राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) द्वारा आयोजित दो सप्ताह का ऑनलाइन अल्पकालिक इंटर्नशिप कार्यक्रम सम्पन्न हो गया है। 17 सितंबर, 2024 को इसकी शुरुआत हुई थी। देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और दूरदराज के क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों के 77 छात्रों ने इसमें भाग लिया। ऑनलाइन प्रारूप की सुविधा होने से छात्रों को इसमे भाग लेने के लिए दिल्ली यात्रा और अन्य सम्बंधित खर्च का भार भी वहन नहीं करना पड़ा।
समापन सत्र को संबोधित करते हुए, एनएचआरसी की कार्यवाहक अध्यक्ष श्रीमती विजया भारती सयानी ने समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी रक्षा करने के लिए प्रशिक्षुओं को मानवाधिकार रक्षकों के रूप में काम करने योग्य बनने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कमजोर समूहों के सामने आने वाली चुनौतियों को समझने और उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए काम करने का आग्रह किया। एनएचआरसी के अधिदेश पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने फिर याद दिलाया कि आयोग बुनियादी मानवाधिकारों की रक्षा के महत्व के बारे में छात्रों को संवेदनशील बनाने के लिए ऐसे इंटर्नशिप कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इससे पहले, एनएचआरसी के महासचिव श्री भरत लाल ने प्रशिक्षुओं को सफलतापूर्वक इंटर्नशिप पूरा करने पर बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि प्रशिक्षु इंटर्नशिप के दौरान प्राप्त ज्ञान को आत्मसात करेंगे और मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी रक्षा करने में इसका सर्वोत्तम उपयोग करेंगे। उन्होंने प्रशिक्षुओं से लोगों की निस्वार्थ सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले महात्मा गांधी, नेल्सन मंडेला और मार्टिन लूथर किंग जैसे महान मानवाधिकार रक्षकों के जीवन और कार्यों से प्रेरणा लेने को कहा। उन्होंने इंटर्नशिप के दौरान सीखे गए मानवाधिकार मूल्यों और सिद्धांतों का पालन करके समाज में लाए जा सकने वाले सकारात्मक बदलावों पर विचार करने के लिए प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया।
एनएचआरसी के संयुक्त सचिव श्री देवेंद्र कुमार निम ने सत्र के दौरान इंटर्नशिप रिपोर्ट प्रस्तुत की साथ ही पुस्तक समीक्षा, समूह शोध परियोजना प्रस्तुति और भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं के नामों की घोषणा की। समारोह का समापन एनएचआरसी के निदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल वीरेंद्र सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पूरे भारत में मानवाधिकारों की रक्षा और उन्हें बढ़ावा देने का काम सौंपा गया है। अपनी पहुंच बढ़ाने और जागरूकता पहलों का विस्तार करने के लिए, आयोग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से इंटर्नशिप कार्यक्रम आयोजित करता है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से, एनएचआरसी मानवाधिकार रक्षकों की अगली पीढ़ी को शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को और बल देता रहता है।