नाईट लैंडिंग के लिए बिलासा एयरपोर्ट तैयार

– सुरेश सिंह बैस

बिलासपुर। बिलासा एयरपोर्ट नाइट लैंडिंग के लिए तैयार हो गया है। इसके लिए अब राज्य सरकार को एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया (एएआइ) के समक्ष आवेदन करना होगा। हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने नाइट लैंडिंग के लिए राज्य शासन को एएआइ के समक्ष आवेदन पत्र जमा करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, अलायंस एयर कंपनी पर डिवीजन बेंच ने नाराजगी जताई है। इस सुविधाओं के विस्तार को लेकर दायर जनहित याचिका पर बुधवार को जस्टिस गौतम भादुड़ी और जस्टिस संजय अग्रवाल की डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई। इस दौरान याचिकाकर्ताओं की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि पिछले कुछ सप्ताह में बिलासा देवी एयरपोर्ट में आधारभूत संरचना के सभी कार्य पूरे हो चुके हैं। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद अफसरों ने एयरपोर्ट का निरीक्षण किया था। काम पूरा होने की स्थिति में अब यहां नाइट लैंडिंग शुरू हो जानी चाहिए। इसके लिए राज्य शासन को एएआइ के समक्ष सीधे आवेदन करना होगा। इस पर हाई कोर्ट ने सहमति जताते हुए इसके लिए राज्य शासन को आवेदन करने के निर्देश दिए हैं।

विमानन कंपनी के जवाब से नाराज हुआ कोर्ट

पिछली सुनवाई के दौरान अलायंस एयर कंपनी ने यात्रियों की कमी के कारण जबलपुर और प्रयागराज की फ्लाइट रद करने की बात कही थी। इस पर याचिकाकर्ता की ओर से इसका पैसेंजर चार्ट प्रस्तुत किया गया। इसमें बताया गया कि दोनों फ्लाइट के लिए पर्याप्त पैसेंजर होने मिल रहे हैं। जबलपुर की फ्लाइट से आने जाने वाले यात्रियों की औसत संख्या 38 और 56 बताई गई। इसी तरह प्रयागराज आने जाने वाले यात्रियों का औसत 50 और – 58 बताया गया। इस दौरान यह भी बताया गया कि अलायंस एयर कंपनी कोर्ट को गलत जानकारी देकर गुमराह करने का प्रयास कर रही है। डिवीजन बेंच ने इस मामले में अलायंस एयर कंपनी को जवाब देने के लिए कहा है। इस मामले की सुनवाई के दौरान बिलासपुर-दिल्ली फ्लाइट के बंद होने का कारण हैदराबाद, कोलकाता के लिए सीधी फ्लाइट की जानकारी मांगी थी। लेकिन इसका सही जवाब नहीं मिल सका। जब शासन की ओर से भी कोई जवाब नहीं दिया गया तब याचिकाकर्ता की तरफ से बताया गया कि अलायंस एयर ने ज्यादा सब्सिडी मांगी है, जिसके चलते उड़ान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए दोबारा प्रस्ताव दिया जा सकता है। अलायंस एयर ने कहा कि दोबारा प्रस्ताव भेजने में समय लगेगा। इस दौरान हाईकोर्ट ने अलायंस एयर कंपनी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अधिक समय क्यों लगेगा। इसके लिए प्रक्रिया का पालन किया जाए।

सुरेश सिंह बैस "शाश्वत"
सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”
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