भारत सरकार ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। इन पुरस्कारों को तीन श्रेणियों में दिया जाता है: पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री। ये पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण और उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करते हैं। इस साल, कला, साहित्य, चिकित्सा, विज्ञान, खेल और समाज सेवा जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया गया।
पद्म विभूषण 2025
पद्म विभूषण, जो कि देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, इस वर्ष 7 महान हस्तियों को दिया गया। इनमें शामिल हैं:
- दुव्वुर नागेश्वर रेड्डी (चिकित्सा)
- न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) जगदीश सिंह खेहर (लोक प्रशासन)
- कुमुदिनी राजनिकांत लाखिया (कला)
- लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम (कला)
- एम.टी. वासुदेवन नायर (साहित्य और शिक्षा) (मरणोपरांत)
- ओसामु सुजुकी (व्यापार और उद्योग) (मरणोपरांत)
- शारदा सिन्हा (कला) (मरणोपरांत)
पद्म भूषण 2025
पद्म भूषण पुरस्कार “उच्च श्रेणी की विशिष्ट सेवा” के लिए दिया जाता है। इस बार 19 व्यक्तियों को इस सम्मान से नवाजा गया, जिनमें शामिल हैं:
- ए. सूर्य प्रकाश (पत्रकारिता)
- अनंत नाग (कला)
- बिबेक देब्रॉय (साहित्य और शिक्षा) (मरणोपरांत)
- जतिन गोस्वामी (कला)
- जोस चाको पेरीप्पुरम (चिकित्सा)
- कैलाश नाथ दीक्षित (पुरातत्त्व)
- मनहर जोशी (लोक प्रशासन) (मरणोपरांत)
- नल्ली कुप्पुस्वामी चेट्टी (व्यापार और उद्योग)
- नंदमूरी बालकृष्ण (कला)
- पी.आर. श्रीजेश (खेल)
- पंकज पटेल (व्यापार और उद्योग)
- पंकज उधास (कला) (मरणोपरांत)
- रामबहादुर राय (पत्रकारिता)
- साध्वी ऋतम्भरा (समाज सेवा)
- एस. अजीत कुमार (कला)
- शेखर कपूर (कला)
- शोभना चंद्रकुमार (कला)
- सुशील कुमार मोदी (लोक प्रशासन) (मरणोपरांत)
- विनोद धाम (विज्ञान और इंजीनियरिंग)
पद्म श्री 2025
पद्म श्री पुरस्कार इस साल 113 लोगों को प्रदान किया गया। इनमें सभी प्रमुख नाम निम्नलिखित हैं:
- अर्जीत सिंह (गायक)
- रिकी केज (संगीतकार)
- हरविंदर सिंह (पेरिस 2024 पैरालंपिक में स्वर्ण पदक विजेता)
- अरुंधति भट्टाचार्य (पूर्व एसबीआई अध्यक्ष)
- आर. अश्विन (हाल ही में सेवानिवृत्त क्रिकेटर)
- जस्पिंदर नरूला (गायिका)
- बैरी जॉन (थिएटर दिग्गज)
- लिबिया लोबो सरदेसाई (गोवा स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका निभाने वाली 100 वर्षीय योद्धा)
- मारुति भुजंगराव चितंपल्ली (वन्यजीव शोधकर्ता और लेखक)
- भिमाव्वा डोड्डाबालप्पा शिल्लेकीथरा (चमड़े की कठपुतली कला की मास्टर और पहली महिला कलाकार)
- पंडी राम मंडावी (बस्तर फ्लूट के आविष्कारक)
- विजयलक्ष्मी देशमाने (गरीब कैंसर मरीजों के लिए मुफ्त इलाज देने वाली कैंसर विशेषज्ञ)
- मीनाक्षी सुंदरेशन (कृषि कार्यकर्ता)
- एस.एन. सुब्बाराव (समाज सेवा) (मरणोपरांत)
- अविनाश धारणे (मराठी साहित्य)
- फातिमा बीबी (पारंपरिक कढ़ाई और कला) (मरणोपरांत)
- अरुणिमा सिन्हा (पहली दिव्यांग महिला जिसने एवरेस्ट फतह किया)
- यशपाल शर्मा (पारंपरिक खेलों का प्रचार)
- पंकज त्रिपाठी (अभिनेता)
- चित्रलेखा पाटिल (समाज सेवा)
इसके अलावा, समाज के कई अनसंग हीरोज को भी सम्मानित किया गया। जैसे:
- मारुति भुजंगराव चितंपल्ली (वन्यजीव शोधकर्ता और लेखक)
- भिमाव्वा डोड्डाबालप्पा शिल्लेकीथरा (चमड़े की कठपुतली कला की मास्टर और पहली महिला कलाकार)
- पंडी राम मंडावी (बस्तर फ्लूट के आविष्कारक)
- विजयलक्ष्मी देशमाने (गरीब कैंसर मरीजों के लिए मुफ्त इलाज देने वाली कैंसर विशेषज्ञ)
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी विजेताओं को बधाई देते हुए कहा, “इन महान व्यक्तियों की मेहनत, जुनून और नवाचार ने अनगिनत जीवनों को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। ये पुरस्कार समाज की सेवा के प्रति उनकी असीम निष्ठा को सम्मानित करते हैं।”
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “पद्म पुरस्कार अब सिर्फ पुरस्कार नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जो उन प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित करता है जिन्होंने समुदायों को सशक्त और प्रगतिशील बनाया है।”
पद्म पुरस्कार: एक नजर में
पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक हैं। इनका मुख्य उद्देश्य उन व्यक्तियों को सम्मानित करना है जिन्होंने समाज, देश और मानवता के लिए उत्कृष्ट योगदान दिया हो। यह सम्मान हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
2025 के पद्म पुरस्कार विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाएं!