चीन में HMPV वायरस का प्रकोप: भारत ने कहा ‘पैनिक न करें’, जानिए 10 अहम बातें

चीन में ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) के बढ़ते मामलों ने दुनियाभर में चिंता बढ़ा दी है। कोविड-19 जैसी फ्लू-लक्षणों वाली यह बीमारी सर्दियों के मौसम में अपने चरम पर है। इस पर भारत समेत कई देशों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

HMPV वायरस से जुड़े 10 मुख्य तथ्य:

  1. चीन में अस्पतालों में मास्क पहने लोगों की तस्वीरें वायरल:
    सोशल मीडिया पर चीन के अस्पतालों की तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, जहां लोग मास्क पहने नजर आ रहे हैं। HMPV का यह प्रकोप 2001 में खोजे गए वायरस का है, और इसके दृश्य पांच साल पहले की कोविड-19 महामारी जैसे लग रहे हैं।
  2. चीन सरकार की प्रतिक्रिया:
    बीजिंग ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि “श्वसन संक्रमण सर्दियों के मौसम में अपने चरम पर होते हैं।”
  3. सुरक्षित यात्रा का भरोसा:
    चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, “चीन में यात्रा करना सुरक्षित है। चीनी सरकार नागरिकों और पर्यटकों की सेहत का पूरा ख्याल रखती है।”
  4. भारत की सलाह:
    कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक भारत ने इस प्रकोप पर प्रतिक्रिया दी है। स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल ने कहा, “चिंता की कोई बात नहीं है। यह वायरस सामान्य सर्दी जैसा ही है।”
  5. हल्के लक्षण, गंभीरता कम:
    डॉ. गोयल के अनुसार, “यह वायरस केवल बच्चों और बुजुर्गों में फ्लू जैसे लक्षण पैदा कर सकता है। देश में दिसंबर 2024 के डेटा के अनुसार, कोई बड़ी बढ़ोतरी नहीं देखी गई है।”
  6. WHO की चुप्पी:
    विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस वायरस के प्रकोप पर अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है। न ही बीजिंग या WHO ने इसे आपात स्थिति घोषित किया है।
  7. पड़ोसी देशों की निगरानी:
    चीन के पड़ोसी देश इस स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। हांगकांग ने HMPV के कुछ मामलों की पुष्टि की है।
  8. HMPV क्या है?
    अमेरिकी सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के अनुसार, HMPV एक श्वसन वायरस है जो ऊपरी और निचले श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है।
  9. कौन हैं ज्यादा जोखिम में?
    छोटे बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।
  10. लक्षण:
    HMPV के लक्षण फ्लू और अन्य श्वसन संक्रमणों जैसे होते हैं। इसमें खांसी, बुखार, नाक बंद होना, और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। गंभीर मामलों में यह ब्रोंकाइटिस या निमोनिया जैसी जटिलताएं पैदा कर सकता है।

सावधान रहें, घबराएं नहीं

भारत ने इस प्रकोप पर नजर रखने की बात कही है और लोगों को आश्वस्त किया है कि देश में स्थिति नियंत्रण में है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि मास्क पहनें, हाथ धोते रहें और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें।

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