अगणित दीपमालाओं ने उकेरा रामलला का दिव्य स्वरुप

वाराणसी : संत अतुलानन्द कान्वेन्ट स्कूल कोइराजपुर हरहुआ, वाराणसी के परिसर में देव दीपावली के पावन अवसर पर अयोध्या नगरी में विराजे श्री रामलला की मोहक छवि साक्षात दीपों की पंक्ति में अंकित होकर मानो विद्यालय परिसर में सजीव हो उठी और पूरा विद्यालय प्रांगण उस बालरुप की स्थापना से स्वयं पावन मन्दिर के समान प्रकीर्णित हो उठा। सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों तथा विद्यालय परिवार के सौजन्य से करीब डेढ़ लाख दीपक से पूरा परिसर आलोकित हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में एकल गीत, समूह गीत, नृत्य तथा सुर, लय, ताल का संगम राम, विष्णु तथा कृष्ण की छवि को निरुपित कर देने वाला था।

जहाँ शिव वहाँ राम इस पथ का अनुकरण करते हुए विद्यार्थियों ने श्रीराम चन्द्र कृपालु भजनम, राम का गुण गान करिए तथा आज राजा बने महाराज जैसे गीतों की प्रस्तुति द्वारा राम झाँकी का स्वरुप प्रस्तुत कर पूरा वातावरण राममय कर दिया, वही विष्णु अवतार वराह रुपम तथा परम लीला अवतार श्रीकृष्ण पर आधारित अधरम् मधुरम् नृत्य प्रस्तुति ने सभी को भक्ति रस में रसासिक्त कर दिया। जनक सुता की नगरी मिथिला नगरिया को समूह नृत्य के माध्यम से विद्यार्थियों ने इस प्रकार निरुपित किया की राम दरबार का भव्य स्वरुप सम्मुख पाकर सभी गणमान्य जन भी नतमस्तक हो उठें।

इसी क्रम में प्रभु श्रीराम के सेवक पवन पुत्र हनुमान का गुणगान करते गिलट बाजार शाखा के विद्यार्थियों ने भक्ति मय हनुमान चालीसा की प्रस्तुति दी जिससे दर्शक दीर्घा में बैठे सभी लोग भक्ति की धारा में लीन होकर अपूर्व रोमांच से भर उठें।

इस विशेष अवसर पर डा. कमलेश झा (शैक्षणिक प्रकोष्ठ संयोजक भाजपा),श्री पंकज श्रीवास्तव (प्रांत अध्यक्ष क्रीडा भारती), पवन सिंह (जिला अध्यक्ष क्रीड़ा भारती), श्री डी. के. श्रीवास्तव, श्री जनक राय, श्री अजय सिंह, श्री दिनेश जायसवाल तथा श्री धर्मेन्द्र सिंह (पप्पू जी) की उपस्थिति से कार्तिक पूर्णिमा का पावन पर्व संम्पूर्णता को प्राप्त हुआ। संस्था सचिव श्री राहुल सिंह तथा निदेशिका डा. वन्दना सिंह ने सभी के लिए सुख-सौभाग्य, धन-धान्य और आरोग्य प्राप्ति के लिए सभी को मंगल कामना प्रदान की। संस्था की प्रधानाचार्या डा. नीलम सिंह ने सभी पधारे विशिष्ट जन के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि इस तरह का आयोजन विद्यार्थियों के साथ-साथ सभी के लिए अन्धकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला उत्सव है और हमारा यह सतत प्रयास रहता है कि विद्यार्थी इन जीवन मूल्यों को अपने भीतर आत्मसात करें। कार्यक्रम का संचालन कक्षा-11 की छात्रा सिमरन त्रिपाठी तथा आर्या सिंह ने किया।