ्रीलांस वर्क के बारे में तो सुना ही होगा। तो अगर आपको कंप्युटर की जानकारी है और आपके पास कंप्युटर ऑर इंटरनेट की सुविधा है, तो आप कई ऑनलाइन जॉब कर सकते हैं।

जरुरत है तो एक क्रिएटिव स्किल की जो सच कर सकती है, आपके सपने। कंपनियां भी एफडब्ल्यूओएस यानी फ्लेक्सिबल वर्क ऑप्शन्स दे रही हैं। इन सब में महिलाओं की मुख्य भूमिका है, क्योंकि वे अपने परिवार की जरूरतों, जैसे-बढ़ते बच्चों, बीमार सास-ससुर की देखभाल करते हुए या एकल परिवार के चलते किसी का सहयोग न होने की वजह से घर व काम में बैंलेस करते हुए ब्राइट करियर बना सकती हैं।

क्या करें और कैसे करें?

अपनी योग्यताओं की लिस्ट बनाएं। यदि कोई अनुभव हो तो वो भी लिखें। अपनी प्रोफाइल को ऑनलाइन जॉब पोर्टल पर डालें। नेट पर दी गई जॉब लिस्ट की मदद लें, सर्च करें। साथ ही आप गुगल पर सर्च करके भी कई जॉब पोर्टल के बारे में पता कर सकते है।

हर वर्ग के लोगों के लिए विकल्प

घर बैठे कई काम किए जा सकते ही नही बल्कि किये जा रहे है। जैसे एचुरी, एलआईसी, ऑनलाइन कोचिंग, कुकिंग, आर्ट डिजाइनिंग, ज्लैवरी डिजाइनिंग आदि। घर बैठे कॉन्टेक्ट पर आधारित कई काम किये जाते है:- आचार बनाना, पापड़ बनाना, बटन लगाने के साथ ही लन्च बॉक्स का काम भी किया जा रहा है। आज अधिकांश महिलाएं कामकाजी हो गई है जिसके चलते ही डे-केयर एंड डेवलॉपेमेंट सेंटर खोले जा रहे है। डे-केयर वाली औरते घर बैठे ही काम करती है।

जिसमें बच्चों को रखने के साथ ही उन्हें कुछ एक्टिविटिज भी करवाई जाती है जैसे आर्ट, डांस, म्युजिक आदि। जिससे वे हर महीने अपना काम करके 20 से 40 हजार तक कमा लेती है। कई कंपनियां लेपटॉप के साथ इंटरनेट भी उपलब्ध करवाती है और चूंकि अब आपको इतनी सुविधा उपलब्ध हो ही रही होती है इसलिए बाकी के बिजली का खर्च आपका अपना होता है। साथ ही कई काम में इन सब की इतनी जरूरत नहीं होती इसलिए अगर इनका उपयोग करना भी पड़ता है, तो कई कंपनियां इसका खर्चा भी दे देती है, कई नहीं देती है।

हर कंपनी के नियम व शर्ते अलग-अलग होते है व उन पर निर्भर करता है कि वे अपने कर्मचारी के साथ कैसे रहते है। इसके अतिरिक्त शहरी महिलाएं के लिए भी कई विकल्प है जैसे फ्रुफ रीडिंग, अनुवाद, राइटिंग, आर्ट गैलरी, डाटा एन्ट्री एंड डाटा कनवर्शन, ड्रेस डिजाइन, डायरेक्ट मार्केनिंग, फ्रीलांस राइटिंग, टेक्निकल राइटिंग, ज्वेलरी डिजाइनिंग, इंश्योरेंस एडवाइजर, मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन, ऑनलाइन टीचिंग, स्टॉक मार्केट, ट्रांसलेटर, वेब डिजाइनिंग आदि बहुत से काम किए जा रहे है। बस जरूरत है उसे लगन से ढुंढक़र करने की। काम करने का जज्बा होना चाहिए।

खास योग्यता वाले काम

पी आर स्पेस्लिस्ट, ऐप्लीकेशन सॉफ्टवेयर डेवलोपर, अकाउंटेन्ट ऑनलाइन, ग्राफिक डिजाइनर, पर्सनल फाइनेंस एडवाइजर, मार्केट रिसर्च एनेलिस्ट, ऑनलाइन ट्रांसलेटर, कस्टमर सर्विसेज, ऑनलाईन ट्यूटर, फ्रीलांसर राइटिंग। किसी खास योग्यता की आवश्यकता नहीं। कुकरी जॉब, टी-शर्ट डिजाइनिंग, हेडलुम वस्तुओं से कमाए। साइट से जुडऩे से पहले यह जांच ले कि साइट भारत सरकार द्वारा पंजीकृत है या नहीं है। यदि असल में कोई ऑफिस है तो उसका पता गूगल मानचित्र पर होना चाहिए जिससे आपको ऑफिस में आने के लिए सहायता हो सके। जो फैक साइट होती है वे आपको अपने ऑफिस का दौरा करने की अनुमति नहीं देते है।