काम के साथ सेहत का भी है ख्याल

आजकल के भागदौड़ भरे जीवन में लोगों ने अपने खान-पान और सेहत पर ध्यान देना बंद सा कर दिया है। केवल उचित भोजन और स्वास्थ्य केन्द्रों में गुणवत्ता समय बिताने से ही स्वस्थ और सक्रिय नहीं रहा जा सकता हैं। छोटी सी चीजें हैं जो हमारे दिन प्रतिदिन की गतिविधियों का हिस्सा हैं वे भी हमें फिट रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हर 3 में से एक व्यक्ति आज लाइफस्टाइल प्रवृत्त स्वास्थ्य के खतरों का सामना कर रहा है। इन दिनों सरवाइकल की समस्या] ब्रेक पेन] माइग्रेन] घुटने के दर्द] स्पाइनल इशु की समस्या होना सामान्य हो गया है। पिछले कुछ वर्षों में कुछ गंभीर समस्याएं काम कर रहे लोगों के बीच काफी मात्रा में देखी जा रही है] उनमें कार्पल टनल सिंड्रोम और स्लीप डिस्क की समस्या आम है।

क्या कभी आपने सोचा है कि हम इन समस्याओं से क्यों ग्रस्त हो रहे हैं] क्या इसके निश्चित कारण के बारे में कभी आपने कभी सोचा है।

प्रमुख कारणों में से एक कारण है हमारे काम करने की जगह] वे जगह जहाँ हम अधिकतम घंटें] दिनों और हमारे जीवन के कई साल बिताते है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अपने आपको काम] फैशन] लुक और सामाजिक गतिविधियों में मुताबिक कितने भी बेहतर क्यों ना बना लें लेकिन अगर आप अंदर से फिट नहीं है] तो उपर्युक्त में से किसी में भी आप अपना बेस्ट कभी नहीं दे पाएगें।

इन दिनों हर तरह के उम्र के लोगों में न्यूरो स्पाइनल से जुड़ी समस्याएं बहुत ही आम हो गई। 20 की आयु के समूह के लोगों में स्लीप डिस्क] लाॅ बेक पेन और सरवाइकल की बहुमत समस्याएं देखी जा रही है। स्लीप डिस्क की समस्या विभिन्न कारणों की वजह हो सकते हैं। कभी-कभी इसका मुख्य कारण कुछ सरल कदमों के कारण भी हो सकता है जैसे गलत स्थिति में नीचे झुकने या कुछ भारी वस्तु उठाना। स्लीप डिस्क दैनिक दिनचर्या में कुछ नियमित और आम गतिविधियों करते समय भी हो सकता है जैसे नींद के दौरान करवटे लेते समय] लंबे समय तक ड्राइविंग करने से] नौकरियों में लंबे समय तक गलत मुद्रा में बैठे रहने से इत्यादि।

सबसे पहले यह जरूरी हो जाता है कि आप नियमित रूप से अपने छोटी सी छोटी क्रियाओं को जांचे की आप क्या करते है और कैसे करते है? निम्न लक्षण है जिससे इस बात का पता चलता है कि आप भी इस समस्या से ग्रस्त हैं जैसे अकड़न] लगातार पीठ दर्द रहना जोकि रात को सोते समय काफी बढ़ जाता है] पैरों और तलवों में सुन्नपन रहना] मासं-पेशियों में खिचांव रहना] ज्यादा चलने पर कमजोरी लगना] सर और कंधों पर दर्द रहना। यदि आप इस तरह के लक्षणों के शिकार हो रहे है तो हम आपको कुछ खास टिप्स बता रहे है जिससे आप अपने दिनचर्या में कभी भी कहीं भी कर सकते है और फिट और हल्का महसुस कर सकते है।

सबसे पहले आलस को त्यागते हुए सुबह सवेरें अपने पास के पार्क तक पैदल चलकर जाए। यदि मौसम अनुमति नहीं देता है तो ट्रेडमिल पर कुछ समय बिता सकते है। अपने पास के मेट्रो स्टेशन तक भी चल सकते है] आप अपनी वाहन को थोड़ी दूरी पर पार्क करें जिससे कुछ दूरी आप ओर भी चल सकें] अपने काम की जगह पर हमेशा लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।

कार में ड्राइविंग करना पीठ दर्द की समस्याओं के लिए प्रमुख कारणों में से एक है] विशेष रूप उन पेशे के लोगों के लिए जिनको लंबे समय तक यात्रा करनी पड़ती है। इस समस्या से बचने के लिए हमेशा कूल्हों के स्तर में घुटनों के साथ बैठने का नियम का पालन करें। प्राकृतिक और सहज ढंग से बेक और मुद्रा रखने के लिए कुछ श्रम-दक्षता संबंधी विकल्प भी अपना सकते हैं। डाईव करते समय स्टीयरिंग व्हील से गलत तरह से दूरी बनाए रखने से गर्दन] हाथ] कंधे और रीढ़ की हड्डी] पीठ] कलाई में आपको परेशानी हो सकती है। तो इसलिए यह सुनिश्चित कर लें कि अपने स्टीयरिंग व्हील से सही ढंग से दूरी बनाकर बैठना भी बहुत जरूरी हो जाता है। आपकी छाती आपकी स्टीयरिंग व्हील के समानांतर होनी चाहिए।

