महत्वाकांक्षी होना जरूरी है कि असफलता से सामना होने पर आप हार न जाए

कैसी भी परिस्थिति हो, इंसान को हमेशा मुस्कुराते रहना चाहिए

विनीता झा
कार्यकारी संपादक

खुश रहने के लिए हमें चाहिए कि हम हमेशा सकारात्मक ही सोचें. सकारात्मकता से मन व शरीर पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। यह हो गया तो क्या होगा? वो हो गया तो क्या होगा? आदि-आदि अनेक प्रकार के नकारात्मक विचारों को झिडक दें। इससे कुछ भी हासिल नहीं होने वाला है सिवाय तनाव के। हमेशा हंसते-मुस्कुराते रहें. उदास व गमगीन चेहरा किसी को भी नहीं लुभाता है। हंसमुख व्यक्ति के आसपास सदा सभी लोग मंडराते रहते हैं, जबकि दुखी या निराश व्यक्ति से लगभग सभी लोग किनारा कर लेते हैं। इसलिए व्यक्ति को हर परिस्थिति में मुस्कुराते रहना चाहिए। क्या आपको याद है कि आप लास्ट टाइम कब खुलकर हंसे थे? ऐसी हंसी जिससे आपके पेट में हंसते-हंसते दर्द हो गया हो या फिर हंसी रूकने का नाम ही नहीं ले रही हो. हुम्म्म्म…याद नहीं आ रहा ना! आएगा भी नहीं. चूंकि आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में किसी के पास इतना समय ही नहीं होता की वे खूद के लिए दो मिनट भी निकाल सकें. साथ ही लोग हर कोई खुश तो रहना चाहते है, पर रह नहीं पाता है। इसका कारण यह है कि हर कोई काम के दबाव से दो-चार है. रही-सही कसर अन्य घरेलू काम पूरा कर देते हैं। बच्चों सी खुशी अब दुर्लभ प्रतीत होती है. आइए खुश रहने के कुछ टिप्स देखते हैं-
हर व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव आते-जाते रहते हैं। इनसे निराश नहीं होना चाहिए। बल्कि अपना मनोबल मजबूत कर उससे लोहा लेने के लिए भिड़ जाना चाहिए। अगर हम महापुरुषों की जीवनी पढ़ें तो पाएंगे कि उनके जीवन में कई विषम परिस्थितियां आईं किंतु उन्होंने हार नहीं मानी और परिस्थितियों को अपने पक्ष में कर लिया। उन्होंने परिस्थितियों का डटकर मुकाबला किया तथा हमेशा मुस्कुराते रहें. कभी भी उनका उदास चेहरा हमने नहीं देखा। गांधीजी व नेहरूजी का तो हमने मुस्कुराता चेहरा ही देखा है। कभी भी उदास या गमगीन नहीं।
कैसी भी परिस्थिति हो, इंसान को हमेशा मुस्कुराते रहना चाहिए। खिलखिलाने से मनुष्य का तनाव कम होता है तथा वह चिंतामुक्त होता है और शरीर से सकारात्मक रसायनों का स्राव होता है। हमेशा हंसते-मुस्कुराते रहने वाला व्यक्ति जीवन-पथ पर हमेशा अग्रणी रहता है तथा वह अन्य के मुकाबले जुझारू होता है।
पहली शुरूआत उस व्यक्ति को खुश करने से करें, जिसका चेहरा आप हर रोज आईने में देखते हैं। अपने भीतर की नकारात्मकता को दूर करें. खुद को भीतर से चमकाएं। इससे दूसरों के जीवन में भी खुशियां ला सकेंगे। खुद को बदलने के लिए कदम उठाना खुश रहने की सबसे बड़ी कुंजी है।
