राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक अतुल भट्टने आज ऑनलाइन ‘ओपन चैलेंज प्रोग्राम 2.0’ का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम ओपन चैलेंज आर्यक्रम (ओसीपी) कार्यक्रमों की श्रृंखला में दूसरा कार्यक्रम है जिसे कल्पतरु-सीओई (उद्यमिता केंद्र) द्वारा शुरू किया जा रहा है यह ओपन चैलेंज प्रोग्राम उद्योग 4.0 प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में स्टार्टअप्स का चयन करने के लिए है।
अतुल भट्ट ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा,”इस्पात उद्योग में स्वचालन समय की आवश्यकता है और स्वचालन और रोबोटिक्स के विकास की संभावनाएं बहुत अधिक हैं।” श्री अतुल भट्ट ने कहा, ”स्टार्टअप्स द्वारा विकसित उपकरण राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) द्वारा किए गए निवेश पर बहुत तेजी से रिटर्न देंगे क्योंकि वे ऊर्जा बचत में मदद करते हैं और प्रक्रिया को सुरक्षित रूप से चलाने में भी मदद करेंगे।”
उद्योग 4.0 पर परियोजना, सीओई (उत्कृष्टता केंद्र), एसटीपीआई (भारत का सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क), एमईआईटीवाई (इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय), राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) और आंध्र प्रदेश राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से लिया जा रहा है। इससे उद्योग 4.0 प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने की आशा है।
सीओई (उत्कृष्टता केंद्र) में एक आईआईओटी (इंडस्ट्रियल इंटरनेट ऑफ थिंग्स) प्रयोगशाला, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) और एआर एंड वीआर (ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी) प्रयोगशाला के साथ एक इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन प्रयोगशाला होगी। इसमें रोबोटिक्स और ड्रोन के साथ प्रयोगशाला और रोबोटिक्स और 3डी प्रिंटिंग के साथ तीसरी औद्योगिक स्वचालन प्रयोगशाला के साथ एक और इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन भी होगा । सीओई (उत्कृष्टता केंद्र)5 वर्षों की अवधि में लगभग 175 स्टार्ट-अप कंपनियों को इनक्यूबेट करेगा। 50 स्टार्टअप कंपनियों को फिजिकल मोड में और 125 कंपनियों को वर्चुअल मोड में इनक्यूबेट किया जाएगा।
स्टार्टअप कंपनियां उद्योग के सलाहकारों के साथ राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) और अन्य उद्योगों जैसे हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल), नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनटीपीसी), भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी), एचएसवाई और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) जैसी कंपनियों की समस्याओं का समाधान खोजने के बारे में काम करेंगी।
सीवीडी राम प्रसाद और डॉ. सुरेश बाथा ने बताया कि कैसे भारत के सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) और भारत के सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क एसटीपीआईएनईएक्सटी अपने उद्यमिता केंद्र और एनजीआईएस (नेक्स्ट जनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम्स) के माध्यम से स्टार्टअप्स को बढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
एमज़ोन वेब सर्विसेज (एडबल्यूएस) की प्रोग्राम मैनेजर श्रीमती वैशाली सागर ने बताया कि कैसे एमज़ोन वेब सर्विसेज स्टार्टअप्स को एमज़ोन वेब सर्विसेज का उपयोग करके उत्पादों/समाधानों को विकसित करने में मदद कर रहा है। उन्होंने बताया कि वे स्टार्टअप्स के साथ काम करने और उन्हें वैल्यू प्रदान करने को लेकर बहुत उत्साही हैं।
कार्यक्रम में श्री ए.के. बागची, निदेशक (परियोजना) और अतिरिक्त प्रभार निदेशक (संचालन) राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) और पीएमजी-कल्पतरु के सदस्य, श्री सीवीडी रामप्रसाद, भारत के सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) हैदराबाद के निदेशक और मुख्य संचालन अधिकारी (सीओओ) एसटीपीआईएनएक्सटी, डॉ. सुरेश बाथा, अतिरिक्त निदेशक और प्रभारी अधिकारी, एसटीपीआई विशाखापत्तनम भी उपस्थित थे।
राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड ने “ओपन चैलेंज प्रोग्राम (ओसीपी) 2.0′ का शुभारंभ किया
राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक अतुल भट्टने आज ऑनलाइन ‘ओपन चैलेंज प्रोग्राम 2.0’ का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम ओपन चैलेंज आर्यक्रम (ओसीपी) कार्यक्रमों की श्रृंखला में दूसरा कार्यक्रम है जिसे कल्पतरु-सीओई (उद्यमिता केंद्र) द्वारा शुरू किया जा रहा है। यह ओपन चैलेंज प्रोग्राम उद्योग 4.0 प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में स्टार्टअप्स का चयन करने के लिए है।
अतुल भट्ट ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा,”इस्पात उद्योग में स्वचालन समय की आवश्यकता है और स्वचालन और रोबोटिक्स के विकास की संभावनाएं बहुत अधिक हैं।” श्री अतुल भट्ट ने कहा, ”स्टार्टअप्स द्वारा विकसित उपकरण राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) द्वारा किए गए निवेश पर बहुत तेजी से रिटर्न देंगे क्योंकि वे ऊर्जा बचत में मदद करते हैं और प्रक्रिया को सुरक्षित रूप से चलाने में भी मदद करेंगे।”
उद्योग 4.0 पर परियोजना, सीओई (उत्कृष्टता केंद्र), एसटीपीआई (भारत का सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क), एमईआईटीवाई (इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय), राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) और आंध्र प्रदेश राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से लिया जा रहा है। इससे उद्योग 4.0 प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने की आशा है।
सीओई (उत्कृष्टता केंद्र) में एक आईआईओटी (इंडस्ट्रियल इंटरनेट ऑफ थिंग्स) प्रयोगशाला, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) और एआर एंड वीआर (ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी) प्रयोगशाला के साथ एक इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन प्रयोगशाला होगी। इसमें रोबोटिक्स और ड्रोन के साथ प्रयोगशाला और रोबोटिक्स और 3डी प्रिंटिंग के साथ तीसरी औद्योगिक स्वचालन प्रयोगशाला के साथ एक और इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन भी होगा । सीओई (उत्कृष्टता केंद्र)5 वर्षों की अवधि में लगभग 175 स्टार्ट-अप कंपनियों को इनक्यूबेट करेगा। 50 स्टार्टअप कंपनियों को फिजिकल मोड में और 125 कंपनियों को वर्चुअल मोड में इनक्यूबेट किया जाएगा।
स्टार्टअप कंपनियां उद्योग के सलाहकारों के साथ राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) और अन्य उद्योगों जैसे हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल), नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनटीपीसी), भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी), एचएसवाई और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) जैसी कंपनियों की समस्याओं का समाधान खोजने के बारे में काम करेंगी।
सीवीडी राम प्रसाद और डॉ. सुरेश बाथा ने बताया कि कैसे भारत के सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) और भारत के सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क एसटीपीआईएनईएक्सटी अपने उद्यमिता केंद्र और एनजीआईएस (नेक्स्ट जनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम्स) के माध्यम से स्टार्टअप्स को बढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
एमज़ोन वेब सर्विसेज (एडबल्यूएस) की प्रोग्राम मैनेजर श्रीमती वैशाली सागर ने बताया कि कैसे एमज़ोन वेब सर्विसेज स्टार्टअप्स को एमज़ोन वेब सर्विसेज का उपयोग करके उत्पादों/समाधानों को विकसित करने में मदद कर रहा है। उन्होंने बताया कि वे स्टार्टअप्स के साथ काम करने और उन्हें वैल्यू प्रदान करने को लेकर बहुत उत्साही हैं।
कार्यक्रम में श्री ए.के. बागची, निदेशक (परियोजना) और अतिरिक्त प्रभार निदेशक (संचालन) राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) और पीएमजी-कल्पतरु के सदस्य, श्री सीवीडी रामप्रसाद, भारत के सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) हैदराबाद के निदेशक और मुख्य संचालन अधिकारी (सीओओ) एसटीपीआईएनएक्सटी, डॉ. सुरेश बाथा, अतिरिक्त निदेशक और प्रभारी अधिकारी, एसटीपीआई विशाखापत्तनम भी उपस्थित थे।