स्वास्थ्य से संबंधित पांच गलतियां

विनीता झा
कार्यकारी संपादक

आपने ज्यादातर सुना होगा कि पानी ज्यादा पीने] ताजा फल और सब्जियां खाने, आराम करना सेहत के लिए हेल्थी होती है। और पता नहीं क्या–क्या। लेकिन आप यह तो जानते ही होंगे कि किसी भी चीज की अति अच्छी नहीं होती है। तो आइये जानते है कुछ ऐसी ही गलतियां जो अधिकांश लोग अपने स्वास्थ्य से संबंधित करते हैं-
1- न पीने अधिक पानी
यकीनन आपने यह बात पहले भी सुनी होगी कि रोजाना आठ 8 गिलास पानी पीना चाहिए। लेकिन क्या आपने कभी इसकी कोई कोई वैज्ञानिक पृष्टि के बारे में सुना है, बिल्कुल नहीं] जब आप इसके बारे में सोचते हैं, तो यह एक बहुत ही बेतुका सी बात लगेगी, चूंकि जब सभी लोगों की शरीर के विभिन्न शेपस, साइज, और जरूरतें भी अलग अलग होती हैं तो भला नियम एक जैसे कैसे हो सकते है। हम शारीरिक गतिविधि के विभिन्न स्तरों में हिस्सा लेते है और अपने-अपने स्तर पर लोगों के पसीने भी निकलते हैं। इसमें क्षेत्रीय मतभेद का महत्वपूर्ण रोल है चूंकि निश्चित रूप से एरिजोना में रहने वाले व्यक्ति से कहीं ज्यादा कनाडा में रहने वाले व्यक्ति का दिन भर में पसीना आना स्वाभाविक है! इसलिए यह सुनिश्चित करें कि यदि आपमें पानी की पर्याप्त मात्रा है तो गिलास को दिन भर में एक तरफ रख दें और तभी उसे भरे जब आपको पानी पीने की इच्छा को या प्यासा महसुस कर रहे हो। पानी तभी पीएं जब आप प्यासे हो और साथ ही तब जब आप भूख महसूस कर रहे हो, क्योंकि यह माइड डिहाइड्रेशन का एक संकेत है। कुछ और होने से पहले कुछ पानी पीने की कोशिश करें। यदि आप दिन भर में सिर्फ कॉफी पीते हैं, तो यह आपके लिए जानना महत्वपूर्ण है कि कॉफी एक मूत्रवर्धक है, जिसका अर्थ है यह आपका अधिक बार यूरिनटे बनाता है जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन की शिकायत उत्पन्न हो सकती है। आप हर कॉफी पीने के साथ ही एक अतिरिक्त बड़ा पानी का गिलास पीने का प्रयास करें] और यदि आप चाहे तो काॅफी पीना कम कर सकते है, एक या दो कप तक लिमिट कर दें।
2- अधिक मात्रा में ताजे फल और सब्जियां ना खाएं
यह एक साधारण बात है कि हरेक फल और सब्जियां का इस्तेमाल करना हमारे सेहत के लिए मददगार होता हैं। लेकिन सिर्फ इनका अकेले सेवन करते रहना परेशानी पैदा कर सकता है। आप चाहे तो केले को अपने सामान्य नाश्ता के साथ जोड़ सकते है या दोपहर के भोजन में सलाद ले सकते हैं। हम सब अपने भोजन में थोड़े ज्यादा ताजा फल और सब्जियों का उपयोग कर सकता है। यदि आप स्नैक्स खाने में सोच रहे है तो क्यों ना एक सेब या कुछ सेलरी स्टीकस पीनट बटर के साथ ग्रेब करके लिया जाए, एक बार आप मीठा, नमकीन खाद्य पदार्थ, लेना कम कर देते है तो आपके शरीर में उन्हें लेने को कम लालसा होना शुरू कर देंगे।
यदि आप नियमित रूप से रोजाना मीट खाने वाले है तो बजाय मीट को खाने का केन्द्र बिन्दु बनाने की जगह वेजी के खाने को भी खाने का हिस्सा बनाने का प्रयास करें। अधिक मा़त्रा में मीट का सेवन हमारे शरीर अम्लीय बना सकता हैं, जबकि ताजा फल और सब्जियों के सप्लीमेंट रोकथाम करने में मदद कर सकते हैं।
3- बहुत देर तक बैठे रहना या झुकें रहना
