अदाणी फाउंडेशन के प्रयास से पश्चिमी राजस्थान में जल संकट में आई कमी

तालाबों की खुदाई से बाड़मेर और जैसलमेर में बढ़ी पानी की उपलब्धता

 पश्चिमी राजस्थान के सूखाग्रस्त इलाकों में अदाणी फाउंडेशन की जल क्रांति

 अदाणी फाउंडेशन की पहल से राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में पानी की आपूर्ति बढ़ी

अदाणी फाउंडेशन ने अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के सहयोग से पश्चिमी राजस्थान के सूखाग्रस्त जिलों, जैसलमेर और बाड़मेर में जल संरक्षण के लिए बड़े कदम उठाए हैं। पिछले तीन सालों से, फाउंडेशन इस क्षेत्र में पानी जमा करने की क्षमता को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहा है, जहां पानी की कमी एक बड़ी समस्या है।

साल 2024-25 में, अदाणी फाउंडेशन ने बाड़मेर जिले के पुसड, फतेहपुरा, मोगेराय, हड़वा और जूनजो की ढाणी गांवों के साथ-साथ जैसलमेर जिले के सांढा, लावां, पुरोहित और भीमसर गांवों में 10 तालाबों की खुदाई की है। इन प्रयासों से तालाबों की पानी जमा करने की क्षमता में 67,000 घन मीटर से भी ज्यादा का इजाफा हुआ है। अब तक, फाउंडेशन की जल संरक्षण गतिविधियों से इस क्षेत्र के कुल 38 तालाबों की खुदाई द्वारा 2.66 लाख घन मीटर से ज्यादा संचयन क्षमता बढ़ चुकी है, जिससे गांव वालों और उनके पशुओं के लिए पानी की उपलब्धता बेहतर हुई है।

इन कामों की सराहना करते हुए, हाल ही में देगराय मंदिर ओरण संस्थान ने अदाणी फाउंडेशन और अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड को उनके बेहतरीन जल संरक्षण कार्य के लिए सम्मानित किया। अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के उपाध्यक्ष श्री आलोक चतुर्वेदी ने बताया कि कंपनी क्षेत्र के पानी की समस्या  को लेकर गंभीर है, और इसीलिए जल संरक्षण को उन्होंने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा बनाया है।

राजस्थान के सी एस आर प्रमुख गोपाल सिंह देवड़ा ने कहा कि फाउंडेशन के जल संरक्षण प्रयासों का मकसद इस क्षेत्र का पर्यावरण सुधारना और यहां की वनस्पति और जीवों को बढ़ावा देना है, जिससे यहां के लोग खुशहाल हों और क्षेत्र में समृद्धि आए।

अदाणी फाउंडेशन अपने निरंतर प्रयासों से पश्चिमी राजस्थान की जनता को जल संकट से उबारने और उनके जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में कार्यरत है।

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