6 अक्टूबर को लखनऊ में जुटेंगे नवाचारी रचनाधर्मी शिक्षक-शिक्षिकाएं

पुस्तक ‘नदी बहने लगी है’ का होगा विमोचन

नवाचारी शिक्षक-शिक्षिकाओं  को मिलेगा गिजुभाई बधेका सम्मान

लखनऊ। स्वप्रेरित रचनाधर्मी शिक्षक-शिक्षिकाओं के स्वप्रेरित मैत्री समूह शैक्षिक संवाद मंच उ.प्र. द्वारा आज होटल अम्बर, लखनऊ में आयोजित गिजुभाई बधेका राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान-2024 एवं साझा कविता संग्रह ‘नदी बहने लगी है’ के विमोचन के अवसर पर उत्तर प्रदेश सहित छत्तीसगढ़ और गुजरात के नवाचारी रचनाकार शिक्षक एवं शिक्षिकाएं शामिल होंगे।‌ कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ बाल साहित्यकार बंधु कुशावर्ती करेंगे, मुख्य अतिथि डॉ. पवन पुत्र बादल एवं विशिष्ट अतिथि बाल कथाकार डॉ. जाकिर अली रजनीश होंगे। सारस्वत अतिथि रिद्धि पांडेय एवं अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में पद्मश्री उमाशंकर पांडेय जी का मार्गदर्शन प्राप्त होगा।

 उक्त जानकारी देते हुए शैक्षिक संवाद मंच के संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय एवं कार्यक्रम संयोजक दुर्गेश्वर राय ने संयुक्त रूप से बताया कि अपने सरकारी विद्यालयों को आनंदघर के रूप में बदलाव करने के सफल प्रयासों के लिए प्रदेश सहित छत्तीसगढ़ एवं गुजरात के 84 शिक्षक-शिक्षकाओं का चयन किया गया है जिनको गिजुभाई बधेका राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान-2024 से सम्मानित कर स्मृति चिह्न, सम्मान पत्र, अंगवस्त्र, बैग एवं मैडल भेंट किया जायेगा। इस अवसर पर दुर्गेश्वर राय द्वारा संपादित साझा कविता संग्रह ‘नदी बहने लगी है’ का विमोचन मंचस्थ अतिथियों द्वारा किया जाएगा, जिसमें 48 रचनाकारों की रचनाएं यथा गीत, गजल, कविता, दोहे आदि सम्मिलित हैं। सभी रचनाकारों को ‘काव्य सरिता सम्मान’ भेंट कर स्मृति चिह्न, सम्मान पत्र, अंगवस्त्र एवं बैग प्रदान किया जाएगा। समारोह में देश के प्रख्यात शिक्षाविद्, साहित्यकार एवं पर्यावरणविद् विभूतियों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा जिनमें डॉ. जाकिर अली रजनीश, डॉ. पवनपुत्र बादल, रिद्धि पांडेय, बंधु कुशावर्ती एवं पद्मश्री उमाशंकर पांडेय जी अपने विचार साझा करेंगे। इस अवसर पर शैक्षिक संवाद मंच की प्रदेशीय कार्य समिति के पदाधिकारियों की घोषणा भी की जायेगी। समारोह के सफल आयोजन हेतु विनीत कुमार मिश्रा, प्रीति भारती, विकास त्रिपाठी, प्रदीप कुमार तैयारियों में जुटे हुए हैं।

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