बिलासपुर: भारत माता अभिनंदन संगठन के साहित्य प्रकोष्ठ सिंगरौली द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर कवि गोष्ठी आयोजित की गई। प्रस्तुत कवि गोष्ठी अखिल भारतीय स्तर पर गूगल मीट ऑनलाइन के माध्यम से आयोजित की गई थी। इस अवसर पर सभी साहित्यकारों ने उच्च कोटि की कविताओं का स्वर पाठ किया। कवि गोष्ठी में छत्तीसगढ़ बिलासपुर नगर के साहित्यकार सुरेश सिंह बैस ने भी अपनी कविता का सस्वर पाठ किया। प्रस्तुत कवि गोष्ठी में कवियों को “समाज में मेरा योगदान” एवं “आदर्श युवा की पहचान” शीर्षक से अपनी कविताओं का पाठ करना था।
कवि गोष्ठी में सम्मिलित सुरेश सिंह बैस ने आदर्श युवा की पहचान शीर्षक से अपनी कविता प्रस्तुति दी। “तुम देश की आशा हो युवा शक्ति हो, बादल गर्जन का हुंकार हो तुम ,आकांक्षाओं का अंबार हो ,धरती तुम्हारी, तारों संग है आकाश, तुम राष्ट्र की श्वांस हो, तुम बल पौरूष की परिभाषा हो…! ज्ञातव्य हो की कवि गोष्ठी हेतु पूर्व में ही देश भर से पचीस साहित्यकारों का चयन कवि गोष्ठी में सहभागिता के लिए कर लिया गया था। जिसमें पुणे, खुर्जा, बुलंदशहर, नासिक, मुंबई फिरोजाबाद, कोलकाता, अंबाला हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली, बिहार एवं झारखंड के कवियों ने हिस्सा लिया। कवि गोष्ठी की मुख्य अतिथि डॉ अर्चना श्रेया, राष्ट्रीय प्रभारी साहित्य प्रकोष्ठ भारत माता अभिनंदन संगठन बैंगलोर एवं अध्यक्षता प्रो शरद नारायण खरे मंडला द्वारा किया गया। कवि गोष्ठी का कुशलतापूर्वक संचालन, राजकुमार जायसवाल संयोजक साहित्य प्रकोष्ठ द्वारा किया गया।