बिलासपुर: नगर के कोनी में दो सौ करोड़ की लागत से बन रही राज्य की पहली सिम्स सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल का संचालन आगामी एक नवंबर से शुरू किए जाने की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। अन्य आवश्यक कार्य भी नियत तिथि के पूर्व पूर्ण कर लिए जाएंगे। हॉस्पिटल प्रारंभ होने पर पहले चरण में हॉस्पिटल का संचालन ओपीडी से शुरू किया जाएगा। इसमें बाहरी मरीजों की जांच व उपचार किए जाएंगे। इसके बाद सिलसिलेवार हास्पिटल की हर सुविधाओं को संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही यहां गंभीर रोगों का इलाज संभव हो सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अपने सिम्स दौरे के दौरान साफ कर दिया था कि सिम्स सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल को नवंबर प्रथम सप्ताह से शुरू कर दिया जाएगा, क्योंकि भवन तैयार – होने के साथ वार्ड निर्माण, इंटीरियल का काम पूरा हो चुका है।
वही अस्सी प्रतिशत चिकित्सकीय मशीन भी स्थापित किए जा चुके हैं। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी निर्देश दिया था कि इस काम में किसी भी प्रकार से कोताही नहीं बरती जाए और अस्पताल शुरू होने की तिथि अब आगे नहीं बढ़नी चाहिए। इस निर्देश के बाद सिम्स प्रबंधन ने अस्पताल शुरू करने का काम तेज कर दिया है। अब स्थिति यह है कि लगभग सभी काम हो चुके हैं। कुछ काम बचे हैं, जो आने वाले एक से दो सप्ताह में पूरा हो जाएंगे। इन बातों को ध्यान में रखते हुए ही एक नवंबर से ओपीडी शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद वार्ड, आइसीयू, एनआइसीयू की सुविधा शुरू की जाएगी। इसमें मरीज के भर्ती होने के साथ ही ओटी और कैथलैब के साथ सभी डिपार्टमेंट का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
सिम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में क्या-क्या इलाज हो सकेंगे ?
अस्पताल में न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी ,न्यूरोलॉजी, एवं अन्य इलाज की सुविधा रहेगी । इस हास्पिटल के बनने के बाद लोगों को कम खर्चे में अधिक सुविधाएं मिलेंगी। एक ही परिसर में सब कुछ रहेगा। ज्ञात हो कोनी में शासन ने सिम्स प्रबंधन को पचास एकड़ जमीन दी है। इसमें से दस एकड़ में राज्य का पहला हॉस्पिटल जो खास तौर पर कैंसर के ईलाज लिए उपलब्ध रहेगा। इसके अलावा चालीस एकड़ जमीन पर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की सुविधा व अन्य जरूरी यूनिट की सुविधाएँ उपलब्ध रहेगीं।
सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में कौन-कौन से विभाग होंगे ?
- हृदय रोग से संबंधित समस्त मेडिसिन व शल्य क्रियाएं( कार्डियोलॉजी विभाग व कार्डियो थोरेंसिक वैस्कुलर सर्जरी विभाग)
- किडनी रोग से संबंधित समस्त मेडिसिन व शल्य क्रियाएं( नेफ्रोलॉजी विभाग व यूरोलॉजी विभाग)
- मस्तिष्क रोग से संबंधित मेडिसिन व शल्य( क्रियाएं न्यूरोलॉजी विभाग व न्यूरो सर्जरी विभाग)
- हास्पिटल की बारह मंजिल बनकर तैयार, प्रथम चरण में सौ आइसीयू समेत 244 बिस्तरों से होगी शुरुआत।
“सिम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को हर हाल में 1 नवंबर से शुरू करने का पूरा प्रयास है! काम लगभग पूर्ण हो चुके हैं !ऐसे में पहले चरण में ओपीडी के संचालन से हॉस्पिटल को शुरू कर दिया जाएगा!” : डॉ. बीपी सिंह नोडल अधिकारी सिम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल