अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक संस्था साहित्य अर्पण, दुबई और हंसराज कॉलेज, दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में गरिमामयी कार्यक्रम संपन्न

अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती को माल्यार्पण करने एवं दीप प्रजल्लवन के पश्चात समरफील्ड विद्यालय के छात्रों मौलिक शर्मा और आव्या के मधुर कंठ से माँ  सरस्वती का वंदन हुआ। तत्पश्चात मायरा और समायरा द्वारा गणेश की स्तुति की गई। इस सत्र के संचालन का कार्य भार निर्मला द्वारा किया गया जिन्होंने एक कुशल संचालक के रूप में मंच को संभाला।  इस सत्र के समन्वयक का भार डॉ. रवि गौंड़ ने किया। साहित्य अर्पण के द्वारा समाज में और साहित्य के क्षेत्र में दिए गए योगदान की समस्त वार्षिक रिपोर्ट पढी गई ।

 साहित्यिक चर्चा व परिचर्चा में अतथि  वक्ता के रूप में बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता और लल्लन उर्फ राकेश श्रीवास्तव एवं ए.सी.पी वेद भूषण द्वारा किया गया।   सूत्रधार का भार भावना अरोड़ा ‘मिलन’ ने संभाला। द्वितीय सत्र काव्य पाठ का था जिसमें अतिथि स्वागत नृत्य समरफील्ड्स विद्यालय, कैलाश कॉलोनी की छात्रा अनुष्का ने शिव तांडव की सुंदर प्रस्तुति के साथ किया ।

 इस सत्र के विशिष्ट अतिथि के रूप में विजय गौड़ मुख्य अतिथि के रूप में नीरजा चतुर्वेदी थी।  सत्र के प्रतिभागी कवियों ने अपनी स्तरीय कविताओं से कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ा दिया। सुधीर अधीर, मोहित मुदित द्विवेदी,अशोक मधुप, मनी अभय मिश्रा, आतिफ रईस सिद्दकी इन सभी आमंत्रित विशिष्ट प्रतिभाशाली साहित्य के प्रति समर्पित कवियों ने अपनी गजलों के माध्यम से पूरा समा बाँध दिया और कविताओं से वातावरण सम्मोहित हो गया।

जनभागीदारी समिति से विजय गौड़ और ऑल इंडिया रेडियो से नीरजा चतुर्वेदी और साथ में हमारे प्रसिद्ध अशोक मधुप जैसे साहित्यकारों ने,प्रसिद्ध हस्तियों ने मंच को एक नया आयाम दिया और प्रसिद्ध बॉलीवुड गायिका चंद्रकला वहां उपस्थित रहीं। क्रांतिकारी  डॉ. विक्रम चौरसिया जिन्होंने युवाओं के संघर्ष को लेकर और अपने जीवन के संघर्ष को लेकर और छूने वाली ऊँचाइयों को लेकर काफी कुछ वक्तव्य में कहा, नोएडा से कवयित्री संध्या, रेखा, कोमल पंत, डॉक्टर शबनम जैसी कवयित्रियों ने वहाँ उपस्थित रहकर और काव्य पाठ कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।  अनेकानेक साहित्य इन सभी साहित्य और समाज में विशेष भूमिका के श्रेष्ठ व्यक्तित्वों ने सबके जीवन पर बहुत प्रभाव डाला  इस सत्र का संचालन नयना कक्कड़ गुप्ता जी द्वारा किया गया।

इसके बाद नन्हे कवियों की “बाल चौपाल” बैठी। इस चौपाल में समर फील्ड्स विद्यालय कैलाश कॉलोनी, दिल्ली के चरिताक्षी नुनिवाल, शीर्षों दत्ता,अवनी राज ने, आर्य समाज विद्यालय कैलाश कॉलोनी, दिल्ली के प्रतिभाशाली छात्र पुनीत पासवान ने भाग लिया और अपनी एक-से-बढ़कर-एक प्रस्तुति के द्वारा हास्य रस,वीर रस,करुण रस में कविताओं को प्रस्तुत कर श्रोताओं का और अतिथियों का मन मोह लिया लिया। 

इस भाग का संचालन -भार नवांकुर कवयित्री रोमा ठाकुर ने  लिया। नवांकुर रोमा ठाकुर विविध साहित्यिक मंचों पर अपने प्रयत्नों द्वारा उभरती हुई  कवयित्री के रूप में सबके सामने आ रही हैं उनकी बोली उनकी मिठास निश्चित रूप से सराहनीय है और सभी अतिथियों ने उनकी बहुत सराहना की ।  नवांकुर रोमा ठाकुर विविध साहित्यिक मंच पर अपने प्रयास द्वारा उभरती हुई  कवयित्री के रूप में सबके सामने आ रही हैं उनकी बोली उनका मिठास निश्चित रूप से सराहनीय है और सभी अतिथियों ने उनकी बहुत सराहना की । 

समस्त कार्यकारिणी सदस्यों ने एक मुट्ठी बनकर इस कार्यक्रम को श्रेष्ठता के शिखर पर पहुंचाया और यह साबित कर दिया की एकता में कितना बल है। कार्यकारिणी सदस्यों में शोभित गुप्ता, नयना कक्कड़ गुप्ता, रूचिका राणा, स्मिता, अंजू निगम, पूनम बगड़िया, सीमा बिरला और निर्मला नीतू जी शामिल रहे। वीडियो ग्राफी का दायित्व प्रांशुल गुप्ता उनकी टीम ने निभाया।

प्रांशुल गुप्ता ने अपनी समर्पण और सेवा भाव से समस्त फोटोग्राफी का कार्यभार संभाला और समस्त कार्यक्रम को एक श्रेष्ठ स्वरूप दिया सभी की सुंदर तस्वीरें और सभी की सुंदर वीडियो बनाकर जो हमेशा के लिए इस कार्यक्रम की यादों को संजो कर रखेंगे। पुरस्कार वितरण प्रबंध स्मिता जी ने मंच पर संभाला। 

कार्यक्रम में उपस्थित समस्त श्रोताओ, दर्शकों ने करतल ध्वनि द्वारा कार्यक्रम में अपनी पूरी भागीदारी निभाई और समस्त कार्यक्रम का आनंद उठाया। कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा करते हुए नेहा शर्मा जो कि साहित्य दर्पण अंतरराष्ट्रीय संस्था दुबई की सीईओ है उन्होंने इन पंक्तियों के साथ “कौन कहता है लोग विदेशों में जाकर बस जाते हैं। अपने वतन की मिट्टी की खुशबू है साहब जो लोग विदेशों में जाकर बस जाते हैं।” उन्ही की लिखी इन  पंक्तियों को सार्थक करते हुए  सभी  का धन्यवाद ज्ञापन किया और सभी की सहयोग की सराहना की । भावना अरोड़ा ‘मिलन’,  अंजू निगम

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