पूरे टूर्नामेंट में शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के कारण प्रभावशाली और अपराजितटीम इंडिया ने बारबाडोस में अपना दूसरा टी20 विश्व कप खिताब जीता।
ब्रिजटाउन, बारबाडोस के केंसिंग्टन ओवल में भारत ने रोमांचक फाइनल में दक्षिण अफ्रीकाको हराकर जबर्दस्त वापसी की, जिससे भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। भारत ने संयम बनाए रखा और एक कड़े मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को सात रन से हराया, तो खुशी, आंसू और उत्साह का माहौल था।
विराट कोहली ने बड़े मंच पर शानदार 76(59) रन बनाकर भारत को 176/7 का प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाने में मदद की। कोहली को अक्षर पटेल (31 गेंद में 47 रन) और शिवम दूबे (16 गेंद में 27 रन) ने महत्वपूर्ण योगदान देते हुए अच्छा समर्थन दिया। लक्ष्य का बचाव करते हुए जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह ने क्रमश: रीजा हेंड्रिक्स और एडेन मार्करम के शुरुआती विकेट लेकर एकदम सही शुरुआत दी। इसके बाद क्विंटन डी कॉक, ट्रिस्टन स्टब्स, हेनरिकक्लासेन और डेविड मिलर की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने मैच में वापसी की। 24 गेंदों पर 26 रन चाहिए थे, हार्दिक पांड्या, बुमराह और अर्शदीप ने शानदार वापसी की क्योंकि पांड्या ने आखिरी ओवर में 16 रन बचाए, कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जबकि बुमराह को पूरे टूर्नामेंट में उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया, वे क्रमशः 8.26 की शानदार औसत और 4.17 की इकॉनमी रेट के साथ 15 विकेट लेकर संयुक्त रूप से दूसरे सबसेज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।
भारतने शुरुआत से ही लय पकड़ ली और ग्रुप स्टेज में सात अंकों के साथ अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान पर रहा। उन्होंने चार में से तीन मैच जीते, जब कि कनाडा के खिलाफ एक मैच बारिश के कारण बेनतीजा रहा। ग्रुप स्टेज का मुख्य आकर्षण पाकिस्तान पर उनकी संघर्षपूर्ण जीत थी। जसप्रीत बुमराह (3/14) की अगुआई में गेंदबाजों ने न्यूयॉर्क में 119 रनों का बचाव करते हुए शानदार प्रदर्शन किया और पाकिस्तान को 113/7 पर रोक दिया और छह रन से मैच जीत लिया। ग्रुप स्टेज के अन्य मैचों में उन्होंने आयरलैंड को आठ विकेट से और यूएसए को सात विकेट से हराया।
उन्होंने सुपर आठ में भी अपनी लय जारी रखी और अफ़गानिस्तान (47 रन से), बांग्लादेश (50 रन से) और ऑस्ट्रेलिया (24 रन से) पर आसान जीत दर्ज की। सुपर आठ का मुख्य आकर्षण ऑस्ट्रेलिया पर भारत की जीत थी, जहाँ कप्तान रोहित शर्मा की 41 गेंदों पर 92 रनों की धमाकेदार जवाबी पारी, अक्षर पटेल द्वारा मिशेलमार्श को आउट करने के लिए फेन पर एक हाथ से शानदार मैच-बदलने वाला कैच और कुछ शानदार स्लॉग-ओवर गेंदबाजी ने भारत की शानदार जीत को मुख्य आकर्षण बनाया।
टीम इंडिया ने सेमीफाइनल में अपने आत्मविश्वास को बरकरार रखा और शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को 68 रनों से हराया। कप्तान रोहित शर्मा (39 गेंदों पर 57 रन) और सूर्य कुमार यादव (36 गेंदों पर 47 रन) की महत्वपूर्ण 73 रनों की साझेदारी की बदौलत भारत ने 171/7 का स्कोर बनाया। इसके बाद स्पिनरों ने गेंदबाजी की अगुआई की, जिसमें अक्षर पटेल और कुलदीप यादव ने तीन-तीन विकेट चटकाए और इंग्लैंड को 103 रनों पर समेट दिया। इस तरह भारत फाइनल में पहुंचा, जहां उसने दक्षिण अफ्रीका को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की। यह एक खास अभियान था, जिसमें टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और खास जीत हासिल की तथा देश और प्रशंसकों के चेहरे पर ढेर सारी खुशियां और मुस्कान बिखेरी।