फागुन के रंग संग पिया का प्यार! होली के रंगों में भीगी प्रीत भरी पलों की…
Category: कविता
महंगाई की पिचकारी से फीकी होली के रंग!
महंगाई की मार में होली के रंग भी फीके! इस कविता में पढ़ें कैसे बढ़ती कीमतों…
प्यासे खेत प्रश्न करें
प्यासे खेत, मौन महारथी, जलती शमा—यह कविता सत्ता, अन्याय और सामाजिक विषमताओं पर करारा प्रहार करती…
बांट रहे समाज को
समाज बंट रहा, संकट में धैर्यवान माताएं, जल-जंगल संकट, गंगा-यमुना मैली, पर स्वच्छता के वीर भी…
सुख संतुष्टि शांति शुभ
सुख, संतुष्टि व शांति से भरपूर जीवन के लिए राम-सीता का सुमिरन करें, कथा-भजन सुनें व…
समता मधुरस घोल
समता और मधुरता का संचार करें, मन की आँखें खोलें। परहित में जीवन अर्पित करें, क्योंकि…