सबसे महत्वपूर्ण बात] एक कठोर वर्क स्टेशन के अंतगर्त घुटने के दर्द] खराब नेत्र दृष्टि] लगातार सिर दर्द] पीठ में मरोड़ और गर्दन आदि में समस्याएं बहुत बढ़ जाती है। तो आप सुनिश्चित कर लें कि आप जहां लंबे समय तक वक्त बिताने जा रहे है वे यकीनन आपके लिए सही है। पैरों को आराम दें चूंकि कूल्हों के साथ घुटनों के स्तर को उठाना होता है। आपके कार्यालय की कुर्सी इस तरह के आकार की होनी चाहिए जिसके निचला हिस्सा आपकी पीठ के निचले हिस्से को सर्पोट दें। कंप्यूटर स्क्रीन की ऊंचाई और आपमें समानांतर होना चाहिए। कुर्सी समायोजित नहीं किया जा सकती हो तो अपनी स्क्रीन की ऊंचाई में संशोधन करने के लिए एक स्टैंड या किताबों का उपयोग करें।

आप कुर्सी पर बैठे हुए ही कुछ हल्के व्यायाम करने की कोशिश कर सकते हैं। सीधे बैठें और पैरों को फैलाते हुए उनकी उंगलियों को ऊपर की ओर रखें। अब उन्हें 30 से 40 डिग्री के स्तर पर उठाने की कोशिश करें और फिर धीरे-धीरे जमीन को छूएं बिना उन्हें नीचे तक लाए। अब इन्हें 10 से 15 बार दोहराएं। यह न केवल आपके टमी को अंदर रखता है बल्कि आपकी पीठ के निचले हिस्से को मजबूत भी करता है। इसके साथ ही आप दूसरा व्यायाम यह कर सकते हैं कि एक पेन या पेंसिल नीचे फ्लोर पर गिरा दें और अपने पैर के अंगूठे की उंगलियों के साथ उठाने की कोशिश] और दोनों पैरों सेे एक के बाद एक करके अभ्यास करें।

हर एक या दो घंटे के बाद कोशिश करें कि ऑफिस में चक्कर लगाए] यदि पर्याप्त जगह न हो तो कार्यालय में बाहर एक चक्कर लगाने के लिए जाना चाहिए] और यदि आप किसी को भी नहीं देख रहे हो तो फिर कुछ सेकंड के लिए अपने हाथ और शरीर को फैलाकर अगड़ाई लेने का प्रयास करें। ऐसा करने के लिए शर्मिदा ना हो। यह आपके स्वास्थ्य का सवाल है। आप दूसरों के लिए एक उदाहरण साबित भी हो सकते है।

अचानक लोअर बेक पेन होने का एक सामान्य कारण है गलत तरीके से झुकने की स्थिति इसलिए आप हमेशा ध्यान रखें कि जमीन पर कुछ भी उठाने के लिए सीधे यानी एकदम से ना झुकें। हमेशा ऐसी स्थिति का पालन करें जिसमें पहले झुककर अपने घुटनों पर बैठो फिर ऑब्जेक्ट उठाऐ।

और यदि आप अस्पष्टीकृत सुन्नता और झुनझुनी सनसनी अपनी उंगली युक्तियाँ पर विशेष रूप से अंगूठे] सूचकांक] और हाथ की बीच की उँगली पर महसुस करते है तो यह सब कार्पल टनल सिंड्रोम के लक्षण होते है जोकि काम के कारण होता है जिसमें कलाई की गतिविधि] लगातार टाइपिंग का काम करने] या माउस और कुंजीपटल का उपयोग करना इसका संकेत हो सकता है। तो कलाई को आराम देना भी जरूरी है और इस समस्या से बचने के लिए अपनी जीवन शैली में सुनिश्चित करें कि अपने हाथ और कलाई को कुछ अंतराल में आराम देते रहेगें। प्रयास करें अपने हाथ और कलाई को सीधे स्थिति में रखें जबकि आप काम कर रहे हो तो उसे सही तरीके से रखें।

संतुलित आहार का सेवन भी आपके स्वास्थ्य समस्याओं से दूर करने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए यह सुनिश्चित करें कि आप स्वस्थ और पत्तेदार सब्जियों का उपभोग करें। जो आपको हमेशा ताजा और सक्रिय रखता है इसलिए यदि आप लंबे समय तक काम करने वालों में से है तो हल्का नाश्ते के रूप में आप हमेशा ताजा फल] जूस और नरियल पानी जैसी चीजों को चुनें। तला और मोटा करने वाले पदार्थो को नजरांदाज करें और कम चर्बी वाले पदार्थ के विकल्प को चुनें जैसे सलाद और ओटस।

विनीता झा
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