शहर में पेयजलापूर्ति की किल्लत को दूर करने में जुटे महापौर प्रशान्त सिंघल और नगर आयुक्त विनोद कुमार ने जल निगम पर कार्रवाई का मन बना लिया है। शनिवार को नगर आयुक्त ने जॉन एक अंतर्गत धारा माफी बूढ़े बाबा की पुलिया के पास जल निगम द्वारा निर्मित नलकूप अवर जलाशय बादाम नगर नलकूप और बरौला जाफराबाद स्थित नलकूप अवर जलाशय का अचानक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने धौरा में बने इस नलकूप और अवर जलाशय के अतिरिक्त पानी की सप्लाई को इसके समीप आने वाले वार्ड को देने के निर्देश दिए। मौके पर अधिशासी अभियन्ता जल निगम सुनील कुमार द्वारा अवगत कराया गया कि यह नलकूप व अवर जलाशय अपनी पूर्ण क्षमता से चल रहा है वार्ड-70 व 85 में इस नलकूप की मदद से पेयजलापूर्ति संतोषजनक की जा रही है और उक्त नलकूप पर अधिष्ठापित पम्प 8-8 घंटे कुल 16 घंटे चलता है वार्ड-85 की कुछ गलियों में ज्वाइंट करना शेष रह गया है जिसको 3 से 4 दिनों में करा दिया जायेगा। मौके पर नगर आयुक्त ने इस नलकूप से दो वार्डो में पानी की आपूर्ति करने के उपरान्त इन वार्डो से लगे अन्य वार्डो / एरिया में 01 घंटे आपूर्ति देने के लिये अधिशासी अभियन्ता जल निगम को मैप लेकर उनके समक्ष प्रस्तुत होने के निर्देश दिये। नगर आयुक्त महोदय द्वारा जल निगम जेई और पेयजल प्रभारी को संयुक्त रूप से इस क्षेत्र में पेयजलापूर्ति का निरीक्षण करने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के समय बरौला बाईपास नलकूप व अवर जलाशय के निरीक्षण में उक्त प्रांगण में बने अवर जलाशय के ग्राउण्ड वाटर रिसाव के कारण जलाशय नहीं चल रहा था। जिस पर नगर आयुक्त ने अधिशासी अभियन्ता जल निगम से इसका कारण पूछा। मौके पर अधिशासी अभियन्ता जल निगम द्वारा बताया गया कि पिछले एक माह से ग्राउण्ड वाटर रिसाव के कारण जलाशय से आपूर्ति नहीं की जा रही है। निरीक्षण के समय नगर आयुक्त द्वारा इस अवर जलाशय में ग्राउण्ड वाटर रिसाव / निर्माण में कमी पाये जाने पर सम्बन्धित ठेकेदार / फर्म को ब्लैक लिस्टेड करने के की कार्यवाही के सम्बन्ध में जानकारी की गयी मौक पर सम्बन्धित जेई अली मुर्तजा द्वारा संतोषजनक उत्तर नहीं देने पर नगर आयुक्त द्वारा नाराज़गी भी व्यक्त की गयी।
शाम को नगर आयुक्त ने जल निगम और जलकल के साथ समीक्षा बैठक करते हुए नगर निगम के नव विस्तारित वार्डों में 22 नलकूपों का निर्माण कार्य जो अंतिम चरण में है उसे सीधे आपूर्ति करने के निर्देश दिए साथ ही साथ इन नलकूपों को विद्युत कनेक्शन के साथ जलकल विभाग को हैंडोवर करने के भी निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में अमृत वन अंतर्गत फेस 3 की स्कीम को 30 अक्टूबर 2004 तक पूर्ण नहीं करने की स्थिति में संबंधित ठेकेदार डी एच पी कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने के निर्देश भी अधिशासी अभियंता जल निगम को दिए।