पृथ्वी दिवस : धरा का संरक्षण ,मानव जीवन संरक्षण

विश्व पृथ्वी दिवस को एक बार पुनः वार्षिक उत्सव की तरह मनाते हुए संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल कोइराजपुर के विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण,बढ़ते प्रदूषण एवम्  वृक्षों की कटाई जैसे गंभीर संकटों की तरफ ध्यान आकृष्ट  कराया और एक आंदोलन की तरह इस जागरूकता अभियान को जन- जन से जोड़ने का प्रयास किया। इन विद्यार्थियों ने न केवल वृक्षारोपण किया अपितु स्वच्छता अभियान के साथ जुड़कर वर्ष -2024की थीम *ग्रह बनाम प्लास्टिक*  के तहत प्लास्टिक के प्रयोग से होने वाले गंभीर एवम् दूरगामी परिणामों के प्रति सचेत भी किया। शिक्षकों समेत विद्यार्थियों की टोली ने गगनभेदी नारों के साथ निकटवर्ती क्षेत्रों में  रैली निकाली और  स्वयं  स्वच्छता अभियान से जुड़कर स्थानीय लोगोंको स्वच्छ एवम् सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए प्रेरित एवम् जागरूक किया।

बाल- वाटिका की फुलवारी के नन्हें विद्यार्थी भी इस पहल में पीछे नहीं थे। दीवारों पर सुंदर चित्र के साथ संदेश लिखकर  विद्यार्थियों ने अपनी बौद्धिक सृजनात्मकता का परिचय दिया। लघु  नाटिका के माध्यम से नन्हें फनकारों  ने इस पर्यावरण आंदोलन की रूपरेखा रखी कि किस तरह हम बच्चे भावी पीढ़ी के लिए प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा कर अपना भविष्य सुरक्षित तथा संरक्षित रख सकते हैं ।

संस्था निदेशिका डॉ वंदना सिंह एवम् प्रधानाचार्या डॉ नीलम सिंह ने कहा कि वर्ष पर्यन्त हमारा विद्यालय धरा को हरित एवम् प्रदूषण मुक्त बनाकर पर्यावरण को संरक्षित करने हेतु संकल्पित रहता है ।हमारे विद्यार्थी समय समय पर वृक्षारोपण अभियान से जुड़कर इस संकल्प को दोहराते रहते हैं व अपने लगाये वृक्षों की पूरी देखभाल भी करते हैं ।धरा का संरक्षण मानव जीवन का संरक्षण है इसके प्रति सतर्कता अति आवश्यक है ।

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