वाराणसी: डॉ. घनश्याम सिंह महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में चल रहे सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन धूमधाम से किया गया। स्वयंसेवी छात्र/ छात्राओं ने अपनी प्रस्तुतियों से सबको बहुत आनंदित किया। इस दौरान वक्ताओं ने स्वयंसेवकों से शिविर में सीखी गई बातों को जीवन में उतारने की बात कही।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्रीमति मीना चौबे, प्रदेश मंत्री,भाजपा, उत्तर प्रदेश, प्रबंधक नागेश्वर सिंह, प्रचार्य डॉ. आनंद सिंह, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विपुल कुमार शुक्ल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रवज्जित करके किया। इसके बाद छात्राओं ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी तत्पश्चात स्वयंसेवियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा सबका मन मोह लिया। एनएसएस गीत पर प्रस्तुति के बाद छात्राओं ने एक लघु नाटक के माध्यम से भारतीय संस्कृति में महिलाओं की भूमिका का स्मरण कराते हुए ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के प्रति जागरुक किया। जिसकी सभी ने सराहना की। मुख्य अतिथि मीना चौबे ने कहा कि इस प्रकार के शिविरों का आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए, जिससे छात्र-छात्राओं को अच्छा करने व सीखने की प्ररेणा मिलती है। स्वयंसेवियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अच्छी प्रस्तुति दी। जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। शिविर में जो कुछ भी सिखाया गया छात्र-छात्राएं उसे अपने जीवन में उतारे, और अनुशासन में रहकर आगे बढे। राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य तभी सफल होगा। इसका और अधिक प्रचार-प्रसार होना चाहिए।
प्राचार्य ने कहा कि छात्र-छात्राओं ने शिविर में जो सिखा है, वह उस पर पुरी तरह से अमल करें। तभी उसका फायदा होगा। राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य समाज सेवा के प्रति जागरुक करना है। इसलिए हमारे अंदर सेवा की भावना होनी चाहिए, सहयोग करने की भावना होनी चाहिए। अच्छे गुणों का होना आवश्यक है। तभी एनएसएस के शिविरों का लाभ मिलता है। शिविर में सात दिनों तक अच्छा कार्य करने के लिए बच्चे बधाई के पात्र हैं।
अध्यक्षीय उद्बोधन में महाविद्याय के प्रबंधक नागेश्वर सिंह ने कहा कि इस तरह के आयोजन छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व का विकास और समाज सुधार में महती भूमिका निभाते हैं।इससे न केवल छात्र -छात्राओं का सर्वांगीड़ विकास होता है बल्कि उनमें नेतृत्व कौशल भी विकसित होता है। मैं आप सबको उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना देता हूँ।
कार्यक्रम का संचालन डॉ.गौरव तिवारी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी डॉ.विपुल कुमार शुक्ल ने किया। इस दौरान मुख्य रुप से कार्यक्रम अधिकारी डॉ.विपुल कुमार शुक्ल, डॉ. विवेकानंद चौबे,डॉ. डी. वी. सिंह, डॉ. देवेंद्र पांडेय, अरविंद चौबे सहित महाविद्यालय के समस्त शिक्षक और कर्मचारियों की उपस्थिति बनी रही।