आईटीयू डब्ल्यूटीएसए-24 में रिकॉर्ड संख्या में प्रतिनिधियों ने भाग लिया

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कल विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (डब्ल्यूटीएसए -24) का उद्घाटन किया, इसके साथ ही उन्‍होंने एशिया के सबसे बड़े प्रौद्योगिकी एक्सपो इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) का भी उद्घाटन किया।

इस वर्ष के डब्ल्यूटीएसए -24 में 160 से अधिक देशों से 36 मंत्रियों सहित 3300 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जो किसी भी डब्ल्यूटीएसए सम्मेलन के लिए सबसे अधिक संख्‍या है। यह फोरम अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसमें 6जी, उपग्रह संचार, क्वांटम प्रौद्योगिकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) शामिल हैं, जो तीव्र गति से कसित हो रहे डिजिटल परिदृश्य के लिए जरूरी हैं।

डब्ल्यूटीएसए के उद्घाटन सत्र के बाद पूर्ण अधिवेशन की शुरुआत हुई, जिसमें सभा के दौरान विभिन्न कार्यों को पूरा करने के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया। डब्ल्यूटीएसए-24 के प्रतिनिधियों ने एक राय से भारत के श्री आर.आर. मित्तर को डब्ल्यूटीएसए-24 के अध्यक्ष के रूप में चुना। वे एक प्रख्यात दूरसंचार विशेषज्ञ और भारत सरकार के दूरसंचार विभाग के पूर्व सलाहकार हैं। वे दूरसंचार अभियांत्रिकी केंद्र (टीईसी) में मानकीकरण कार्य का नेतृत्व कर रहे थे।

डब्ल्यूटीएसए और इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2024 के इतर कई कार्यक्रम निर्धारित किए गए हैं। कल आईएमसी 2024 में मुख्यमंत्रियों, राज्य सरकारों के आईटी मंत्रियों और आईटी सचिवों का एक गोलमेज सम्‍मेलन आयोजित किया गया, जिसमें संचार एवं उत्‍तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड कोंगकल संगमा, संचार और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासनी चंद्रशेखर, दूरसंचार विभाग के सचिव डॉ. नीरज मित्तल, कर्नाटक, गुजरात, तेलंगाना, असम, सिक्किम, ओडिशा, तमिलनाडु, नागालैंड, राजस्थान, मिजोरम, बिहार, गोवा, पंजाब, अंडमान और निकोबार के मंत्री शामिल हुए।

श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने संबंधित राज्यों के मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों को दूरसंचार के क्षेत्र में देश की प्रगति के बारे में जानकारी दी तथा मंत्रालय द्वारा दूरसंचार क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए की जा रही नई पहलों के बारे में भी बताया। उन्होंने राज्यों से पूर्ण रूप से स्केलेबल कार्यान्वयन का आग्रह किया तथा उन्हें आश्‍वस्‍त किया कि केंद्र सरकार न केवल राज्यों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है, बल्कि वो उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने में उनकी मदद करने के लिए उनके आगे भी खड़ी है।

केन्‍द्रीय राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासनी चंद्रशेखर ने राज्यों से देश के प्रत्येक नागरिक को सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान करने हेतु डिजिटल नवाचार के लिए अनुकूल माहौल बनाने का आह्वान किया।

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राज्यों को राज्य आईटी अवसंरचना की साइबर सुरक्षा और आईओटी सुरक्षा, भारत नेट और 4 जी संतृप्ति परियोजना के कार्यान्वयन के लिए राज्यों के समर्थन की आवश्यकता, जिसमें राइट ऑफ वे, स्‍पेस/भूमि आवंटन, बिजली और नेटवर्क का उपयोग शामिल है, के मुद्दों के बारे में भी संवेदनशील बनाया गया।

राज्य स्टार्टअप को बढ़ावा देने के तरीकों और 4 जी / 5 जी के उपयोग के मामलों के रोलआउट में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भूमिका, दूरसंचार विभाग द्वारा निवेश के अगले स्तर के लिए राज्य स्टार्टअप को बढ़ावा देने तथाा कारोबार के अवसरों पर भी विचार-विमर्श किया गया।

बाद में, श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2024 में विभिन्न स्टॉलों का दौरा किया और कई अत्याधुनिक मेक इन इंडिया दूरसंचार उत्पादों को लांच किया। उन्होंने एसएएमईईआर (सोसाइटी फॉर एप्लाइड माइक्रोवेव इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग एंड रिसर्च) के भारत पैवेलियन में 10 जीबीपीएस डेटा के साथ सब THz में स्वदेशी रूप से विकसित अत्यधिक जटिल 6जी वायरलेस लिंक को भी लांच किया। शुभारंभ किए गए अन्य मेक इन इंडिया उत्पादों में एसटीएल द्वारा एआई-डीसी ऑप्टिकल समाधान शामिल था, जो एआई-आधारित डेटा केंद्रों में जीपीयू को जोड़ेगा और एचएफसीएल द्वारा 2 जीबीपीएस पॉइंट को टू मल्टीपॉइंट यूबीआर रेडियो से जोड़ेगा, जो किफ़ायती लास्ट माइल कनेक्टिविटी प्रदान करता है। इसके अलावा, मंत्री महोदय द्वारा क्वालकॉम द्वारा निर्मित एक किफायती स्नैपड्रैगन 5जी चिपसेट का वैश्विक शुभारंभ भी किया गया।

डब्ल्यूटीएसए 24 में आईटीयू-एक्सपो और इंडिया मोबाइल कांग्रेस में उद्योग, सरकार, शिक्षाविदों, स्टार्टअप्स और प्रौद्योगिकी और दूरसंचार इकोसिस्‍टम के अन्य प्रमुख हितधारकों के लिए अभिनव समाधान, सेवाएं और इनके अत्याधुनिक उपयोग प्रदर्शित किए जा रहे हैं। आम लोग यहां आकर इनका अनुभव ले सकते हैं।

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