प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के संबोधन के दौरान कहा कि भारत को नई सामरिक ताकत मिली है और देश की सीमाएं पहले से कहीं अधिक सुरक्षित हैं


“सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है; उन्हें आधुनिक बनाना और भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है”

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त, 2023 को 77वें स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को अपने संबोधन में कहा, “भारत ने हाल के वर्षों में नई रणनीतिक ताकत हासिल की है और आज हमारी सीमाएं पहले से कहीं अधिक सुरक्षित हैं।” उन्होंने वर्तमान वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार के अटूट संकल्प को दोहराते हुए कहा कि सशस्त्र बलों को आधुनिक बनाने और उन्हें भविष्य की सभी चुनौतियों से निपटने के उद्देश्य से सशक्त और युद्ध के लिए तैयार रखने के लिए कई सैन्य सुधार किए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि देश के लोग आज सुरक्षित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि आतंकवादी हमलों की संख्या में काफी कमी हुई है। उन्होंने कहा कि जब देश शांतिपूर्ण और सुरक्षित होता है तो विकास के नए लक्ष्य हासिल होते हैं।

प्रधानमंत्री ने वन रैंक वन पेंशन योजना (ओआरओपी) का भी जिक्र किया, जो रक्षा पेंशनभोगियों की काफी समय से लंबित मांग थी, जिसे सरकार ने सत्ता में आते ही लागू किया था। उन्होंने कहा, “ओआरओपी हमारे देश के सैनिकों के सम्मान का विषय था। जब हम सत्ता में आये तो हमने इसे लागू किया। आज पूर्व-सैनिकों और उनके परिवारों तक 70,000 करोड़ रुपये पहुंचाए गए हैं।”

प्रधानमंत्री ने सीमा पर तैनात सशस्त्र बलों के जवानों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं, जो देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के साथ-साथ इसके हितों की रक्षा करते हैं।

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