जीवन को पूर्णता के साथ जिएं. बीते समय की गलियों से गुजरना कभी-कभार ही अच्छा होता है, वहां रूके रहना जिंदगी रोक देता है। खुद पर आने वाले और जाने वाले कल की चिंता का बोझ लादे रखने से बेहतर है कि वर्तमान को सहजता व आनंद के साथ जिएं। यदि लगता है कि आप दूसरों से बेहतर हैं, तो अच्छा होगा कि एक बार थोड़ा विश्राम कर लें। बेतुकी व अर्थहीन तुलना न करें. जिस पल आप अपने ऊपर से अहंकार का बोझ नीचे गिरा देंगे, उस दिन सफलता की बुलंदियों को छूना अधिक आसान हो जाएगा। लक्ष्य तय करना और उसे हासिल करना एक प्रक्रिया है। अपने दिमाग को समझाएं कि लक्ष्य रोजमर्रा का एक ऐसा अभ्यास है, जहां आप छोटे-छोटे प्रयास व चुनाव करते हुए आगे बढ़ते हैं, तभी दीर्घकालिक लक्ष्य हासिल कर सकेंगे।
यह सुनना अजीब लग सकता है, लेकिन इतना महत्वाकांक्षी होना जरूरी है कि असफलता से सामना होने पर आप हार न जाएं। असफल हाने पर घबराएं नहीं। नए प्रयास के लिए गलतियों को सुधारते हुए पूरे उत्साह के साथ कदम बढ़ाएं। हम गिरते हैं और फिर गिरने के लिए उठते हैं. उठने और गिरने का ये क्रम चलता रहता है। इसे जिंदगी का मंत्र बना लें. जहां दूसरे घुटने टेक देते हैं, वहां आप हिम्मत से कदम बढ़ाते हुए बदलाव लाएं. ध्यान रखें, इससे खुशियां हमेशा पीछा करेंगी।
दिन भर का यह एक अच्छा काम होगा. किसी को बताएं कि वे आपकी जिंदगी में कितने जरूरी हैं। अपने प्रियजनों को यह एहसास दिलाएं कि आप उन्हें अपनी जिंदगी में हमेशा बनाए रखना चाहते हैं। आपकी प्रतिभा को वास्तव में समझने वालों की पहचान करें. जो आपको प्रेरित करते हैं, वे आपके हितैशी, अच्छे मित्र व मार्गदर्शक हैं। खुद को ऐसे लोगों के साथ रखें. आपकी खुशियों पर कभी ताला नहीं लगेगा।
कई बार लोग सोचते है कि हम तो केवल एक आम व्यक्ति है और ऐसे ही जिंदगी कट जानी है। लेकिन ऐसा नहीं है आप अपने जॉब से, अपने लाइफ के रोल से कहीं ज्यादा होते है। इसलिए अपने आप को पहचाने और देखेे कि आप आस-पास के लोगों के लिए किसी सेलेब्रेटी से कम नहीं है।
आपकी जिम्मेदारी है कि आप अपने सपनों को पूरा करें. इसके लिए आप कोई बहाने बनाकर नहीं बच सकते है कि फलां आपके सपने पूरे कर देगा, आपके सपने आपको ही पूरे करने होगें। इसलिए सपने देखें और उन्हें पूरा करने की कोशिश अवश्य करें। जिससे आपको खूशी महसुस भी होगी।
लोग बोलते है जो खूद से प्यार करता है, वे स्वार्थी होता है। लेकिन जब आप खूद से प्यार करेंगे तभी आप दूसरों को भी खूश रख सकेंगे ना. इसलिए पहले खूद को साबित करें कि आप क्या है फिर दूनिया को दिखाए।
दिमाग तुम्हें वही करने को कहेगा जो सही है। ऐसा नही है कि दिल के मार्गदर्शन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। लेकिन फिर भी दिल और दिमाग पर जोर देने से बेहतर होगा की आप स्थिति के अनुसार समस्या का रास्ता सोचे और अपने आपसे पूछे कि उसे क्या सही लगता है। इस प्रकार की छोटी-बड़ी बातों को ध्यान में रखकर हम भी खुश रह सकते हैं तथा जीवन को उमंग उत्साह से भरपूर कर सकते हैं। तो आप भी आज और अभी से खिलखिलाना शुरू कर दीजिए तथा दूसरों को भी खिलखिलाइए।

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