अगर आपका काम आफिस का ही है] तो आपके लिए यह सबसे पहले है। और आप यकीनन इस परेशानी से गुजर भी रहे होगें। इस आदत को बदलना बहुत मुश्किल हो सकता है साथ ही इस आदत को छोेड़ना भी कठिन होता है, और हम अपने शरीर के बैठे रहने के कारण होने वाली परेशानियों के प्रति सचेत नहीं होते है। हालांकि, यह एक महत्वपूर्ण बात है जिसका एहसास होना बहुत जरूरी है। शोध की बढ़ती संख्याओं ने यह सिद्ध कर दिया है कि ज्यादातर बैठे रहने और झुककर या एक ही मुद्रा में रहने के कारण पीठ और रीढ़ की हड्डी की समस्याएं, जठरांत्र दर्द] सिर दर्द] और बेड सरकुलेशन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
यदि आप चाहे तो हर 30 मिनट पर उठने का टाइमर सेट कर सकते है और 10 जंपिंग जैक कर सकते हैं, या चाहे तो एक छोटी सी वाॅक पर जा सकते है। साथ ही आप चाहे तो स्टेडिंग डेस्क की तरह थोड़ी-थोड़ी देर पर खड़े हो सकते है जोकि आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है और कई लोग एक सेकंड में कई बार सीटिंग से स्टेडिंग पोजिशन बदलते रहते है।
4- गलत तरीके से श्वास लेना या भूल जाना
हम प्रत्येक दिन लगभग 20,000 औसत की साँस लेते है] लेकिन क्या आपको कभी भी एहसास होता है कि आप सांस गलत तरीके से ले रहे है] साँस लेने का भी उचित तरीके होता है जैसे गहरी धीमी गति से साँस लेते हुए पेट को अंदर की ओर खींचे, कुछ सेकंड के लिए होल्ड करें और फिर धीरे-धीरे उसे छोड़े। आप बेबिस और बच्चों को सांस लेना देखें तो आपको देखेंगे कि कैसे वे सांस लेते है और कैसे हम लेते है, उम्र के साथ। हम जितने बड़े होते जाते है उतने ही अधिक तनावग्रस्त रहने लगते है और वास्तव में तनावग्रस्त रहने से हमारे सांस लेने का तरीका बदलता रहता है। जब हम अपने शरीर पर स्ट्रेस्ट डालते है तो अनिवार्य रूप से हम ” फाइट या फ्लाइट” मोड पर चले जाते है। जरा सोचो कि दिन के दौरान कितनी बार आप स्ट्रेस्ड से बाहर निकलेंगे और क्या करेंगे चूंकि यह तो हर दिन हर पल हो सकता है।
लंबे समय में तक ऐसे ही चलते रहने से यह हमारे शरीर से आवश्यक सीओ 2 और ऑक्सीजन को वंचित कर सकते हैं जिससे इनसोम्निया, पेनिक अटैक, चक्कर आना, अत्यधिक थकान और यहां तक कि आपके दिल की दर को भी बढ़ा सकता हैं। कोशिश करें कि जितनी बार आपको याद आए] उतनी बार आप कुछ गहरी साँस लेना का प्रयास करें लेकिन विशेष रूप से तब जब आप तनावग्रस्त या किसी के बारे में परेशान हो।
5- मुस्कान भूल गए हो
क्या आपने कभी यह कहावत सुनी है ”फेक इट टिल यू मेक इट”। कभी कभी ऐसा लगता है कि हम मुस्कुराना नहीं चाहते और हमें हंसने अच्छा भी लग रहा होता है] यहा तक कि हम मुस्कुराने के लिए सक्षम भी नहीं होते हैं] लेकिन हम आपको विश्वास दिलाते है कि मुस्कान की खुर आपको थोड़ा बेहतर महसूस कर सकेगा, लगभग तुरंत। और हां, इसमें यहां तक की कुछ विज्ञान भी है।
जब आप मुस्कुराते है तब हमारे ब्रेन को वास्तव में एंडोर्फिन से रिलीज करता है जोकि तनाव प्रतिक्रिया होता है और हमें अधिक सुकून महसूस प्रदान करता हैं।
इस तथ्य का उल्लेख नहीं किया है कि मुस्कान संक्रामक हैं! मुस्कान एक शानदार तरीका है जिसके माध्यम से आप अपने दोस्तों, सहकर्मियों, और यहां तक कि अजनबियों में भी कुछ खुशी बांट सकते है और साथ ही विश्वास का निर्माण भी कर सकते हैं। कौन है जो दिन में एक बार भी अपने लिए और अपनों के लिए एक अच्छी और बड़ी मुस्कान का उपयोग नहीं कर सकता है।

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