शैक्षिक संवाद मंच की बैठक में प्रदेश कार्यसमिति और जिला टोलियां गठित

अतर्रा (बांदा): शैक्षिक संवाद मंच की गत दिवस सम्पन्न ऑनलाइन बैठक में मंच की प्रदेश कार्यसमिति सहित जिला टोलियों का गठन किया गया। 11 प्रकोष्ठों के संचालन हेतु सदस्यों ने स्वयं जिम्मेदारी लेकर सम्बंधित कार्य आरम्भ कर दिया है। मंच के संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय की अध्यक्षता में कार्यसमिति ने विचार विमर्श कर नवम्बर में चित्रकूट में तीन दिवसीय शैक्षिक संगोष्ठी एवं चिंतन शिविरा आयोजित करने और तीन पुस्तकों एवं पत्रिका के विमोचन पर सहमति व्यक्त की।

        उक्त जानकारी देते हुए दुर्गेश्वर राय ने बताया कि बैठक में शैक्षिक संवाद मंच की कार्यसमिति गठित हो जाने से मंच की नियमित गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित होने लगेंगी। इसके अतिरिक्त जिला स्तर पर टोलियों के निर्माण समेत 7 प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की गयी है। गत रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे ऊषा रानी, मेरठ की सरस्वती वंदना से बैठक आरंभ हुई।

सदस्यों के परस्पर परिचय उपरांत मंच के संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय ने मंच के दर्शन ‘विद्यालय बनें आनंदघर’ की महत्ता और वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आवश्यकता बताते हुए शिक्षकों को समय के साथ अद्यतन रहने का आह्वान किया। इसके पश्चात पिछली बैठक में गठित जिला टोलियों के स्थिति की समीक्षा की गई।

-शैक्षिक संवाद पत्रिका समेत तीन पुस्तकों का होगा विमोचन-

35 जनपदों में टोलियां सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। जनपदीय टोलियों का विस्तार सभी 75 जनपदों के साथ छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी किया जाएगा। इसके पश्चात 11 प्रकोष्ठों तकनीकी, साहित्य, योग और खेल, कला एवं क्राफ्ट, संगीत व सांस्कृतिक कार्यक्रम, व्यस्था एवं संचालन, जनसंपर्क एवं संवाद, नवाचार, वित्तीय प्रबंधन, दीवार पत्रिका, प्रतियोगी परीक्षा प्रकोष्ठ के लिए कुल 31 सदस्यीय कार्यसमिति के गठन को सर्वसम्मति से मंजूरी मिल गई।

छमाही शैक्षिक संवाद पत्रिका की आधार सदस्यता के विस्तार का निर्णय लिया गया। इस हेतु विस्तृत दिशानिर्देश अलग से जारी किया जाएगा। इस पत्रिका के प्रथम अंक का लोकार्पण नवंबर में किया जाएगा।

नवंबर में होने वाले त्रिदिवसीय वार्षिक संगोष्ठी का आयोजन प्रतिवर्ष चित्रकूट में ही किया जाएगा जबकि सम्मान एवं संवाद का एकदिवसीय कार्यक्रम फरवरी माह में किसी अन्य शहर में किए जाने का भी निर्णय लिया गया। इसके साथ ही वार्षिक सदस्यता सीमित प्रारूप में जारी रहेगी। शिथिल पड़े द्विमासिक पुस्तक संवाद के लिए  जुलाई महीने की चर्चा हेतु ‘तोत्तोचान’ पुस्तक का चयन किया गया।

गिजुभाई बधेका के शैक्षिक दर्शन पर आधारित एक संकलन का प्रकाशन मंच द्वारा किए जाने की घोषणा की गई। वर्तमान में मंच द्वारा प्रकाश्य क्रांतिपथ के राही, विद्यालय में एक दिन, यात्रा वृत्तांत और डायरी लेखन विधा पर कार्य चल रहा है। वर्ष 2024 में विषयगत नवाचार और पत्र लेखन विधा पर संकलन लेने की योजना है। 

-नवंबर में चित्रकूट में आयोजित होगी शैक्षिक संगोष्ठी-

        बैठक में डॉ. रमा दीक्षित, अर्चना वर्मा, विनोद कुमार, प्रीति भारती, मोहनलाल, वैशाली गुलसिया, अभिषेक कुमार, शिवाली जायसवाल, डॉ. श्रवण कुमार गुप्त, रश्मि मिश्रा, ज्ञानेश राजपूत, आभा त्रिपाठी, साधना मिश्रा, मंजू वर्मा, आलोक श्रीवास्तव, विवेक पाठक, श्वेता श्रीवास्तव, डॉ. कुमुद सिंह, आशा कुशवाहा, शीलचंद्र जैन, अपर्णा नायक, गीता सचदेव, डॉ. राजकुमार यादव,  हरियाली श्रीवास्तवा, डॉ. रचना सिंह, कमलेश कुमार पाण्डेय,

फरहत माबूद, पवन तिवारी, माधुरी त्रिपाठी, उषा रानी, राजबहादुर यादव, दीप्ति राय, चंद्रशेखर सेन, अनुराधा दोहरे, बलराम दत्त गुप्ता, अमिता सचान, डॉ. प्रीति चौधरी, अशोक प्रियदर्शी, कुमुद एवं विनीत मिश्रा आदि शिक्षक एवं शिक्षिकाएँ उपस्थित रहे। सीमा मिश्रा, अंजू वर्मा, राजीव भटनागर और शीला सिंह यात्रा में होने के कारण नहीं जुड़ सके। बैठक का संचालन दुर्गेश्वर राय ने किया। डॉ. श्रवण कुमार गुप्त ने व्यक्त किया।

शैक्षिक संवाद मंच
प्रमोद दीक्षित मलय शिक्षक, बाँदा (उ.प्र.)
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