केंद्रीय श्रम एवं रोजगार और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली में रोजगार आंकड़ों और विदेशी प्रवास के चलन से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर केंद्रित एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे भी मौजूद थीं।
विदेश मंत्रालय (एमईए) और नीति आयोग के साथ विचार-विमर्श का उद्देश्य विदेशी रोजगार और घरेलू रोजगार सृजन दोनों के लिए समन्वय और डेटा एकीकरण को मजबूत करना था। इसके साथ ही, विदेशों में रोजगार के लिए भर्ती एजेंसियों और कौशल आवश्यकताओं पर निगरानी को बढ़ाना था।
डॉ. मांडविया ने ईसीआर/गैर-ईसीआर देशों में नौकरी/पढाई के लिए विदेश जाने वाले नागरिकों का पूरा डेटा रखने के लिए एक तंत्र की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि रोजगार की आपूर्ति और मांग पक्ष के व्यापक दृष्टिकोण के लिए राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) पोर्टल, माय भारत प्लेटफॉर्म, मदद (एमएडीएडी), ई-माइग्रेट, ई-श्रम पोर्टल, राज्य पोर्टल आदि का एकीकरण होना चाहिए।
श्री मांडविया ने इस बात पर भी जोर दिया कि उद्योग संघ रोजगार संबंधी आंकड़ों को एकत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने एकछत्र संगठन के रूप में नीति आयोग की भूमिका को रेखांकित किया जो विभिन्न मंत्रालयों से रोजगार संबंधी आंकड़ों के संकलन की सुविधा प्रदान कर सकता है।
बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि विदेशी नियोक्ताओं के साथ अनुबंधों को मानकीकृत किया जाना चाहिए और इसके प्रावधानों की प्रभावशीलता पर प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए प्रवासन और गतिशीलता भागीदारी व्यवस्था (एमएमपीए) और सामाजिक सुरक्षा समझौतों (एसएसए) की समीक्षा की जानी चाहिए।
नीति आयोग ने देश में रोजगार पोर्टलों पर विभिन्न अध्ययनों से प्राप्त जानकारी साझा की, जिसमें सरकारी योजनाओं और क्षेत्रों में रोजगार आंकड़ों को एकीकृत करने के लिए एक मजबूत मंच की आवश्यकता पर बल दिया गया।
बैठक में मौजूदा आंकड़ों के अंतराल को पाटने, विशेष रूप से अनौपचारिक क्षेत्र में, तथा नीति और रोजगार सृजन पहलों को आगे बढ़ाने के लिए एक व्यापक, बहु-क्षेत्रीय रोजगार आंकड़ा पोर्टल विकसित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया।
बैठक रोजगार डेटा समन्वय को मजबूत करने, विदेशों में नौकरी के अवसरों का विस्तार करने और विदेशों में भारतीय श्रमिकों की सुरक्षा के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुई। प्रस्तावित एकीकृत रोजगार डेटा पोर्टल रोजगार आंकड़ों को केंद्रीकृत करने में एक बदलावकारी उपकरण के रूप में काम करेगा, जबकि ई-माइग्रेट और एनसीएस एकीकरण अंतरराष्ट्रीय नौकरी बाजारों तक पहुंच को व्यापक बनाएगा।